दूसरे देशों से भी सीखे भारत, नकाब पर प्रतिबंध का आ गया समय!
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

दूसरे देशों से भी सीखे भारत, नकाब पर प्रतिबंध का आ गया समय!

आपराधिक गतिविधियों के लिए हो रहा नकाब का दुरुपयोग

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
1 July 2025
in धर्म
दूसरे देशों से भी सीखे भारत, नकाब पर प्रतिबंध का आ गया समय!

नकाब पहनी महिलाएं

Share on FacebookShare on X

भारत जैसे विविधतापूर्ण और लोकतांत्रिक देश में किसी भी धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है। लेकिन, इसके साथ यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि यह स्वतंत्रता राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक सुरक्षा या सामाजिक जवाबदेही को कम करने का लाइसेंस नहीं है, और न ही होनी चाहिए। लेकिन, इन दिनों कुछ मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला नकाब (पूरा चेहरा ढकने वाला घूंघट) शालीनता के प्रतीक से कहीं अधिक हो गया है। अब इसका दुरूपयोग छिपाने, धोखे और कुछ मामलों में आपराधिक गतिविधियों के लिए होने लगा है। इसे देखते हुए अब इस पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाने की मांग भी उठने लगी है।

हालांकि, यह धार्मिक पहचान पुलिसिंग को लेकर नहीं है। यह सार्वजनिक जीवन में स्पष्टता और जवाबदेही बहाल करने के बारे में है। यह सुनिश्चित करना है कि कपड़े का कोई भी टुकड़ा, चाहे वह कितना भी धार्मिक रूप से प्रतीकात्मक क्यों न हो, कानून तोड़ने वालों को बचाने या सार्वजनिक सुरक्षा में बाधा डालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

संबंधितपोस्ट

संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

कितना भरोसेमंद है BBC? नई दिल्ली से तेल अवीव और वॉशिंगटन तक क्यों गिरती जा रही है बीबीसी की साख और विश्वसनीयता ?tfi

और लोड करें

अपराध के लिए हो रहा दुरुपयोग

पिछले दिनों समय—समय पर नकाब के दुरुपयोग के मामले भी सामने आते रहे हैं। गंभीर आपराधिक मामलों में नकाब का बार-बार दुरुपयोग किया गया है। नकाब के दुरुपोग पर डालते हैं एक नजर

कोर्ट से भागा रेप का आरोपी

बिहारा की राजधानी पटना में (अगस्त 2024) में एक 11 वर्षीय लड़की के अपहरण और रेप का आरोपी मोहम्मद आसिफ बुर्का पहनकर अदालत से भाग निकला। आखिरकार उसे पकड़ लिया गया, लेकिन इससे पहले उसने यह उजागर कर दिया कि किस तरह से चेहरा ढकने वाले कपड़ों का इस्तेमाल हमारी न्यायिक प्रणाली को कमजोर करने के लिए किया जा सकता है।

कश्मीर में पुलिस अधिकारी की हत्या

इसी तरह साल 2015 में बुर्का पहने एक आतंकवादी ने कश्मीर के पंपोर में दिनदहाड़े एक पुलिस अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि, इस घटना के गवाह हमलावर की पहचान नहीं कर सके, जिससे साबित होता है कि कैसे पूरे चेहरे को ढकने वाले नकाब का इस्तेमाल घातक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। इतना ही नहीं, मुंबई, पुणे और दिल्ली जैसे शहरों में बुर्का या नकाब पहन कर बैंक लूटने, ज्वेलरी स्टोर लूटने और भीड़भाड़ वाले बाजारों से बिना पहचाने भागने वाले व्यक्तियों की कई रिपोर्टें सामने आई हैं। ये घटनाएं यह साबित करती हैं कि अपराध के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, ये दुर्लभ मामले नहीं हैं। ये हमारी कानूनगत कमजोरियों की ओर इशारा करते हैं! किसी भी जिम्मेदार राज्य को तुरंत और दृढ़ता से संबोधित करना चाहिए।

सार्वजनिक सुरक्षा के लिए बड़ा जोखिम

हालांकि, सार्वजनिक सुरक्षा के नाम पर यह स्पष्ट है कि नकाब न केवल चेहरे को बल्कि पहचान, चेहरे के भाव और इरादे को भी अस्पष्ट करता है। ऐसे समय में जब भारत हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों और सार्वजनिक निगरानी ग्रिडों में चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक पर तेजी से निर्भर हो रहा है, ऐसे में पूरे चेहरे को ढकने की अनुमति देना असुरक्षा को खुला निमंत्रण है। इधर, दिल्ली में हाल ही में एक नकाब पहने ड्राइवर के साथ हुई दुर्घटना ने एक और चिंता को उजागर किया है। कपड़े ने न केवल चेहरे को पहचान से बचाया बल्कि स्पष्ट रूप से ड्राइविंग करते समय देखने का जोखिम भी पैदा किया। नकाब या कपड़े के कारण ऐसे घातक परिणाम हम कब तक भुगतते रहेंगे?

