पिछले कुछ सालों से कांग्रेस का रवैया चीन और पाकिस्तान को समर्थन देने वाला सामने आ रहा है। अब इसी कड़ी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम भी शामिल हो गए हैं। चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, जिसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, भाजपा नेता निशिकांत ठाकुर, शहजाद पूनावाला और अमित मालवीय समेत अन्य ने इसके लिए कांग्रेस को जमकर सुनाया है।
आतंकियों के पाकिस्तानी होने का मांगा सबूत
जानकारी हो कि संसद भवन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस होनी है। इससे ठीक पहले कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। चिदंबरम ने अपने एक इंटरव्यू में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सवाल उठाए कि क्या हमले में शामिल आतंकी वाकई पाकिस्तान से आए थे? क्या इस बात के सबूत हैं? उन्होंने यह भी कहा कि हमले में घरेलू आतंकी भी हो सकते हैं।
इस बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोल दिया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा से दुश्मनों की तरफदारी करती है और पाकिस्तान को क्लीन चिट देती है। जानकरी हो कि पी चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कहा कि सरकार यह साफ नहीं कर रही कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने हमले के बाद क्या काम किया है।
क्या यह पक्का है कि वे पाकिस्तान से ही आए थे?
इसी दौरान चिदंबरम ने ये भी कहा कि क्या सरकार आतंकियों की पहचान की है? क्या यह पक्का है कि वे पाकिस्तान से ही आए थे? इसके साथ ही चिदंबरम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए नुकसान छिपाने का भी आरोप लगाया। चिदंबरम ने कहा कि जंग में दोनों पक्षों को नुकसान होता है। ब्रिटेन ने वर्ल्ड वॉर में रोजाना अपने नुकसान बताए। भारत को भी ऐसा करना चाहिए। सरकार सब कुछ छुपा रही है।
पीएम मोदी को भी घेरा, चर्चा से घबरा रही सरकार
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने पूछा कि जब पीएम मोदी देश को संबोधित कर सकते हैं, रैलियों में भाषण दे सकते हैं, तो संसद में क्यों नहीं बोल रहे? चिदंबरम ने यह भी आरोप लगाया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा खुद भारत ने नहीं बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी। क्या सरकार इस पर चर्चा से घबरा रही है?
चिदंबरम के समर्थन में उतरे इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने चिदंबरम के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि असली गलती तो भाजपा की है, जिसने पाकिस्तान के साथ युद्धविराम कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक ही स्तर पर खड़ा कर दिया गया है। आतंकवादी जिंदा हैं, क्या ये शर्म की बात नहीं है?
भाजपा का पलटवार, पाकिस्तान को बचाने की कोशिश
इस विवाद के बीच भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चिदंबरम वही नेता हैं, जिन्होंने भगवा आतंक का झूठ फैलाया। अब फिर से वे पाकिस्तान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हर बार पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर सवाल उठाने की जगह उसे बचाने में ही जुट जाती है। मालवीय ने कहा कि जब भी भारत पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करता है, कांग्रेस के नेता इस्लामाबाद के बचाव में खड़े नजर आते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ: पूनावाला
इधर, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ी दिखती है, चाहे वो मुंबई हमले हों या सर्जिकल स्ट्राइक या अब पहलगाम हमला। उन्होंने कहा कि संसद में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
पाकिस्तान का साथ देने की क्या है मजबूरी: अनुराग ठाकुर
ऑपरेशन सिंदूर पर पी चिदंबरम के बयान पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने भी तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब भी पाकिस्तान और आतंकवाद की बात होती है, तो राहुल गांधी की कांग्रेस, पाकिस्तान से भी ज़्यादा उसका पक्ष लेती है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस को पाकिस्तान का साथ देने की क्या मजबूरी है। उन्होंने कहा कि एक पूर्व गृहमंत्री का ऐसा बयान कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करता है।
संजय सिंह ने भी जताया विरोध
पी चिदंबरम के इस बयान पर कि पहलगाम हमलावर पाकिस्तानी नहीं थे, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि चिदंबरम को शाद जानकारी की कमी है। यहां पर सरकार कह चुकी है कि वे पाकिस्तानी आतंकी थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का भारत में आतंक फैलाने का इतिहास रहा है और देश में हुए सभी बड़े आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान का ही हाथ रहा है।
अब महत्वपूर्ण बात यह है कि सारी बयानबाजी ऐसे समय पर हो रही है जब संसद में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले को लेकर बड़ी बहस होनी है। इन सबके बीच पी चिदंबरम के बयान से कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव और तेज होने की आशंका है। इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में जबरदस्त बहस की संभावना जताई जा रही है।