TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

आज़ादी के बाद देश की एकता की सबसे प्रबल आवाज़ों में शामिल मुखर्जी को पहले गिरफ्तार किया जाना और उनका फिर जेल से ही दुनिया छोड़कर यूं चले जाना कोई इत्तेफाक नहीं हो सकता है

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
24 June 2025
in इतिहास
श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?
Share on FacebookShare on X

इतिहास में कुछ लोगों की मृत्यु ऐसी होती है जो सवाल बन जाती है, दर्द बन जाती है और पीढ़ियों तक लोग जिसके सच की तलाश में भटकते रहते हैं। ऐसी ही एक मृत्यु आज ही के दिन (23 जून) 1953 में जम्मू-कश्मीर की जेल में हुई थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत को यूं तो सरकारी फाइलों में हार्ट अटैक बताया गया लेकिन आज भी यह गुत्थी अनसुलझी ही है। आज़ादी के बाद देश की एकता की सबसे प्रबल आवाज़ों में शामिल मुखर्जी को पहले गिरफ्तार किया जाना और उनका फिर जेल से ही दुनिया छोड़कर यूं चले जाना कोई इत्तेफाक नहीं हो सकता है, या था भी तो इसकी जांच नहीं की गई। इस लेख में हम जानेंगे कि मुखर्जी की मौत की जांच को लेकर उनकी मां ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से क्या कहा था और उस पर नेहरू का क्या जवाब था।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी: व्यक्ति से विचार तक

6 जुलाई 1901 को कोलकाता में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत के उन महान राष्ट्र निर्माताओं में से एक थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक स्वावलंबन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। उनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी एक प्रसिद्ध शिक्षाविद थे। श्यामा प्रसाद ने कोलकाता विश्वविद्यालय से स्नातक की और इंग्लैंड से पढ़कर वे बैरिस्टर बन गए थे। बीजेपी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 33 वर्ष की उम्र में ही वह विश्वविद्यालय के कुलपति बन गए और वह उस समय दुनिया के सबसे युवा कुलपति थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने कई रचनात्मक सुधार किए और इस दौरान वह ‘कोर्ट एंड काउंसिल ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बैंगलोर’ तथा इंटर यूनिवर्सिटी बोर्ड के सक्रिय सदस्य भी रहे।

संबंधितपोस्ट

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मतदाता धोखाधड़ी और घुसपैठियों की सांठगांठ को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

और लोड करें

इसके बाद वह राजनीति में आए और कांग्रेस प्रत्याशी और कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के रूप में बंगाल विधान परिषद के सदस्य चुने गए, इसके बाद वह 1946 में भारत की संविधान सभा के सदस्य भी बने। स्वतंत्रता के बाद पंडित नेहरू की अंतरिम सरकार में उन्हें उद्योग और आपूर्ति मंत्री बनाया गया लेकिन नीतियों से असहमति होने के कारण 1950 में उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की और यही आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का आधार बना। उनका उद्देश्य ‘एक देश, एक विधान, एक प्रधान और एक निशान’ था। मुखर्जी लगातार जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 का विरोध कर रहे थे।

जम्मू-कश्मीर जाने के लिए 1950 के दशक में केंद्र सरकार से परमिट लिया जाता था। कोई भी भारत सरकार से बिना परमिट लिए हुए जम्मू-कश्मीर की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता था। मुखर्जी इसके सख्त खिलाफ थे और इस नियम का विरोध करने के लिए उन्होंने बिना परमिट लिए ही जम्मू-कश्मीर जाने का फैसला कर लिया। 8 मई 1953 को मुखर्जी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से एक पैसेंजर ट्रेन में अपनी यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद वह अम्बाला पहुंचे और यहां से उन्होंने शेख अब्दुल्ला को अपने आने की सूचना दे दी। मुखर्जी ने शेख अब्दुल्ला को भेजे तार में कहा, “मैं जम्मू जा रहा हूं, बिना परमिट के। मेरा वहां जाने का प्रयोजन वहां की परिस्थिति का अवलोकन कर किसी प्रकार शांति स्थापित करना है।” शेख अब्दुल्ला ने उन्हें उत्तर दिया, “मैं आपके जम्मू जाने से कुछ उपयोगी कार्य सिद्ध होने की आशा नहीं करता।”

