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The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

जेफ्री एपस्टीन ने कथित तौर पर जेल में आत्महत्या कर ली थी

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
6 June 2025
in विश्व
एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति एलन मस्क के बीच विवाद और तल्खियां लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। कुछ दिनों पहले ही मस्क ने DOGE से इस्तीफा दिया था और ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ का वे लगातार विरोध कर रहे थे जिसके बाद से ही दोनों के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी। कभी साये की तरह ट्रंप का समर्थन करने वाले मस्क अब उनके खिलाफ महाभियोग चलाए जाने की वकालत कर रहे हैं और जेडी वेंस को राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग का भी उन्होंने खुलकर समर्थन किया है। साथ ही, मस्क ने ट्रंप के खिलाफ ‘बड़ा बम’ गिराते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। मस्क ने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन फाइलों (Epstein files) में है। यही असली वजह है कि उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है।” इसके बाद से ही जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी एपस्टीन फाइल्स को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। लोग इसे लेकर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं और ट्रंप से सच को सार्वजनिक करने की मांग की जा रही है।

Time to drop the really big bomb:@realDonaldTrump is in the Epstein files. That is the real reason they have not been made public.

Have a nice day, DJT!

— Elon Musk (@elonmusk) June 5, 2025

कौन है जेफ्री एपस्टीन?

न्यूयॉर्क में जन्मा और पला-बढ़ा एपस्टीन अपने जीवन के शुरुआती दिनों में एक निजी स्कूल में गणित और फिजिक्स पढ़ाता था। हालांकि, उसकी डिग्री पूरी नहीं हुई थी। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्सटीन के एक छात्र के पिता ने उसे Bear Stearns नाम की एक बड़े वॉल स्ट्रीट निवेश बैंक के सीनियर पार्टनर से मिलवाया था। इसके बाद वो 4 साल तक इस बैंक में काम करता रहा और 1982 में उसने अपनी खुद की कंपनी बनाई- J Epstein and Co। यह कंपनी सफल हो गई और इसने 1 अरब डॉलर से अधिक की संपत्तियां मैनेज की थी। इसके बाद शुरु हुआ एप्सटीन की रईसी का दौर, उसने फ्लोरिडा में एक आलीशान बंगला, न्यू मैक्सिको में एक बड़ा फार्महाउस और न्यूयॉर्क का सबसे बड़ा घर खरीदा। साथ ही, उसने बड़े-बड़े लोगों से मिलना शुरू कर दिया था।

2002 में जेफ्री एपस्टीन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, अभिनेता केविन स्पेसी और क्रिस टकर को एक कस्टमाइज़्ड प्राइवेट जेट में अफ्रीका की यात्रा करवाई थी। इसके बाद  न्यूयॉर्क मैगज़ीन ने उसकी एक प्रोफाइल की थी। इसमें लिखा है, “उसके पास बहुत सारा पैसा है, अपने कई जहाज हैं और उसे लड़कियों में बहुत दिलचस्पी है।”

2005 में एक 14 वर्षीय लड़की के माता-पिता ने फ्लोरिडा में पुलिस को बताया कि एपस्टीन ने पाम बीच स्थित आवास में उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने जब इस घर की तलाशी ली तो पूरे घर में लड़कियों की तस्वीरें मिलीं। इसके बाद एक के बाद एक कर मामले सामने आते गए और उस पर ना केवल नाबालिगों के साथ यौन अपराधों के आरोप लगे बल्कि अमीर लोगों से यौन संबंध बनाने के लिए नाबालिग लड़कियों का नेटवर्क चलाने के आरोप भी लगे। 2008 से एपस्टीन का नाम न्यूयॉर्क यौन अपराधियों के रजिस्टर में Level three पर दर्ज था। इसका अर्थ है कि एपस्टीन के दोबारा अपराध करने का उच्च जोखिम था।

