इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में असम पुलिस ने अब राजा की मौसेरी बहन और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सृष्टि रघुवंशी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की कार्रवाई का आधार सृष्टि द्वारा पहले सोशल मीडिया पर दिया गया वह बयान बना, जिसमें उसने राजा की हत्या को असम के कामाख्या मंदिर में ‘नरबलि’ का नतीजा बताया था। इस दावे के बाद असम में धार्मिक भावनाएं भड़कने और सामाजिक तनाव बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने BNS की धारा 196(2), 299 और 302 के तहत सृष्टि के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुजारी बोले- ‘बदनाम किया जा रहा है कामाख्या मंदिर’
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने इस पूरे मामले पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि जब भी मंदिर के आसपास कोई आपराधिक घटना होती है, तब ‘मानव बलि’ जैसे आरोप लगाकर मंदिर की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जाती है।
उन्होंने कहा, “कामाख्या मंदिर वैदिक परंपराओं और श्रद्धा का केंद्र है। पुजारी ने कहा, “हर साल देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु कामाख्या मंदिर आते हैं। इस तरह के आरोपों से मंदिर की छवि खराब होगी। मानव बलि जैसी कोई परंपरा यहां नहीं है।” पुजारी ने असम सरकार से अपील की है कि ऐसे भ्रामक और अपमानजनक बयानों को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाएं।
सृष्टि ने मांगी माफी
पेशे से सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सृष्टि रघुवंशी अपने भाई राजा के लापता होने से लेकर उनके शव मिलने तक लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय थी। उन्होंने कई वीडियो अपलोड किए थे, जिनमें से एक में उन्होंने राजा की हत्या को ‘नरबलि’ बताया था। यह वीडियो वायरल होने के बाद विवादों में घिर गईं सृष्टि ने बाद में सोशल मीडिया पर सार्वजनिक माफी मांगी। उन्होंने कहा कि वह बेहद भावुक थीं और उनका उद्देश्य किसी धर्म या समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने भी सृष्टि के बचाव में कहा कि वह पहले ही सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुकी हैं, और यदि जरूरत पड़ी तो वे खुद असम जाकर स्थिति स्पष्ट करने को तैयार हैं।
परिवार ने पहले ही जताई थी नरबलि की आशंका
गौरतलब है कि राजा की मां उमा रघुवंशी और भाई विपिन ने पहले ही नरबलि की आशंका जाहिर की थी। उमा रघुवंशी ने कहा था कि सोनम और उसके परिवार का तंत्र-मंत्र में बहुत विश्वास है। उमा के मुताबिक, शादी के बाद सोनम ने राजा को खास तौर पर असम स्थित कामाख्या देवी मंदिर ले जाने की जिद की थी और कहा था कि जब तक वह वहां दर्शन नहीं कर लेतीं, तब तक गृहस्थ जीवन की शुरुआत नहीं करेंगी। उमा रघुवंशी का दावा था कि सोनम पर मंगल दोष था और उसे शांत करने के लिए उसने तांत्रिक उपाय किए, जिसमें उनके बेटे राजा की बलि चढ़ा दी गई। राजा के परिवार द्वारा दावा किया गया था कि जिस दिन राजा की हत्या हुई, वह दिन ‘ग्यारस’ था जो तांत्रिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
कब और कैसे हुआ था राजा का मर्डर?
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। शादी के बाद 21 मई को दोनों हनीमून पर असम के गुवाहाटी और फिर मेघालय के सोहरा क्षेत्र पहुंचे। 23 मई को राजा अचानक लापता हो गया। 2 जून को उसका शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक गहरी घाटी में क्षत-विक्षत हालत में मिला। सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मिली थी।