हाईकोर्ट भी सुना चुका है फैसला

भारत पहले से ही सीमित सेटिंग्स में चेहरे को ढंकने को नियंत्रित करता रहा है। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने 2022 में फैसला सुनाया था कि हिजाब पहनना आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है और इसे उन शैक्षणिक संस्थानों में प्रतिबंधित किया जा सकता है, जहां यूनिफॉर्म अनिवार्य है। केरल स्थित मुस्लिम एजुकेशनल सोसाइटी (MES) ने भी अपने संस्थानों में नकाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद भी अदालतों, मेट्रो स्टेशनों, हवाई अड्डों और सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों में नकाब पहनने की अनुमति क्यों है? अगर बैंकों या सार्वजनिक भवनों के भीतर हेलमेट पहनने की अनुमति नहीं है। इन जगहों पर तो पहचान सत्यापन के लिए मेडिकल मास्क भी हटाना पड़ता है। ऐसे में यह कैसे हो सकता है कि एक धार्मिक परिधान, जिसका बेधड़क इस्तेमाल और दुरुपयोग हो रहा हो, उसे खुली छूट दे दी जाए।

यह इस्लामोफोबिया नहीं, नीतिगत स्पष्टता

चलिए पहले इस पर चर्चा करते हैं कि यह इस्लाम पर हमला नहीं है। वास्तव में तुर्की, ट्यूनीशिया और यहां तक ​​कि मिस्र के कुछ हिस्सों सहित कई इस्लामी विद्वानों और मुस्लिम बाहुल देशों ने सार्वजनिक जीवन में चेहरे को ढंकने को गैरजरूरी या प्रतिबंधित कर दिया है। उनका मानना है कि ऐसी प्रथाएं सांस्कृतिक हैं, न कि मूल धार्मिक दायित्व। कजाकिस्तान भी सार्वजनिक स्थानों पर नकाब पर प्रतिबंध लगाकर इसमें शामिल हो गया है।

भारत में भी हमें धर्मनिरपेक्षता के विचार के पीछे छिपना बंद करना चाहिए, जो हमें अपनी चिंताओं के सामने चुप्पी साधने की बात करता है। धर्मनिरपेक्षता का मतलब तटस्थता है, न कि पक्षपात। इसका मतलब है सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना, जिसमें भीड़ में सुरक्षित महसूस करने का अधिकार भी शामिल है, जहां हर कोई स्पष्ट रूप से जवाबदेह है।

भारत को अब क्या करना चाहिए

सार्वजनिक स्थानों पर नकाब पर राष्ट्रीय प्रतिबंध न केवल उचित है, बल्कि यह बहुत समय से लंबित है। इसके लिए भारत सरकार को कुछ इस प्रकार का कानून बनाना चाहिए:

लिंग-तटस्थ: यह कानून मास्क, हेलमेट या चेहरे को ढकने वाले किसी भी कपड़े सहित सभी फेस कवरिंग पर लागू हो, जब तक कि चिकित्सा या मौसम संबंधी कारणों से ऐसा न किया गया हो।

क्षेत्र में सीमित: पूजा स्थल या निजी संपत्ति को छोड़कर स्कूल, कोर्ट, सार्वजनिक परिवहन, बैंक और सरकारी इमारतों को भी इस कानून के तहत शामिल किया जाए।

संवेदनशील लेकिन स्पष्ट : यह कानून हमें स्पष्ट दिशा-निर्देश, संक्रमणकालीन जागरूकता अभियान और सम्मानजनक प्रवर्तन प्रदान करें, लेकिन धार्मिक आदेशों की व्यक्तिगत व्याख्या के आधार पर कोई छूट न दे।

स्वतंत्रता और भय के बीच चुनाव

यह स्वतंत्रता की रक्षा के बारे में है। बिना किसी डर के सार्वजनिक रूप से घूमने की स्वतंत्रता, कानून लागू करने वालों को अपना काम करने की स्वतंत्रता और पीड़ितों को बिना किसी परदे के पीछे छिपे अपने हमलावरों के न्याय की मांग करने की स्वतंत्रता। सच्चा लोकतंत्र सहिष्णुता के नाम पर खामियों को बढ़ावा नहीं देता, यह न्याय के नाम पर उन्हें बंद कर देता है।

भेदभाव नहीं, समझदारी है नकाब पर प्रतिबंध

नकाब पर प्रतिबंध भेदभाव नहीं है, यह समझदारी है। यह एक ऐसी नीति है जो तर्क पर आधारित है, न कि कट्टरता पर। भारत को अपनी विविधता और कानून के प्रति अपने गहरे सम्मान के साथ प्रतीकात्मकता की बजाय सुरक्षा को चुनने में अग्रणी होना चाहिए।

Tags: ban on niquanBharatIndianiquabधार्मिक स्वतंत्रतानकाबनकाब का दुरुपयोगनकाब पर प्रतिबंधभारत
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

17,000 कमाने वाला राज, लाखों कमाने वाली सोनम के लायक नहीं था: प्रेम संबंधों पर सोनम के पिता

अगली पोस्ट

सांस लेने में तकलीफ हुई तो इनहेलर देकर किया रेप: कोलकाता की लॉ स्टूडेंट की डरावनी आपबीती

संबंधित पोस्ट

पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की
धर्म

धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

25 November 2025

मैथिलीशरण गुप्त की यह पंक्तियां कि- राम तुम्हारा चरित स्वयं ही काव्य है ! कोई कवि बन जाए सहज सम्भाव्य है !! राम प्रतीक हैं...

उज्जैन की 200 साल पुरानी तकिया मस्जिद का विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर महाकाल मंदिर के विकास और पार्किंग विस्तार को दिया संरक्षण
चर्चित

उज्जैन की 200 साल पुरानी तकिया मस्जिद का विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर महाकाल मंदिर के विकास और पार्किंग विस्तार को दिया संरक्षण

8 November 2025

उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर के विकास और पार्किंग सुविधा के विस्तार को लेकर हुई भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई में लगभग 200 साल पुरानी तकिया...

पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’
चर्चित

पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

6 November 2025

पाकिस्तान की असली पहचान किसी सीमा विवाद, आतंकवाद या चर्चित मामलों से नहीं, बल्कि बस की उस छोटी सी घटना में उभरकर सामने आई, जहां...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited