भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

भारत ने सुरक्षा चिंताओं के चलते पाक सितारों के सोशल मीडिया पर किया नियंत्रण।

सुरक्षा कारणों से भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

एक दिन पहले जब पाकिस्तान के कई कलाकारों और क्रिकेटरों के सोशल मीडिया अकाउंट्स भारत में थोड़े समय के लिए दिखे, तो सरकार ने आपातकालीन समीक्षा के बाद फिर ब्लॉक कर दिया है। 2 जुलाई को  मावरा होकेन, सबा कमर, अहद रज़ा मीर, युमना जैदी और दानिश तैमूर जैसे अभिनेताओं के इंस्टाग्राम अकाउंट भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए अस्थायी रूप से उपलब्ध थे। इसके साथ ही क्रिकेटर शाहिद अफरीदी और शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल और हम टीवी, एआरवाई डिजिटल और हर पल जियो जैसे मनोरंजन प्लेटफॉर्म भी दिखाए गए। लेकिन अगले दिन सुबह तक ये अकाउंट फिर से भारत में प्रतिबंधित कर दिए गए। इन्हें खोजने पर उपयोगकर्ताओं को संदेश दिखा: “यह खाता भारत में उपलब्ध नहीं है। यह इसलिए क्योंकि हमने कानूनी अनुरोध के तहत इस सामग्री को प्रतिबंधित किया है।”

भारत में अब तक 18,000 से अधिक पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स पर बैन

सरकारी सूत्रों के अनुसार, अब तक भारत में 18,000 से ज्यादा पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स ब्लॉक किए जा चुके हैं। इनमें पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रीय सितारों, प्रभावशाली व्यक्तियों, मीडिया संस्थानों और मनोरंजन नेटवर्क के व्यक्तिगत खाते शामिल हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इन खातों का थोड़ी देर के लिए दिखाई देना किसी नीति परिवर्तन के कारण नहीं बल्कि तकनीकी गड़बड़ी या प्लेटफॉर्म्स द्वारा पालन में देरी के कारण था। कुछ अकाउंट्स अभी भी कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए दिखाई दे सकते हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही ये भी प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे क्योंकि समस्या को सुधार लिया गया है।

प्रतिबंध के पीछे की कानूनी वजह और सरकार की एडवाइजरी

ये प्रतिबंध मूलतः 8 मई 2025 को जारी की गई सूचना प्रौद्योगिकी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) नियम, 2021 की धारा II के तहत एक सलाहकार आदेश के कारण लागू किए गए हैं। इस निर्देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, स्ट्रीमिंग सेवाओं और डिजिटल इंटरमीडियरीज को तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान से आने वाली वेब सीरीज, फिल्मों, गीतों और अन्य मीडिया सामग्री को रोकने को कहा गया है। इस एडवाइजरी में भारत की संप्रभुता, राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था और अखंडता के खतरों का हवाला दिया गया था और प्रकाशकों तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को पूरी तरह से अनुपालन करने की चेतावनी दी गई थी।

आतंकवाद, प्रतिशोध और डिजिटल प्रतिबंध

पाकिस्तानी अकाउंट्स के पुनः दिखने पर ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने कड़ी निंदा की और इसे सीमा पार आतंकवाद पीड़ित परिवारों के प्रति अपमान बताया। AICWA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पाकिस्तानी कंटेंट पर पूर्ण डिजिटल ब्लैकआउट, भविष्य की सभी सहयोगों पर प्रतिबंध और पाकिस्तान के साथ स्थायी सांस्कृतिक अलगाव की मांग की। उन्होंने 26/11, पुलवामा, उरी और पहलगाम जैसे आतंकवादी हमलों का हवाला देते हुए पाकिस्तान को “आतंकवादी राष्ट्र” करार दिया।

यह डिजिटल प्रतिबंध भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए तनाव के बाद उठाए गए कदम हैं। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने एक पर्यटक काफिले पर हमला किया था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए, जिनमें से 25 भारतीय थे। इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ नामक संगठन ने ली थी, जो प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रॉक्सी है और पाकिस्तान से संचालित होता है।

इस त्रासदी के बाद भारत ने कई कूटनीतिक और सैन्य कदम उठाए:

इसके बाद कई पाकिस्तानी सितारों ने ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना की, जिससे भारत में सांस्कृतिक बहिष्कार की मांग और तेज हो गई। इसी सार्वजनिक और राजनीतिक दबाव के चलते सरकार ने पाकिस्तानी मूल के डिजिटल कंटेंट पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया।

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