बिजनौर में लव जिहाद का मामला: नसीम ने रवि बनकर विधवा से की शादी, धर्मांतरण का बनाया दबाव

शादी के बाद शुरू हुआ धर्म परिवर्तन का खेल, विरोध पर किया मानसिक उत्पीड़न

बिजनौर में लव जिहाद का मामला: नसीम ने रवि बनकर विधवा से की शादी, धर्मांतरण का बनाया दबाव

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विधवा महिला ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि एक व्यक्ति ने खुद का रवि नाम बताया और उससे पहले दोस्ती की, फिर विश्वास जीतकर शादी कर ली। अब वह व्यक्ति महिला पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा है।

आरोपी की पहचान नसीम के रूप में, असली नाम छुपाकर की शादी

शिकायत दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने जांच की तब पता चला कि आरोपी का असली नाम नसीम है। पुलिस रिपोर्टस के अनुसार, नसीम ने अपनी असली पहचान छिपाकर महिला से संबंध बनाए और फिर शादी कर ली। शादी के बाद उनके बच्चे भी हुए, जिससे महिला को उस पर विश्वास हो गया। लेकिन कुछ समय बाद उसे नसीम की सच्चाई का पता चला। जब उसने उससे सवाल किए, तो आरोपी ने दबाव बनाना शुरू कर दिया कि वह अपना धर्म बदलकर इस्लाम अपनाए।

जमा-पूंजी हड़पी, धर्मांतरण के लिए मानसिक उत्पीड़न

महिला का आरोप है कि नसीम ने शादी के बाद न सिर्फ उसकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, बल्कि उसकी जमा-पूंजी भी हड़प ली। वह लगातार उस पर इस्लाम अपनाने के लिए मानसिक दबाव बनाता रहा। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उसने मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।

महिला द्वारा की गई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। आरोपी नसीम को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है, साथ ही उत्तर प्रदेश धर्मांतरण प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के अंतर्गत भी केस दर्ज किया गया है।

पुलिस कर रही गहन जांच, जल्द दाखिल होगी चार्जशीट

बिजनौर पुलिस ने बताया कि मामला बहुत संवेदनशील है और इसकी अच्छी तरह जांच की जा रही है। महिला के आरोपों की जांच के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं। आरोपी से पूछताछ भी की जा रही है ताकि सच पता चल सके।

पुलिस विभाग ने यह भी बताया कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए जल्द ही आरोपी के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।

यह मामला न सिर्फ धोखाधड़ी और पहचान छिपाने का है, बल्कि एक महिला की सामाजिक, आर्थिक और मानसिक शोषण की गवाही भी देता है, जिस पर अब कानून की नजर है।

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