उत्तर प्रदेश के आगरा के शाहगंज थाना क्षेत्र से एक बेहद गंभीर और झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने कांग्रेस नेता और अधिवक्ता जलालुद्दीन पर हथियार की नोक पर कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि जलालुद्दीन ने न सिर्फ शारीरिक शोषण किया बल्कि उस पर निकाह करने, धर्म बदलवाने और कलमा पढ़ने का भी दबाव बनाया।
महिला ने बताया कि उसकी पहली मुलाकात जलालुद्दीन से जुलाई 2019 में दीवानी कचहरी में हुई थी। वह उस वक्त अपने भाइयों से चल रहे संपत्ति विवाद को लेकर कचहरी पहुंची थी, जहां आरोपी ने खुद को कांग्रेस का नेता और वकील बताते हुए उसकी मदद का भरोसा दिलाया। धीरे-धीरे उसने महिला का भरोसा जीत लिया लेकिन इसके बाद जो कुछ भी हुआ, उसने उसकी जिंदगी को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है, हालांकि अब तक आरोपी फरार है।
पिस्तौल दिखाकर किया दुष्कर्म
इस मामले में पीड़िता ने जो दर्दभरी आपबीती सुनाई है, वह किसी भी संवेदनशील इंसान को भीतर तक हिला देगी। महिला के मुताबिक, सितंबर 2019 में जलालुद्दीन ने दवा दिलाने के बहाने उसे एमजी रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय बुलाया। वहां उसने पिस्तौल दिखाकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। घटना के बाद उसने धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया, तो वो उसे बदनाम कर देगा।
डर और समाज में बदनामी के भय से पीड़िता ने अपने दिव्यांग पति तक को इस बारे में कुछ नहीं बताया। मगर आरोपों के मुताबिक, जलालुद्दीन यहीं नहीं रुका, इसके बाद वह लगातार महिला को धमकाता रहा और बार-बार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। धीरे-धीरे वह पीड़िता के घर भी आने लगा, जहां वह जबरन धर्म परिवर्तन, निकाह और कलमा पढ़ने का दबाव डालता। उसने नमाज़ पढ़ने और रोज़ा रखने तक के लिए महिला को मजबूर किया। इतना ही नहीं, पीड़िता ने बताया कि जब उसकी मां का निधन हुआ, तो जलालुद्दीन ने मौके का फायदा उठाकर उसके घर पर ही कब्जा कर लिया और वहीं पर नमाज़ पढ़ना शुरू कर दिया।
चाकू से किया हमला
पीड़िता ने बताया कि 1 जनवरी 2025 को दोपहर करीब 3:20 बजे जलालुद्दीन ने उस पर चाकू से हमला करने की कोशिश की, जिसमें वह किसी तरह जान बचाकर निकल पाई। इस घटना की रिकॉर्डिंग भी उसके पास मौजूद है। घटना से बुरी तरह डर चुकी महिला अपने दिव्यांग पति के साथ गुजरात चली गई लेकिन वहां भी चैन नहीं मिला। आरोपी लगातार उसे फोन पर धमकाता रहा। डर के साए में जीती इस महिला ने आखिरकार 2 जुलाई 2025 को शाहगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन तब FIR नहीं लिखी गई। हारकर उसने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) को प्रार्थनापत्र दिया जिसके बाद शुक्रवार को केस दर्ज किया गया। शाहगंज थाना प्रभारी बिरेश पाल गिरि ने पुष्टि की है कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है और आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।