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा जारी ‘साउथर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ के एक डॉक्यूमेंट के मुताबिक, कई वर्षों के दौरान एपस्टीन ने न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में अपने घरों में दर्जनों नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण और उनसे दुर्व्यवहार किया था। 2002 से 2005 के बीच एपस्टीन ने नाबालिग लड़कियों को अपने आवास पर बुलाया और उनके साथ यौन संबंध बनाए और वह पीड़ितों को सैकड़ों डॉलर नकद देता था। इस डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि एपस्टीन ने न्यूयॉर्क और पाम बीच सहित स्थानों पर यौन शोषण करने के लिए कम उम्र के पीड़ितों का एक विशाल नेटवर्क बनाया था। न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा, दोनों जगहों पर जेफ्री एपस्टीन ने एक जैसे तरीके से शोषण किया। वह पहले लड़कियों को इस बहाने बुलवाता था कि वे उसे ‘मसाज’ दें। ये मसाज अकसर कपड़े उतारकर या आधे कपड़ों में होती थीं और धीरे-धीरे उनका रूप यौन शोषण में बदल जाता था, जिसमें कई बार एक या एक से ज्यादा यौन क्रियाएं शामिल होती थीं।

6 जुलाई 2019 को एपस्टीन को न्यूयॉर्क में उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने निजी विमान से पेरिस से वापस आया था। यह गिरफ्तारी पहले से जारी जांच और गवाहों के बयानों के आधार पर हुई, जिसमें उसके ऊपर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप थे। जेल में बंद एपस्टीन ने जेल की हालात को लेकर एक नोट भी लिखा था। CBS न्यूज़ द्वारा प्राप्त किए गए इस नोट में कहा गया था, “मुझे एक घंटे तक बंद शॉवर स्टॉल में रखा गया। नोएल ने मुझे जला हुआ खाना भेजा। मेरे हाथों पर बड़े-बड़े कीड़े रेंग रहे थे। कोई मज़ा नहीं!”

एपस्टीन द्वारा लिखा गया नोट (सोर्स: CBS न्यूज़)

इसके बाद जेल में बंद एपस्टीन की 10 अगस्त 2019 को मौत हो गई। एपस्टीन ने कथित तौर पर अपनी चादर से फंदा लगा दिया था। मौत को आत्महत्या बताया गया लेकिन इस दावे पर सवाल उठे। दावा किया गया कि कुछ रसूखदार लोगों को बचाने के लिए उसे हमेशा के लिए चुप करा दिया गया था।

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एपस्टीन की सेल की तस्वीर (सोर्स: CBS न्यूज़)

ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती!

डोनाल्ड ट्रंप और जेफ्री एपस्टीन की दोस्ती के किस्से भी खूब चर्चा में रहे हैं। दोनों अरबपति बिजनेसमैन क्लब में खूब पार्टी करते थे और साथ घूमते-फिरते थे। ट्रंप ने 2002 में न्यूयॉर्क मैगज़ीन से कहा था, “मैं जेफ को 15 साल से जानता हूं। वह शानदार इंसान है। उसके साथ वक्त बिताना बहुत मज़ेदार होता है। कहा जाता है कि उसे भी खूबसूरत औरतें उतनी ही पसंद हैं जितनी मुझे और उनमें से कई काफी कम उम्र की होती हैं। इसमें कोई शक नहीं कि जेफ्री अपनी सोशल लाइफ का पूरा मजा उठाता है।” PolitiFact के अनुसार, ट्रंप कम से कम सात बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट में सफर कर चुके हैं।

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न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एपस्टीन ने लोगों से कहा था कि उसी ने ट्रंप की मुलाकात मेलानिया से करवाई थी। एक समय तीनों की साथ में तस्वीर खूब वायरल हुई थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि मेलानिया के साथ शादी करने से पहले 2004 में ट्रंप ने कई बार एपस्टीन को फोन किया था। हालांकि, मेलानिया ट्रंप ने इस दावे को खारिज किया है और उन्होंने कई इंटरव्यू में बताया है कि वह अपने पति डोनाल्ड ट्रंप से 1998 में एक पार्टी में मिली थीं, जहां डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद आकर उनसे बात की थी।

हालांकि, बाद में ट्रंप और एपस्टीन के रिश्तों में दरार आ गई। वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि 2004 में फ्लोरिडा में समुद्र किनारे की एक प्रॉपर्टी को लेकर ट्रम्प और एपस्टीन के बीच विवाद हुआ था। यह शायद इस बात की वजह हो सकती है कि दोनों के बीच पहले काफी बार फोन पर बातचीत होती थी।

एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

CIA और एपस्टीन

द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दस्तावेजों के अनुसार, विलियम बर्न्स जो 2021 से अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के निदेशक हैं, उन्होंने 2014 में एपस्टीन से तीन बार मिलने की योजना बनाई थी, जब वह अमेरिकी विदेश मंत्रालय में काम कर रहे थे। पहली मुलाकात वॉशिंगटन में हुई और उसके बाद बर्न्स ने एपस्टीन के मैनहट्टन स्थित टाउनहाउस में जाकर भी मुलाकात की। ये सभी मुलाकातें तब हुईं जब एपस्टीन 2008 में नाबालिग से जुड़े यौन अपराध के लिए जेल की सजा काट चुका था।

क्या है एपस्टीन फाइल्स?

‘एपस्टीन फाइल्स’ शब्द का उपयोग उन हजारों दस्तावेज़ों, वीडियो और जांच सामग्री के लिए किया जाता है, जिन्हें एपस्टीन और उसके सहयोगियों से जुड़े कई मामलों में अलग-अलग एजेंसियों ने इकट्ठा किया है। इन सामग्रियों में गवाहों के बयानों और वित्तीय अभिलेखों से लेकर व्यक्तिगत डायरियां और एपस्टीन के निजी जेट के उड़ान लॉग शामिल हैं, इस जेट को ‘लोलिता एक्सप्रेस’ नाम से जाना जाता है। इसमें एपस्टीन के 2008 के फ़्लोरिडा मामले और न्यूयॉर्क में 2019 के आरोपों से जुड़े कुछ दस्तावेज़ सार्वजनिक किए गए हैं लेकिन अभी-अभी बड़ी संख्या में दस्तावेज़ सीलबंद हैं।

FOX News की रिपोर्ट के मुताबिक, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने पिछले महीने कहा था कि FBI एपस्टीन से संबंधित हज़ारों वीडियो और दस्तावेज़ों की समीक्षा कर रही है। और पीड़ितों व जांच की सुरक्षा के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ों को हटाकर अन्य चीज़ों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हुआ है कि ट्रंप का नाम एपस्टीन से संबंधित किसी दस्तावेज़ में हो लेकिन फिर भी इन फाइल्स को लेकर कई गंभीर सवाल हैं कि इसमें किसका नाम है और इससे जुड़े अन्य दस्तावेज़ कब जारी किए जाएंगे। एफबीआई निदेशक काश पटेल और उप निदेशक डैन बॉन्जीनो ने कहा था कि उन्होंने पूरी फाइल देखी है और वे मानते हैं कि एपस्टीन की मौत आत्महत्या ही थी।

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने इससे जुड़े दस्तावेज़ सार्वजनिक करने की बात कही है, जिसमें एपस्टीन की जेल की फुटेज भी होगी। हालांकि, इसके लिए कोई शेड्यूल नहीं दिया गया है। साथ ही, माना जाता है कि सरकार की एपस्टीन के केस फाइलों से जुड़े नामों की पूरी सूची को उजागर करने की कोई सार्वजनिक योजना नहीं है।

Tags: Donald TrumpElon MuskEpstein filesJeffrey Epsteinएलन मस्कजेफ्री एपस्टीनडोनाल्ड ट्रंप
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान और चीन की संयुक्त कोशिश नाकाम हो गई। दोनों ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसकी आत्मघाती इकाई...

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