ज़मींदोज़ होता धर्मांतरण का धंधा: मौलाना हाजी पीर जलालुद्दीन की 3 करोड़ की आलीशान कोठी पर गरजा बाबा का बुलडोज़र

करीब 8 बुलडोजरों और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में की गई इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी

मौलाना हाजी पीर जलालुद्दीन की आलीशान कोठी पर गरजा बाबा का बुलडोज़र

मौलाना हाजी पीर जलालुद्दीन की आलीशान कोठी पर गरजा बाबा का बुलडोज़र

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में मंगलवार को एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई के तहत अवैध धर्मांतरण रैकेट के मुख्य आरोपी ‘मौलाना हाजी पीर जलालुद्दीन’ उर्फ छांगुर बाबा की 2 बीघा ज़मीन पर बनी करोड़ों की कोठी को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। करीब 8 बुलडोजरों और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में की गई इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी। यह आलीशान कोठी ग्रामसभा की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी और यहीं से छांगुर बाबा हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर मुस्लिम बनाने वाले अपने नेटवर्क का संचालन करता था।

अवैध निर्माण पर प्रशासन का बुलडोजर एक्शन

प्रशासन ने सोमवार को ही छांगुर बाबा की कोठी पर तीन नोटिस चस्पा किए थे, जिनमें सात दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन निर्धारित समय से पहले ही मंगलवार सुबह तहसीलदार उतरौला के नेतृत्व में बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी गई। कोठी की अनुमानित कीमत करीब 3 करोड़ रुपये बताई गई है, जिसे ध्वस्त कर मिट्टी में मिलाने की कवायद जारी है

गिरफ्तारियां, डायरी और 100 करोड़ का अवैध फंड

इससे पहले शनिवार को यूपी एटीएस ने जलालुद्दीन को बलरामपुर से गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि हाजी पीर जलालुद्दीन ने विदेशी फंडिंग के जरिए 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि जुटाई, जिसका इस्तेमाल धर्मांतरण, महंगी प्रॉपर्टी और शोरूम खरीदने में किया गया। पुलिस को उसके ठिकानों से एक डायरी भी मिली है, जिसमें 100 से अधिक लोगों के नाम दर्ज हैं जिन्हें धर्मांतरण के लिए टारगेट किया गया था। जब प्रशासन ने कोठी पर नोटिस चस्पा किए थे, तब छांगुर बाबा की बहू ने इसका विरोध किया और पैमाइश रुकवा दी। बावजूद इसके, मंगलवार को प्रशासनिक टीम ने ताले तोड़कर कार्रवाई शुरू की।

मुख्यमंत्री योगी का सख्त संदेश

इस कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर कड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालउद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं। उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और उन पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।” सीएम योगी ने कहा कि राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है और उन्हें कानून के अनुसार ऐसी सजा दी जाएगी, जो समाज के लिए एक उदाहरण बने।

50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा

जांच में यह भी पाया गया कि हाजी पीर जलालुद्दीन ने अब तक 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है। उसके पास 40 से अधिक बैंक खाते हैं, जिनमें लगभग 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। ये सारी गतिविधियां संदिग्ध मानी जा रही हैं और इनका सीधा संबंध धर्मांतरण नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। गिरोह के द्वारा धर्मांतरण के लिए बाकायदा रेट तय किए गए थे- ब्राह्मण, क्षत्रिय और सरदार लड़कियों के लिए 15 से 16 लाख रुपये, पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए 10 से 12 लाख रुपये और अन्य जातियों की लड़कियों के लिए 8 से 10 लाख रुपये

लव जिहाद और धर्मांतरण का गंदा खेल

जांच में सामने आया कि छांगुर बाबा उर्फ हाजी पीर जलालुद्दीन ने मुंबई निवासी नवीन घनश्याम रोहरा, उनकी पत्नी नीतू और बेटी समाले को भी इस धर्मांतरण के कांड में शामिल किया था। इसके बाद जमालुद्दीन ने उनका ब्रेनवॉश कर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित किया और धर्म परिवर्तन के बाद इनके नाम बदलकर जमालुद्दीन, नसरीन और सबीहा रख दिए गए। ये लोग अब बलरामपुर में जमालुद्दीन के ही पते पर रहते हैं।

एक और चौंकाने वाला मामला लखनऊ की गुंजा गुप्ता का है, जिसे आरोपी अबू अंसारी ने खुद को अमित बताकर प्रेमजाल में फंसाया और फिर छंगुर बाबा की दरगाह पर ले जाकर नीतू रोहरा और जमालुद्दीन की मदद से ब्रेनवॉश कर इस्लाम कबूल करवाया गया। उसका नया नाम अलीना अंसारी रख दिया गया। आरोपियों ने न केवल गरीब और असहाय लोगों को धर्म बदलने के लिए दबाव डाला बल्कि उन्हें लालच और धमकियों के जरिए मजबूर किया। बात न मानने पर उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने और पुलिस-कोर्ट के माध्यम से प्रताड़ित करने की धमकियां दी जाती थीं। छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर चला बुलडोजर धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग और राष्ट्रविरोधी साजिश जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ राज्य सरकार के कड़े रुख का उदाहरण है। जांच अभी जारी है और यह साफ हो गया है कि योगी सरकार धर्मांतरण जैसे अपराधों के खिलाफ किसी भी हद तक कार्रवाई करने को तैयार है।

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