मौलवी का बेटा कासिम बना कृष्णा- मेरठ के मंदिर में पहचान छिपाकर करता रहा पूजा-पाठ

पुलिस ने पकड़ा, पहचान छुपाकर मंदिर में रहकर की थी पूजा और दान का गलत इस्तेमाल

मौलवी का बेटा कासिम बना कृष्णा- मेरठ के मंदिर में पहचान छिपाकर करता रहा पूजा-पाठ

मेरठ से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बिहार का रहने वाला एक युवक मोहम्मद कासिम खुद को “कृष्ण” बताकर मंदिर में रह रहा था और हिंदू रीति-रिवाजों से पूजा-पाठ कर रहा था। करीब एक साल तक उसने अपनी असली पहचान छिपाए रखी, लेकिन शक होने पर जब गांववालों ने सवाल किए तो सच सामने आ गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

यह मामला मेरठ जिले के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव का है, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर में लंबे समय से कोई पुजारी नहीं था। एक साल पहले एक युवक गांव में आया और खुद को “कृष्ण पुत्र संतोष, निवासी दिल्ली” बताकर मंदिर में रहने की अनुमति मांगी। मंदिर की देखभाल करने वाला कोई नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने उसे मंदिर में रुकने की इजाजत दे दी। युवक ने धीरे-धीरे पूजा-पाठ शुरू किया, सुबह-शाम आरती, हवन और प्रसाद वितरण जैसे धार्मिक कार्यों में भाग लेने लगा। यहां तक कि वह हस्तरेखा और ज्योतिष के बारे में भी बातें करता था, जिससे गांववालों का भरोसा जीत लिया और उसे धर्मगुरु की तरह देखने लगे।

व्यवहार पर शक और आधार कार्ड की मांग

कुछ महीनों बाद ग्रामीणों को उसके बोलचाल, व्यवहार और भाषा में कुछ असामान्यता महसूस हुई। शक होने पर जब उससे आधार कार्ड दिखाने को कहा गया, तो वह बहानेबाज़ी करने लगा और जल्द ही गांव से गायब हो गया। लगभग 15 दिन बाद वह फिर मंदिर में लौट आया, जिससे लोगों का शक और गहरा हो गया। कुछ दिन बाद मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। उस दौरान जब युवक मंदिर के एक कमरे से सामान निकाल रहा था, तो कुछ ग्रामीणों ने उसे रोका और पूछताछ शुरू की। बात बढ़ने पर लोगों ने पुलिस को बुला लिया।

पुलिस जांच में सामने आई सच्चाई

पुलिस मौके पर पहुंची और युवक से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि उसका असली नाम मोहम्मद कासिम है और वह बिहार का रहने वाला है। उसने यह भी बताया कि उसके पिता अब्बास बिहार में मौलवी हैं।

पुलिस के अनुसार, कासिम मंदिर में रहकर पूजा-पाठ करता था और लोगों द्वारा दिए गए दान का इस्तेमाल अपने निजी कामों में कर रहा था। उसने अपनी पहचान छिपाकर लोगों की आस्था के साथ धोखा किया।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, भेजा जेल

एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धार्मिक पहचान छिपाकर मंदिर में रहकर दान राशि के दुरुपयोग और आस्था से खिलवाड़ करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने मोहम्मद कासिम द्वारा बताए गए पते की जांच के लिए बिहार पुलिस से संपर्क किया है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं यह कोई सुनियोजित साजिश तो नहीं थी या फिर कोई संगठित नेटवर्क इसके पीछे है। एसपी सिटी ने कहा है कि अगर इस मामले में किसी और की संलिप्तता पाई जाती है या संगठित रूप से इसे अंजाम देने की कोशिश हुई है, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला धार्मिक आस्था, पहचान और सामाजिक विश्वास से जुड़े कई गंभीर सवाल खड़े करता है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और सच्चाई का पूरा पता लगाने का प्रयास कर रही है।

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