पीएम मोदी को मिला त्रिनिदाद एंड टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान

प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसे एक निजी पुरस्कार नहीं बल्कि देश की जनता के सम्मान के रूप में स्वीकार किया है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर ऐसा काम कर दिखाया है, जो आने वाली पीढ़ियों को गर्व महसूस कराएगा। 4 जुलाई 2025 का दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया, जब त्रिनिदाद एंड टोबैगो में उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, Order of the Republic of Trinidad and Tobago से नवाज़ा गया। इस सम्मान को प्रधानमंत्री मोदी को वैश्विक नेतृत्व, भारतीय प्रवासी से गहरा जुड़ाव और कोविड-19 महामारी के दौरान उनके मानवीय प्रयासों के लिए दिया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसे एक निजी पुरस्कार नहीं बल्कि देश की जनता के सम्मान के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि वह यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से स्वीकार कर रहे हैं। यह सम्मान त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर द्वारा घोषित किया गया, जिन्होंने भारत और त्रिनिदाद के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की।

यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 1999 के बाद इस कैरेबियाई देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है और पीएम मोदी की पहली आधिकारिक त्रिनिदाद यात्रा है। इस दौरान उन्होंने पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति क्रिस्टीन कांगालू से मुलाकात की और त्रिनिदाद एंड टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया।

त्रिनिदाद कनेक्ट: संस्कृति, प्रवासी और डिजिटल प्रगति

त्रिनिदाद एंड टोबैगो में भारतीय मूल के समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़े सांस्कृतिक रिश्तों को रेखांकित किया। उन्होंने त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर को ‘बिहार की बेटी’ कहते हुए कैरेबियन में बसे भारतीय मूल के नागरिकों की गौरवपूर्ण विरासत की सराहना की है।

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी की पारंपरिक चौताल प्रस्तुति भी देखी और भारत की डिजिटल गवर्नेंस की वैश्विक पहुंच पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने घोषणा की कि त्रिनिदाद में बसे भारतीय मूल के छठी पीढ़ी के वंशज अब ओसीआई (ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड के लिए पात्र होंगे। यह घोषणा भारत और वहां के प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को और सशक्त बनाएगी।

इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो को भारत का डिजिटल क्रांति से जुड़ने वाला पहला कैरेबियाई देश बनने पर बधाई दी, जहां भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली को अपनाया गया है।

अर्जेंटीना यात्रा: रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई

त्रिनिदाद के सम्मान के बाद पीएम मोदी अब अर्जेंटीना पहुंच गए हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा भी ऐतिहासिक है। 57 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने अर्जेंटीना की द्विपक्षीय यात्रा की है। अर्जेंटीना में पहुंचने के बाद ब्यूनस आयर्स एयरपोर्ट पर उनका राज्यकीय सम्मान के साथ स्वागत किया गया, जो भारत के बढ़ते वैश्विक कद का प्रतीक था। यहां उनकी मुलाकात अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली से होगी और चर्चा होगी उन मुद्दों पर जो आने वाले दशकों में भारत के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं जिनमें रक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, डिजिटल नवाचार, अंतरिक्ष और लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों से जुड़े विषय शामिल हैं।

भारत और अर्जेंटीना के रिश्ते 2019 में ‘रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर पर पहुंचे थे और 2024 में दोनों देशों ने अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई थी। यह यात्रा इन संबंधों को और मज़बूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है

विश्व मंच पर भारत की मज़बूत होती छवि

घाना और त्रिनिदाद जैसे देशों में सफल यात्राओं के बाद अब अर्जेंटीना में पीएम मोदी की भागीदारी भारत की वैश्विक छवि को और भी मज़बूत कर रही है। त्रिनिदाद में मिला सम्मान भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ और प्रवासी ताकत को दर्शाता है, जबकि अर्जेंटीना में हो रही चर्चाएं भारत की आर्थिक और रणनीतिक शक्ति को दर्शाती हैं।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्राज़ील में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और फिर नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब वैश्विक मंच पर केवल दर्शक नहीं बल्कि नेतृत्वकर्ता की भूमिका में है। कैरेबियन से लेकर लैटिन अमेरिका तक, सांस्कृतिक कूटनीति से लेकर भविष्य उन्मुख सहयोग तक, यह यात्रा एक आत्मविश्वासी और निर्णायक भारत की छवि को वैश्विक मंच पर सशक्त रूप से प्रस्तुत कर रही है

अब तक पीएम मोदी को मिले 25 वैश्विक नागरिक सम्मान:

  1. 2016 – सऊदी अरब: किंग अब्दुलअजीज सैश

  2. 2016 – अफगानिस्तान: स्टेट ऑर्डर ऑफ ग़ाज़ी आमिर अमानुल्लाह खान

  3. 2018 – फिलिस्तीन: ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन

  4. 2019 – यूएई: ऑर्डर ऑफ जायद

  5. 2019 – रूस: ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल (2024 में दिया गया)

  6. 2019 – मालदीव: निशान इज़्ज़ुद्दीन

  7. 2019 – बहरीन: किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां

  8. 2020 – अमेरिका: लीजन ऑफ मेरिट (डिग्री: चीफ कमांडर)

  9. 2021 – भूटान: ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो (2024 में प्रदान)

  10. 2023 – फिजी: कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी

  11. 2023 – पापुआ न्यू गिनी: ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू

  12. 2023 – पलाऊ: एबाकल पुरस्कार

  13. 2023 – मिस्र: ऑर्डर ऑफ नाइल

  14. 2023 – फ्रांस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर

  15. 2023 – ग्रीस: द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर

  16. 2024 – नाइजीरिया: ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर

  17. 2024 – गयाना: द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस

  18. 2024 – डोमिनिका: डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर

  19. 2024 – बारबाडोस: ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस

  20. 2024 – कुवैत: द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर

  21. 2025 – मॉरीशस: द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन

  22. 2025 – साइप्रस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III

  23. 2025 – श्रीलंका: मित्र विभूषण मेडल

  24. 2025 – घाना: ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना

  25. 2025 – त्रिनिदाद: ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो
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