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की गिरफ्तारी

शिव कुमार गोयल ने ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी: जीवन यात्रा’ पुस्तक में लिखा है, “पठानकोट में भी अपार भीड़ ने उनका हार्दिक स्वागत किया। डिप्टी कमिश्नर ने उनसे मिलकर कहा- ‘मुझे आदेश मिला है कि मैं आपको बिना परमिट जम्मू की ओर जाने दूं’। शाम 4 बजे उनकी जीप रावी पुल के इस ओर माधेपुर पोस्ट पर पहुंची, जहां पठानकोट तथा गुरुदासपुर के रेजीडेंट मजिस्ट्रेट पुलिस बल के साथ उपस्थित थे। जब जीप के लिए परमिट मांगा गया तो उत्तर मिला- ‘पुल के उस पार लखनपुर पोस्ट तक पहुंचें परमिट वहां मिल जाएगा’।”

जैसे ही जीप रावी नदी के पुल के आधे भाग तक पहुंची वहां उन्होंने कठुआ के SP ने रास्ता रोक कर जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल का आदेश दिया। इस आदेश में लिखा था, “डॉ. मुखर्जी ऐसा कार्य कर रहे हैं, जिससे जनता की सुरक्षा और शांति खतरे में पड़ने की आशंका है, इसलिए उनके जम्मू-कश्मीर में प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाता है।” इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, यह 11 मई का दिन था। मुखर्जी ने अपनी गिरफ्तारी को केंद्र सरकार व जम्मू-कश्मीर सरकार का षड्यंत्र बताया था।

इसके अगले दिन 12 मई को मुखर्जी और उनके दो साथियों को श्रीनगर के निशात बाग के पास के एक छोटी की उजड़ी हुई झोपड़ी में ले जाकर नज़रबंदी की स्थिति में रखा गया था। पांचवें दिन 17 मई को मुखर्जी को हल्का बुखार आया और दाएं पैर में दर्द हुआ जिसके बाद उन्हें बैलाडोना का प्लास्टर लगाकर दवाई दे दी गई। 4 जून को फिर उनकी तबियत खराब हुई। इसके बाद 19 जून को उनकी कमर में दर्द हुआ और 20 जून को जेल सुपरिन्टेंडेंट डॉ. अली मुहम्मद को साथ लेकर आए। शाम को मुखर्जी के विरोध के बावजूद ‘स्ट्रैप्टोमाइसीन’ का इंजेक्शन लगाया था।

मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु

22 जून को सुबह 4 बजे मुखर्जी की नींद खुली तो उन्हें दिल के पास के हिस्से में पीड़ा हो रही थी और सांस भी रुकने लगी थी। वैद्य गुरुदत्त ने उन्हें दवाई दी जिसके बाद उन्हें थोड़ी राहत मिली। 7:30 बजे तक डॉक्टर आए और उन्हें ‘कोरामीन’ का इंजेक्शन दिया गया, डॉक्टर ने उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती कराने की सलाह दी। उनके सहयोगियों ने भी साथ अस्पताल चलने को कहा तो उन्हें वहीं रोक दिया गया।

संसद सदस्य उमाशंकर त्रिवेदी नज़रबंदी के खिलाफ याचिका डालना चाहते थे और वे जब मुखर्जी से मुलाकात के लिए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पास पहुंचे तो उन्हें बताया गया है कि वे मुखर्जी से मिल सकते हैं लेकिन उनकी उपस्थिति में ही। इस पर उन्होंने केस कर दिया तो त्रिवेदी को अकेले मुलाकात की छूट दे दी गई। 17 जून को त्रिवेदी ने मुखर्जी से मुलाकात की और हाईकोर्ट में उनका केस पेश कर दिया। 22 जून को जब मुखर्जी अस्पताल में भर्ती थे तो त्रिवेदी उनसे मिलने आए और याचिका पर हस्ताक्षकर कराकर लौट गए। 23 जून को त्रिवेदी को अल-सुबह होटल से अस्पताल ले जाया गया। वहां पहुंचने पर उन्होंने बताया गया कि मुखर्जी का रात निधन हो गया है। मुखर्जी की अचानक हुई रहस्यमय मृत्यु का समाचार मिलते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।

मुखर्जी की मौत की जांच की मांग पर क्या बोले नेहरू?

