अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति एलन मस्क के बीच विवाद और तल्खियां लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। कुछ दिनों पहले ही मस्क ने DOGE से इस्तीफा दिया था और ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ का वे लगातार विरोध कर रहे थे जिसके बाद से ही दोनों के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी। कभी साये की तरह ट्रंप का समर्थन करने वाले मस्क अब उनके खिलाफ महाभियोग चलाए जाने की वकालत कर रहे हैं और जेडी वेंस को राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग का भी उन्होंने खुलकर समर्थन किया है। साथ ही, मस्क ने ट्रंप के खिलाफ ‘बड़ा बम’ गिराते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। मस्क ने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन फाइलों (Epstein files) में है। यही असली वजह है कि उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है।” इसके बाद से ही जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी एपस्टीन फाइल्स को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। लोग इसे लेकर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं और ट्रंप से सच को सार्वजनिक करने की मांग की जा रही है।
Time to drop the really big bomb:@realDonaldTrump is in the Epstein files. That is the real reason they have not been made public.
Have a nice day, DJT!
— Elon Musk (@elonmusk) June 5, 2025
कौन है जेफ्री एपस्टीन?
ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती!
डोनाल्ड ट्रंप और जेफ्री एपस्टीन की दोस्ती के किस्से भी खूब चर्चा में रहे हैं। दोनों अरबपति बिजनेसमैन क्लब में खूब पार्टी करते थे और साथ घूमते-फिरते थे। ट्रंप ने 2002 में न्यूयॉर्क मैगज़ीन से कहा था, “मैं जेफ को 15 साल से जानता हूं। वह शानदार इंसान है। उसके साथ वक्त बिताना बहुत मज़ेदार होता है। कहा जाता है कि उसे भी खूबसूरत औरतें उतनी ही पसंद हैं जितनी मुझे और उनमें से कई काफी कम उम्र की होती हैं। इसमें कोई शक नहीं कि जेफ्री अपनी सोशल लाइफ का पूरा मजा उठाता है।” PolitiFact के अनुसार, ट्रंप कम से कम सात बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट में सफर कर चुके हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एपस्टीन ने लोगों से कहा था कि उसी ने ट्रंप की मुलाकात मेलानिया से करवाई थी। एक समय तीनों की साथ में तस्वीर खूब वायरल हुई थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि मेलानिया के साथ शादी करने से पहले 2004 में ट्रंप ने कई बार एपस्टीन को फोन किया था। हालांकि, मेलानिया ट्रंप ने इस दावे को खारिज किया है और उन्होंने कई इंटरव्यू में बताया है कि वह अपने पति डोनाल्ड ट्रंप से 1998 में एक पार्टी में मिली थीं, जहां डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद आकर उनसे बात की थी।
हालांकि, बाद में ट्रंप और एपस्टीन के रिश्तों में दरार आ गई। वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि 2004 में फ्लोरिडा में समुद्र किनारे की एक प्रॉपर्टी को लेकर ट्रम्प और एपस्टीन के बीच विवाद हुआ था। यह शायद इस बात की वजह हो सकती है कि दोनों के बीच पहले काफी बार फोन पर बातचीत होती थी।
CIA और एपस्टीन
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दस्तावेजों के अनुसार, विलियम बर्न्स जो 2021 से अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के निदेशक हैं, उन्होंने 2014 में एपस्टीन से तीन बार मिलने की योजना बनाई थी, जब वह अमेरिकी विदेश मंत्रालय में काम कर रहे थे। पहली मुलाकात वॉशिंगटन में हुई और उसके बाद बर्न्स ने एपस्टीन के मैनहट्टन स्थित टाउनहाउस में जाकर भी मुलाकात की। ये सभी मुलाकातें तब हुईं जब एपस्टीन 2008 में नाबालिग से जुड़े यौन अपराध के लिए जेल की सजा काट चुका था।
क्या है एपस्टीन फाइल्स?
‘एपस्टीन फाइल्स’ शब्द का उपयोग उन हजारों दस्तावेज़ों, वीडियो और जांच सामग्री के लिए किया जाता है, जिन्हें एपस्टीन और उसके सहयोगियों से जुड़े कई मामलों में अलग-अलग एजेंसियों ने इकट्ठा किया है। इन सामग्रियों में गवाहों के बयानों और वित्तीय अभिलेखों से लेकर व्यक्तिगत डायरियां और एपस्टीन के निजी जेट के उड़ान लॉग शामिल हैं, इस जेट को ‘लोलिता एक्सप्रेस’ नाम से जाना जाता है। इसमें एपस्टीन के 2008 के फ़्लोरिडा मामले और न्यूयॉर्क में 2019 के आरोपों से जुड़े कुछ दस्तावेज़ सार्वजनिक किए गए हैं लेकिन अभी-अभी बड़ी संख्या में दस्तावेज़ सीलबंद हैं।
FOX News की रिपोर्ट के मुताबिक, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने पिछले महीने कहा था कि FBI एपस्टीन से संबंधित हज़ारों वीडियो और दस्तावेज़ों की समीक्षा कर रही है। और पीड़ितों व जांच की सुरक्षा के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ों को हटाकर अन्य चीज़ों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हुआ है कि ट्रंप का नाम एपस्टीन से संबंधित किसी दस्तावेज़ में हो लेकिन फिर भी इन फाइल्स को लेकर कई गंभीर सवाल हैं कि इसमें किसका नाम है और इससे जुड़े अन्य दस्तावेज़ कब जारी किए जाएंगे। एफबीआई निदेशक काश पटेल और उप निदेशक डैन बॉन्जीनो ने कहा था कि उन्होंने पूरी फाइल देखी है और वे मानते हैं कि एपस्टीन की मौत आत्महत्या ही थी।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने इससे जुड़े दस्तावेज़ सार्वजनिक करने की बात कही है, जिसमें एपस्टीन की जेल की फुटेज भी होगी। हालांकि, इसके लिए कोई शेड्यूल नहीं दिया गया है। साथ ही, माना जाता है कि सरकार की एपस्टीन के केस फाइलों से जुड़े नामों की पूरी सूची को उजागर करने की कोई सार्वजनिक योजना नहीं है।