फिर खुली चीनी तकनीक की पोल: बांग्लादेश में कॉलेज कैंपस में गिरा चीन में बना एयरफोर्स का F-7 जेट, 19 की मौत

मिलस्टोन स्कूल की बिल्डिंग से टकराया विमान, बच्चों और शिक्षकों में मचा हड़कंप

बांग्लादेश एयरफोर्स का F-7 ट्रेनिंग जेट कॉलेज पर क्रैश, एक की मौत, 100 घायल

F-7 एक हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे चीन की चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (CAC) ने विकसित किया है। यह विमान मूल रूप से सोवियत संघ के मिग-21 फाइटर जेट का चीनी संस्करण है, जिसे 1960 के दशक में डिजाइन किया गया था।

इस विमान को चीन में J-7 के नाम से जाना जाता है, जबकि इसके निर्यात संस्करण को F-7 कहा जाता है। बांग्लादेश, पाकिस्तान, मिस्र और लीबिया समेत कई देशों की वायु सेनाएं इसे उपयोग में लाती हैं, खासकर प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) और सीमित युद्ध अभियानों के लिए।

क्या हुआ ढाका में?

सोमवार दोपहर को बांग्लादेश एयरफोर्स का एफ-7 बीजीआई ट्रेनिंग विमान ढाका के उत्तरा इलाके में क्रैश हो गया। यह विमान सीधे मिलस्टोन स्कूल और कॉलेज की एक बिल्डिंग से टकरा गया। फायर सर्विस और सिविल डिफेंस ने इस हादसे में कम से कम एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है।

फायर सर्विस की ड्यूटी ऑफिसर लीमा खानम ने बताया, “हमें 1:18 बजे सूचना मिली कि एक विमान मिलस्टोन स्कूल और कॉलेज के पास क्रैश हो गया है।” मौके पर उत्तरा, टोंगी, पल्लबी, कुरमिटोला, मिरपुर और पूर्वाचल से आठ फायर यूनिट बचाव कार्य में लगी हुई हैं।

F-7/J-7 विमान दुर्घटनाओं का लंबा इतिहास

F-7/J-7 विमान दुर्घटनाओं का इतिहास कई देशों में दर्ज किया गया है। पाकिस्तान वायुसेना ने दशकों से F-7 विमान का इस्तेमाल किया है और वहां कई बार इन विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं हुई हैं, जिनमें पायलटों की मौत भी शामिल है। उदाहरण के तौर पर, 2017 में एक F-7 ट्रेनिंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, और 2018 तथा 2019 में भी पाकिस्तानी F-7 के कई हादसे रिपोर्ट हुए थे। मिस्र वायुसेना में भी F-7 का उपयोग होता है, जहां प्रशिक्षण के दौरान कई बार दुर्घटनाएं हुई हैं; 2010 में एक F-7 विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलट की मृत्यु हुई थी।

चीन में J-7 विमान का लंबा इतिहास रहा है और 2000 के दशक में तकनीकी खराबी या अन्य कारणों से कई दुर्घटनाएं हुई हैं। बांग्लादेश वायुसेना के पास भी F-7 ट्रेनिंग जेट हैं और हाल ही में वहां एक दुर्घटना हुई है, हालांकि वहां की रिपोर्टिंग कम होने के कारण पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है।

चीन के विमानों में इस्तेमाल सामग्री की खराबी पर सवाल

चीन द्वारा निर्मित F-7/J-7 विमानों में इस्तेमाल होने वाली सामग्री और पुर्जों की गुणवत्ता को लेकर भी विशेषज्ञों और कई देशों में चिंता जताई गई है। चीन के विमान निर्माण में कभी-कभी अंतरराष्ट्रीय मानकों की तुलना में कमजोर या घटिया सामग्री उपयोग किए जाने की खबरें सामने आई हैं, जिससे विमानों की विश्वसनीयता और सुरक्षा प्रभावित होती है। यह कारण कई दुर्घटनाओं के पीछे माना जाता है, जिससे इन विमानों के संचालन और रखरखाव पर सवाल उठते रहते हैं।

