मेघालय की वादियों में शुरू हुआ एक नया जीवन, कुछ ही दिनों में एक दिल दहला देने वाली क्राइम स्टोरी में बदल गया। इंदौर के रहने वाले 30 वर्षीय राजा रघुवंशी ने 11 मई को सोनम रघुवंशी से शादी की थी। लेकिन शादी के महज दो हफ्ते बाद, राजा का शव 2 जून को मेघालय के मशहूर पर्यटन स्थल, वेई सॉडोंग फॉल्स के पास एक गहरी खाई में सड़ी-गली हालत में मिला। उनके सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे।
कॉल डिटेल्स से खुला राज
जैसे-जैसे पुलिस जांच में आगे बढ़ी, सोनम रघुवंशी के कॉल रिकॉर्ड में एक चौंकाने वाली बात सामने आई। उसने एक व्यक्ति को, जो उसके फोन में “संजय वर्मा” के नाम से सेव था, 100 से ज्यादा बार कॉल किया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनम ने संजय वर्मा को 119 बार कॉल किए थे। लेकिन असल में ऐसा कोई संजय वर्मा नहीं था। वह नंबर राज कुशवाहा का था, वह व्यक्ति जो सोनम के परिवार के व्यापार में काम करता था और पुलिस के अनुसार, कई सालों से सोनम का प्रेमी था।
एक सुनियोजित हत्या की साजिश
पुलिस का मानना है कि सोनम और राज कुशवाहा ने मिलकर राजा की हत्या की योजना बनाई। इस साजिश को अंजाम देने के लिए उन्होंने तीन सुपारी किलर्स को हायर किया, जो सोनम और राजा के हनीमून के दौरान उनके पीछे-पीछे चलते रहे।
जानकारी के अनुसार, राजा की हत्या के कम से कम तीन असफल प्रयास हुए, पहले गुवाहाटी में, फिर नोंगरियात में और आखिरकार वेई सॉडोंग फॉल्स के पास। 23 मई को, आखिरकार राजा की हत्या कर दी गई। पुलिस को मौके से एक माचेती (तेजधार हथियार), खून से सने कपड़े और सीसीटीवी फुटेज जैसी अहम सबूत मिले हैं।
हत्या के बाद फरारी
राजा की हत्या के बाद सोनम फरार हो गई। वह असम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश से होती हुई आखिरकार 8 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पकड़ी गई। पुलिस ने यहां तक भी दावा किया है वह हत्या के बाद इंदौर रहने के लिए चली गई थी और राज कुशवाहा द्वारा किराए पर लिए गए एक फ्लैट में रह रही थी। जब पुलिस ने इस मामले में लोगों को गिरफ्तार करना शुरू किया तो राज और सोनम डर गए, इसके बाद राज ने प्लानिंग के तहत सोनम से उत्तर प्रदेश जाने को कहा। इंदौर से सोनम यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर चली गई और खुद के अपहरण की झूठी कहानी बताकर अपने घर फोन किया, जिसके बाद सोनम के भाई ने पुलिस को सोनम के ढाबे पर होने की जानकारी दी थी।
हत्या का मकसद
जांच में अब तक जो सामने आया है, उसके मुताबिक इस हत्या के पीछे व्यक्तिगत और संभवतः आर्थिक कारण हो सकते हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें संपत्ति, पैसे या जलन की भूमिका थी या नहीं। राज कुशवाहा सोनम को अपने साथ रखना चाहता था और शायद सोनम इस नई शादी से छुटकारा चाहती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनम और राज ने शादी के 3 दिन बाद से ही राजा की हत्या की प्लानिंग करनी शुरू कर दी थी, जिससे जुड़े व्हाट्सऐप चैट्स सोनम के मोबाइल से पुलिस को मिले हैं।
सोनम ने कबूली हत्या की बात
सोनम, कुशवाहा और तीनों सुपारी किलर फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं। सोनम से मेघालय में पूछताछ की जा रही है, जहां हत्या हुई थी। पुलिस पूछताछ में सोनम ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस का दावा है कि उसने हत्या के वक्त पास खड़े होकर सब कुछ देखा और फिर सबूत मिटाने के लिए राजा का फोन नष्ट कर दिया। एसपी सैयम ने बताया, “उसने सब कुछ होते देखा और फिर डिजिटल सबूत मिटाने के लिए राजा का फोन भी खत्म कर दिया।”
परिवार की बर्बादी
राजा रघुवंशी का परिवार सदमे में है। वे इस हत्या को एक ठंडे दिमाग से की गई साजिश बताते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। परिवार का कहना है कि सोनम का व्यवहार उन्हें पहले से ही संदिग्ध लग रहा था। वहीं, सोनम का परिवार उसकी बेगुनाही की बात कर रहा है और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
मेघालय की पर्यटन सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने मेघालय की पर्यटन सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार दूरदराज के पर्यटन स्थलों पर निगरानी बढ़ाए और सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जाएं।
पूरी तरह से सुनियोजित प्लान
पुलिस के मुताबिक, हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी। हत्या में शामिल कोई भी व्यक्ति पहले कभी मेघालय नहीं गया था, जो यह साबित करता है कि सारी योजना और लॉजिस्टिक्स पहले से तय थे। हत्या के बाद राजा का शव एक गहरी खाई में फेंक दिया गया। इस बीच, मेघालय पुलिस की एक टीम इंदौर में तैनात है, जो और गवाहों और संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि सच्चाई पूरी तरह सामने लाई जा सके।