प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर फैल रही अफवाहें गलत हैं और भारत को सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय नेता ने नहीं कहा था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि अब कांग्रेस पाकिस्तान जैसी भाषा बोल रही है।
लगभग दो घंटे के अपने भाषण में पीएम मोदी ने कांग्रेस की ऐतिहासिक और वर्तमान गलतियों की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रयासों में सरकार का समर्थन नहीं किया।
मोदी ने ट्रंप के युद्धविराम के बयान को नकारा
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज करते हुए, जो उन्होंने 29 बार दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराया था, पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ऐसा कोई संवाद नहीं हुआ।
मोदी ने कहा- “9 मई को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे 3-4 बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मैं मीटिंग में था। बाद में मैंने उन्हें कॉल किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है। मैने कहा अगर पाकिस्तान की ऐसी मंशा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। मैंने साफ कहा कि हम पाकिस्तान से बड़ा हमला करेंगे… हम गोली का जवाब गोले से देंगे।” उन्होंने दोहराया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर पहले ही संसद में स्पष्ट कर चुके हैं कि ऑपरेशन के दौरान ट्रंप और मोदी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी।
पाकिस्तानी लाइन दोहरा रही है कांग्रेस: पीएम मोदी का आरोप
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के बयानों में और पाकिस्तान की भाषा में कोई अंतर नहीं है और उन्होंने कांग्रेस पर सीमा पार से “रिमोट कंट्रोल” से चलने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा- “पाकिस्तान और विपक्ष के बयान को देखिए अक्षरशः एक जैसे हैं। देश स्तब्ध है कि कांग्रेस ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है। ये लोग सबूत मांग रहे हैं कि पहलगाम के हमलावर पाकिस्तानी हैं, यही बात पाकिस्तान भी कह रहा है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक देश पर शासन किया, फिर भी अब वह राष्ट्रीय संस्थाओं पर भरोसा नहीं करती। “एक नए कांग्रेस सांसद ने ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा बताया यह पाप है।”
पीएम मोदी ने शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस ने उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया, जबकि वे बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया हमारे साथ थी, लेकिन कांग्रेस हमारे साथ नहीं थी। उन्होंने पूछा- 56 इंच की छाती कहां गई, कहा मोदी फेल हो गया और खुशी मना रहे थे जैसे नैरेटिव की लड़ाई जीत ली हो।”
ऑपरेशन महादेव और आतंक के खिलाफ कार्रवाई
पीएम मोदी ने पुष्टि की कि भारतीय सुरक्षाबलों ने सोमवार को पहलगाम हमले के आतंकियों को ढेर कर दिया। लेकिन उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाया कि मुठभेड़ की टाइमिंग पर शक क्यों कर रही है। “विपक्ष पूछता है- कल ही क्यों मारे गए? पहले पूछते थे- हमलावर कहां हैं? अब जब मारे गए तो कहते हैं कल ही क्यों? ये निराशा की पराकाष्ठा है,” उन्होंने कहा। “आतंकी और उनके आका रो रहे हैं, और उन्हें देखकर कुछ लोग (विपक्ष) भी यहां रो रहे हैं।”
मोदी ने याद दिलाया कि कांग्रेस ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक पर भी सबूत मांगे थे। “बालाकोट एयर स्ट्राइक में इन्होंने तस्वीरें मांगीं, वही पाकिस्तान ने भी कहा।” विंग कमांडर अभिनंदन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान खुश था। यहां भी कुछ लोग बोल रहे थे अब मोदी फंसेगा। लेकिन हमने अभिनंदन को वापस लाया। पहलगाम के बाद एक BSF जवान पकड़ा गया, तब भी इन्हें लगा मोदी फंसेगा लेकिन वह जवान भी सुरक्षित लौट आया।”
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कारगिल विजय को कभी पूरी तरह नहीं माना, ना ही विजय दिवस मनाया और डोकलाम विवाद के समय भी कांग्रेस पाकिस्तान के साथ खड़ी नजर आई।
पाकिस्तान को सबक सिखाने वाला ऑपरेशन सिंदूर: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के साथ भारत की रणनीति को पूरी तरह बदल दिया है। “आवश्यकता पड़ने पर भारत कुछ भी कर सकता है। ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। पाकिस्तान ने कुछ किया तो करारा जवाब मिलेगा।”
उन्होंने दावा किया कि 9 मई को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए 1,000 से अधिक मिसाइल और ड्रोन को इंटरसेप्ट किया। पाकिस्तान ने झूठा दावा किया कि आदमपुर एयरबेस पर हमला हुआ है, जिसके जवाब में मोदी खुद बेस पर गए और अफवाहों को खारिज किया।
उन्होंने कहा “भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान में वो आग बरसाई जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। पाकिस्तान ने DGMO कॉल में गुहार लगाई- बहुत मारा, बस करो। हमने पहले ही कहा था अगर कुछ करोगे तो महंगा पड़ेगा।”
पीएम मोदी ने भारत की नई आतंकवाद विरोधी नीति के तीन सिद्धांत बताए:
- जवाब भारत की मर्जी के समय और स्थान पर होगा
- परमाणु धमकियों को नकारा जाएगा
- आतंकवादियों और उनके प्रायोजक देशों को एक ही नजर से देखा जाएगा
उन्होंने कहा, “हमारी सेनाओं की एकजुटता ने पाकिस्तान को चौंका दिया। अब हालात यह हैं कि आतंक के मास्टरमाइंड सो नहीं पा रहे। उन्हें पता है भारत आएगा और मार कर जाएगा। अब यही हमारी नई ताकत और तरीका है।
कांग्रेस की ऐतिहासिक गलतियों पर निशाना
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस के इतिहास, विशेषकर जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान नीति पर भी तीखा हमला बोला। मोदी ने कहा “मैं नेहरू का नाम लेता हूं तो कांग्रेस घबरा जाती है। लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पाई, आज तक हम उसकी सजा भुगत रहे हैं।” उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) कैसे हाथ से निकल गया। इसका जवाब कांग्रेस दे। उन्होंने नेहरू पर आरोप लगाया कि उन्होंने अक्साई चिन को ‘बंजर जमीन’ कहा, जिससे 38,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चला गया।
मोदी ने सिंधु जल संधि को बड़ी रणनीतिक चूक बताते हुए कहा कि नेहरू ने इस मुद्दे पर विश्व बैंक का रुख करके भारत से विश्वासघात किया। “नेहरू ने पाकिस्तान को 80% पानी देने की बात मानी। ये पानी भारतीयों और किसानों का है। उन्होंने पाकिस्तान को नहरें बनाने के लिए पैसे भी दिए।”
उन्होंने कहा कि इस संधि के कारण भारत को अपनी नहरों के रख-रखाव के लिए भी पाकिस्तान से अनुमति लेनी पड़ती है। कांग्रेस ने कभी इस गलती को सुधारा नहीं, जबकि उनकी सरकार ने इसमें बदलाव की शुरुआत की है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर स्पष्ट संदेश
लोकसभा में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने राजनीतिक तंज, सेना की उपलब्धियों और इतिहास की चर्चा के जरिए यह दिखाया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में मजबूत और फैसले लेने वाली है। उन्होंने कांग्रेस की आज की और पुरानी कमजोरियों की तुलना अपनी सरकार की सख्त, आत्मनिर्भर और निडर नीति से की, ताकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की एक मजबूत देश के रूप में छवि सामने आ सके।