आरिफ ने 4 साल की मासूम से वैन में किया रेप, प्राइवेट पार्ट में हुए जख्म; अन्य बच्चियों के साथ भी दरिंदगी का शक

आरिफ ने बच्ची और उसकी मां को धमकाया भी था और शिकायत करने पर बच्ची को गायब करने की धमकी दी थी

उत्तर प्रदेश के लखनऊ के इंदिरानगर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। एक प्रतिष्ठित स्कूल की वैन के चालक मोहम्मद आरिफ ने चार साल की मासूम बच्ची के साथ वैन में रेप किया है। इस जघन्य अपराध के बाद आरोपी ने न केवल बच्ची को डराया-धमकाया, बल्कि शिकायत करने पर मां को भी धमकी दी कि वह बच्ची को गायब कर देगा। इस मामले में स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार की लापरवाही भी सामने आई है, जिन्होंने शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की थी।

मासूम की मां ने दिखाई हिम्मत, आरोपी गिरफ्तार

हरदोई के कोतवाली देहात की रहने वाली एक महिला अपनी चार साल की बेटी के साथ इंदिरानगर में रहती हैं। उन्होंने अपनी बेटी का दाखिला इंदिरानगर के एक नामी स्कूल में कराया था। स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार ने बच्ची के लिए वैन की व्यवस्था की थी, जिसका चालक मो. आरिफ था। 14 जुलाई को जब बच्ची स्कूल से घर लौटी, तो वह बेहद डरी हुई और परेशान थी।

मां ने जब उससे बात की, तो बच्ची ने रोते हुए बताया कि वैन चालक मो. आरिफ ने सुबह स्कूल ले जाते समय वैन में उसके साथ ‘शैतानी’ की। बच्ची ने इशारों में अपनी आपबीती सुनाई, जिसे सुनकर मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। मां तुरंत बच्ची को डॉक्टर के पास ले गई, जहां पता चला कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में जख्म हैं। बच्ची ने बताया कि घटना के समय वह वैन में अकेली थी, और मो. आरिफ ने उसका विरोध करने पर उसे मारपीट कर डराया भी था। इस वजह से मासूम इतनी सहम गई कि उसने बड़ी मुश्किल से अपनी मां को यह बात बताई।

मां को धमकी, स्कूल प्रबंधक की चुप्पी

जब मां ने मो. आरिफ से इस बारे में बात की, तो वह भड़क गया और धमकाने लगा। उसने कहा, “अगर तुमने इस बारे में किसी से कुछ कहा, तो बच्ची को गायब कर दूंगा और तुम्हारा पूरा परिवार खामियाजा भुगतेगा।” इतना ही नहीं, जब मां ने स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार से शिकायत की, तो उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की और कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन मां ने हिम्मत नहीं हारी और बृहस्पतिवार को इंदिरानगर थाने में मो. आरिफ और संदीप कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया। शिकायत में दुष्कर्म, पॉक्सो, अनुसूचित जाति एवं जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम और धमकाने जैसे गंभीर आरोप शामिल किए गए

पुलिस ने आरिफ को जेल भेजा, वैन की तलाश जारी

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शुक्रवार दोपहर मो. आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले की जांच एसपी गाजीपुर ए विक्रम सिंह को सौंपी गई है। अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को शक है कि मो. आरिफ ने पहले भी अन्य बच्चियों के साथ ऐसी घिनौनी हरकत की हो सकती है। इस पहलू की जांच के लिए पुलिस स्कूल की वैन से आने-जाने वाली अन्य छात्राओं से भी पूछताछ करेगी। हालांकि, घटना वाली वैन अभी बरामद नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने बताया कि मो. आरिफ ने पूछताछ में कुछ अहम जानकारी दी है, जिसके आधार पर वैन की तलाश की जा रही है।

आरिफ की क्रूरता ने समाज को झकझोरा

आरिफ की इस क्रूर और अमानवीय हरकत ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। एक मासूम बच्ची के साथ ऐसा घृणित अपराध करने वाला यह शख्स न केवल बच्ची को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर चुका है, बल्कि उसने पीड़ित परिवार को डराने-धमकाने की भी कोशिश की। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर कोई साक्ष्य मिटाने या छिपाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।

न्याय की मांग, स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल

इस मामले ने स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को भी उजागर किया है। स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार की चुप्पी और कार्रवाई न करने की प्रवृत्ति से अभिभावकों में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर स्कूल प्रबंधन ने ऐसी गंभीर शिकायत को क्यों नजरअंदाज किया? इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूलों की जवाबदेही पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।  आरिफ जैसे अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग पूरे शहर में उठ रही है। मासूम बच्ची और उसके परिवार के साथ खड़े होकर लोग न्याय की गुहार लगा रहे हैं। समाज का हर वर्ग इस जघन्य अपराध के खिलाफ एकजुट है और मांग कर रहा है कि ऐसे हैवानों को जल्द से जल्द सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई दूसरा मो. आरिफ किसी मासूम की जिंदगी बर्बाद करने की हिम्मत न कर सके।

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