बांग्लादेश हादसे ने चीन की गुणवत्ता पर नई बहस छेड़ी

बांग्लादेश में हालिया दुर्घटना ने चीन की विमान निर्माण की गुणवत्ता पर बड़े स्तर पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि घटिया सामग्री और रखरखाव की कमी से ये विमान खतरनाक साबित हो सकते हैं, जिससे पायलटों और आम जनता की जान को खतरा रहता है। इसलिए चीन निर्मित F-7/J-7 विमानों की सुरक्षा जांच और गुणवत्ता सुधार पर तुरंत ध्यान देना आवश्यक है।

घायलों की संख्या 100 से ज्यादा, कई अस्पतालों में इलाज जारी

इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत और 100 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। विमान हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि कई लोगों को गंभीर रूप से घायल अवस्था में बचाया जा रहा है। घायलों को उत्तरा आधुनिक अस्पताल, ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल, कुरमिटोला जनरल अस्पताल, कुवैत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप गवर्नमेंट हॉस्पिटल, उत्तरा वुमेंस मेडिकल कॉलेज और शहीद मन्सूर अली मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।

उत्तरा डिवीजन के डिप्टी पुलिस कमिश्नर मोहिदुल इस्लाम ने मीडिया को बताया, “एक ट्रेनिंग विमान मिलस्टोन कॉलेज के इलाके में क्रैश हो गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, अधिक जानकारी बाद में दी जाएगी।” प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान अचानक तेज आवाज के साथ स्कूल की बिल्डिंग से टकराया, जिससे वहां मौजूद छात्रों और स्टाफ में दहशत फैल गई। जिस बिल्डिंग पर विमान गिरा वह प्लेग्रुप क्लास के लिए उपयोग होती थी, और प्लेग्रुप की कक्षाएं कुछ देर पहले ही समाप्त हुई थीं।

मृतक की जानकारी उत्तरा आधुनिक मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. बाजलुर रहमान ने दी। उन्होंने बताया, “प्राथमिक इलाज के बाद करीब 60 लोगों को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी भेजा गया है। 25 को अस्पताल में ही इलाज दिया जा रहा है।”

सेना प्रमुख मौके पर पहुंचे, जांच के आदेश

बचाव कार्य में सेना के जवानों ने भी भाग लिया। सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज़-ज़मान दोपहर करीब 3:10 बजे मौके पर पहुंचे। मौके पर मौजूद एक चश्मदीद सादमान रुहसिन ने बताया कि विमान स्कूल की बिल्डिंग से टकराया और सेना तथा फायर सर्विस के लोग तुरंत छात्रों और अभिभावकों को सुरक्षित स्थान पर ले गए। कई घायल छात्रों को सेना के जवान अपनी गोद में उठाकर रिक्शा वैन और अन्य वाहनों से अस्पताल पहुंचा रहे थे।

मिलस्टोन कॉलेज के एक भौतिकी शिक्षक ने बताया कि विमान स्कूल की तीन मंजिला इमारत से टकराया, जहां कई छात्र फंस गए। उन्होंने खुद भी एक घायल छात्र को बाहर निकाला और कई अन्य छात्रों व एक महिला शिक्षक को गंभीर जलन की हालत में देखा।

प्रधान सलाहकार ने जताया शोक, सरकार करेगी जांच

मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा, “मिलस्टोन स्कूल और कॉलेज परिसर में एयरफोर्स विमान के हादसे से हुई मौत और घायलों की खबर से मैं अत्यंत दुखी हूं।”

उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय शोक की घड़ी है और सरकार हादसे की जांच करेगी। सभी संबंधित अस्पतालों को घायल व्यक्तियों के इलाज में पूरी गंभीरता बरतने का निर्देश दिया गया है। सरकार सभी प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।

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