प्रयागराज के फूलपुर के कोड़ापुर में मुस्लिम कट्टरपंथी तत्वों ने असामाजिक तत्वों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़कर शारदा सहायक के माइनर में फेंक दी। सोमवार की सुबह खंडित मूर्ति पर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो लोगों में आक्रोश फैल गया। लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
ग्रामीणों ने तीन के खिलाफ की शिकायत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मूर्ति तोड़ कर नहर में फेंकने की जानकारी मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। हालांकि, डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की सूचना मिलने पर उप जिलाधिकारी फूलपुर दिग्विजय सिंह वहां पहुंचे। इस मौके पर ग्रामीणों ने उनसे बताया कि मुस्लिम कट्टरपंथियों ने यह कृत्य कियाा है। ग्रामीणों ने प्रतिमा तोड़ने के आरोप में मोहम्मद इश्तियाक, मोहर्रम अली और मोहम्मद आलम के खिलाफ तहरीर दी। ग्रामीणों ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे अगला कदम उठाने पर बाध्य हो जाएंगे। इस पर उप जिलाधिकारी ने लोगों को आश्वस्त किया कि डॉ आंबेडकर की नई मूर्ति लगाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
पुलिस ने एक को लिया हिरासत में
इस संबंध में फूलपुर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुस्लिम समाज के एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है। बताया जाता है कि उसका खेत डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क से सटा है। संदेह जताया जा रहा है कि उसने साजिश के तहत मूर्ति तोड़ी होगी। एक अन्य संदिग्ध से भी पूछताछ पुलिस कर रही है। हालांकि फूलपुर कोतवाली प्रभारी का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। दो संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। शाम तक डॉ आंबेडकर की नई मूर्ति लगा दी जाएगी।
क्या कहा डीसीपी ने, जानें
इधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन कर सड़कों को भी जाम कर दिया। दोषियों की गिरफ्तारी और नई प्रतिमा स्थापित करने की मांग की गई। इसकी सूचना पर पुलिस पहुँची और ग्रामीणों को शांत कराया। मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की फोर्स के साथ डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत और एएसपी मौजूद रहे। वहीं, DCP गंगानगर जोन कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सामने आया कि खेत में जहां प्रतिमा को फेंका गया, वहां तक जाने का रास्ता नहीं था। इसको लेकर पहले से विवाद चलता आ रहा है। फिलहाल पुलिस ग्रामीणों से पूछताछ में जुटी है।