24 मई को लाखों लोग उनकी शव यात्रा में शामिल हुए और जगह-जगह सभाएं करक उन्हें श्रद्धांजलि दी गईं। इसके साथ ही उनकी मृत्यु को रहस्यमयी बताकर जांच कराये जाने की मांग भी की जाने लगीं। पंडित नेहरू ने मुखर्जी की मृत्यु पर श्रद्धांजलि संदेश भेजा जिसके जवाब में मुखर्जी की मां जोगमाया देवी ने नेहरू को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा। जोगमाया देवी ने लिखा, “आपकी किसी भी शोक संवेदना की प्रतीक्षा मुझे नहीं है। मैं तो सिर्फ न्याय की मांग करती हूं। मेरा बेटा कैद में मरा-एक ऐसी कैद, जिसके लिए किसी भी तरह की न्यायिक प्रक्रिया नहीं थी। आपने अपनी चिट्ठी में प्रभावित करने की कोशिश करते हुए लिखा है कि कश्मीर सरकार ने वह सब किया, जो किया जाना चाहिए था। आप अपने आश्वासन के आधार पर अपना प्रभाव छोडना चाहते हैं तथा सूचनाएं वही हैं, जो आपने पायी हैं।”

उन्होंने आगे लिखा, “मैं पूछती हूं कि इस तरह की सूचना का क्या मोल है, जब यह उस व्यक्ति द्वारा दी जाती है, जो स्वयं ही जांच पड़ताल के घेरे में है? आप कहते हैं कि आपने मेरे बेटे की कैद के दौरान कश्मीर का दौरा किया था। आप उसके प्रति अपने स्नेह की बात करते हैं, लेकिन मैं चकित हूं कि आपको वहां उससे व्यक्तिगत तौर पर मिलने से रोका किसने था तथा उसकी सेहत को लेकर संतुष्ट होने तथा उसकी व्यवस्था करने से आपको मना किसने किया था ?”

5 जुलाई को नेहरू ने जोगमाया देवी को इस पत्र का उत्तर लिखा, इसमें नेहरू ने मृत्यु की जांच कराने से इनकार कर दिया था। नेहरू ने लिखा, “मैं एक मां के दुःख को अच्छी तरह समझ सकता हूं तथा प्यारे बेटे की मौत पर उनकी मानसिक पीड़ा को महसूस कर सकता हूं। मेरे पास ऐसा कोई शब्द नहीं, जो इस आघात को कम कर सके, जिस आघात को आप महसूस कर रही होंगी।”

नेहरू ने आगे लिखा, “डॉ. मुखर्जी की कैद तथा मौत के मामले में काफी सावधानीपूर्वक पूछताछ किए बिना मैंने आपको लिखने का जोखिम पहले नहीं उठाया। मैंने हालांकि कई लोगों से इस बारे में आगे पूछताछ की है, जो मौके पर मौजूद थे और जिनके पास कुछ ठोस जानकारियां थीं। मैं इतना ही कह सकता हूं कि मैं स्पष्ट और ईमानदार निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि इसमें कोई राज नहीं है तथा यह कि डॉ. मुखर्जी का हर तरह से ध्यान रखा गया।”

 

Tags: Jawahar lal NehruShyama Prasad Mukherjeeजवाहर लाल नेहरूश्यामा प्रसाद मुखर्जी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

अगली पोस्ट

नए BJP अध्यक्ष के नाम पर चर्चा के बीच दिल्ली में RSS की अहम बैठक, मोहन भागवत होंगे शामिल

संबंधित पोस्ट

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है
इतिहास

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

23 August 2025

महात्मा गांधी के परपोते श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने बुधवार को राहुल गांधी को एक तीखा और खुला पत्र जारी किया। यह पत्र न केवल निजी टिप्पणी...

"ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"
इतिहास

ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

20 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसदीय अभिलेखों पर आधारित न्यूज़18 की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा सिंधु जल...

देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म
इतिहास

देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

19 August 2025

19 अगस्त/बलिदान-दिवस पूर्वोत्तर भारत में चर्च के षड्यन्त्रों के अनेक रूप हैं। वे हिन्दू धर्म ही नहीं, तो हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि के भी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited