ताने या जिशान अहमद…पिता द्वारा राधिका यादव की हत्या किए जाने को लेकर क्या हैं सवाल?

सवाल ये है कि क्या ये हत्या सिर्फ 'सम्मान' और 'समाज के तानों' की वजह से हुई? या इसके पीछे कुछ ऐसे पहलू छिपे हैं, जिन्हें सामने आना बाकी है

राधिका यादव की उनके पिता दीपक यादव ने हत्या कर दी है

राधिका यादव की उनके पिता दीपक यादव ने हत्या कर दी है

राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर-57 की एक शांत गली में 25 वर्षीय टेनिस कोच और खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हत्याकांड के आरोपी कोई और नहीं बल्कि खुद उनके पिता दीपक यादव हैं। जिन्होंने तीन गोलियां मारकर अपनी बेटी को हमेशा के लिए खामोश कर दिया है। इस हत्या के पीछे जो वजह अभी तक सामने आई, वो यह है कि दीपक यादव को लोग ताने देते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहे हैं और इससे गुस्से में आकर उन्होंने बेटी की हत्या कर दी। लेकिन सवाल ये है कि क्या ये हत्या सिर्फ ‘सम्मान’ और ‘समाज के तानों’ की वजह से हुई? या इसके पीछे कुछ ऐसे पहलू छिपे हैं, जिन्हें सामने आना बाकी है। ऐसा ही एक पहलू है जिशान अहमद और एक वायरल वीडियो जो अब जांच के दायरे में आ गया है।

राधिका यादव: एक ख्वाब जो अधूरा रह गया

राधिका यादव ने हाल ही में गुरुग्राम में सेक्टर-57 में एक टेनिस एकेडमी शुरू की थी। डेढ़ महीने के भीतर ही वहां करीब 50 बच्चे टेनिस सीखने आने लगे थे। खेल के प्रति उनका समर्पण इतना था कि बच्चे भी कहते थे, “सोचा नहीं था कि ऐसा कुछ हो जाएगा।” वह गंभीरता से बच्चों को ट्रेनिंग देती थीं और कभी भी निजी परेशानियों की झलक तक नहीं दी।

राधिका के करीबी बताते हैं कि उन्होंने एकेडमी के लिए जमीन लीज़ पर ली थी और करीब सवा करोड़ रुपये उनके पिता ने लगाए थे। उनकी महीने की आमदनी भी लाखों में बताई जाती है। तो आखिर क्या कारण रहा कि एक पिता ने इतनी सफल, आज़ाद और आत्मनिर्भर बेटी को खत्म कर डाला?

सम्मान और समाज के दबाव में हुई राधिका यादव की हत्या?

मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से दावा किया गया है कि दीपक यादव को समाज में यह सुनने को मिल रहा था कि वह अपनी बेटी की कमाई खा रहा है। उनके गांव वज़ीराबाद में यह बातें आम हो गई थीं कि राधिका अब सोशल मीडिया स्टार बन चुकी है, अकेडमी चला रही है, खुद की कमाई से जीवन बिता रही है और पिता अब ‘कमाई पर निर्भर’ हैं।

दीपक का कहना है कि उसे यह बात ‘मानसिक रूप से’ परेशान कर रही थी और उसे अपनी बेटी की सोशल मीडिया गतिविधियां और लाइफस्टाइल भी अखरने लगी थी। उसने बेटी से कहा कि अकेडमी बंद कर दो, लेकिन राधिका ने मना कर दिया। इसी ‘टेंशन’ के चलते उसने .32 बोर की अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली चला दी।

सोशल मीडिया अकाउंट्स और वो गायब डेटा

पिता का दावा चाहे जो हो लेकिन कई ऐसे सवाल हैं जो उसकी हत्या की गुत्थी को और उलझा रहे हैं। हत्या से ठीक पहले राधिका के सारे सोशल मीडिया अकाउंट्स डिलीट हो गए यानी इंस्टाग्राम, फेसबुक, सब कुछ। जबकि वह इन प्लेटफॉर्म्स पर बेहद सक्रिय रहती थीं। अब सवाल उठता है कि क्या ये अकाउंट्स राधिका ने खुद डिलीट किए? क्या पिता ने दबाव बनाकर डिलीट करवाए? या फिर किसी तीसरे ने इन्हें हटवाया? यह एक बड़ा संकेत है कि राधिका किसी मानसिक दबाव में थी, या फिर कोई ऐसा राज़ था, जो सार्वजनिक नहीं होना चाहिए था। पुलिस अब उनके मोबाइल डेटा, चैट्स और कॉल रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच कर रही है।

‘जीशान अहमद’ और वायरल वीडियो

इस मामले में एक अहम कड़ी बनकर उभरा है एक म्यूज़िक वीडियो, जिसे राधिका ने म्यूज़िशियन INAAM के साथ शूट किया था और जिसे जीशान अहमद ने प्रोड्यूस किया था। इस वीडियो में एक लव स्टोरी दिखाई गई थी और यह वीडियो इनाम के यूट्यूब चैनल पर जून 2023 में अपलोड किया गया था। अब राधिका की हत्या के बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और कई लोग हत्या को इस वीडियो से जोड़कर देख रहे हैं। गांव के लोग और परिवार के कुछ सदस्य भी वीडियो से असहज थे।

इससे जुड़े कई सवाल भी सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि क्या जीशान अहमद द्वारा प्रोड्यूस किया गया यह वीडियो ‘इज्जत के नाम पर हत्या’ की असली वजह बना? क्या दीपक यादव को यह वीडियो अपमानजनक लगा और उसने इसे ‘परिवार की बदनामी’ से जोड़ा? क्या जीशान या इनाम के साथ राधिका के रिश्तों को लेकर कोई अंदरूनी बात थी जो पिता को मंजूर नहीं थी?

राधिका यादव की मां की चुप्पी से गहराया शक

घटना के समय घर में केवल राधिका, उसकी मां मंजू यादव और पिता दीपक यादव मौजूद थे। लेकिन जब पुलिस ने मंजू से बयान लेने की कोशिश की, उन्होंने साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें बुखार था और वह कमरे में लेटी थीं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा, “मेरी बेटी का चरित्र ठीक था, फिर मेरे पति ने ऐसा क्यों किया?” मां की इस चुप्पी ने जांच को और संदिग्ध बना दिया है। क्या वे किसी डर या पारिवारिक राज़ के कारण सच नहीं बोल पा रही हैं?

पड़ोसियों की प्रतिक्रिया

राधिका के पड़ोसी और टेनिस सीखने वाले खिलाड़ी सभी स्तब्ध हैं। किसी को भी यह अनुमान नहीं था कि एक ऐसा परिवार, जो बाहरी तौर पर खुशहाल दिखता था, अंदर से इतना टूटा हुआ निकलेगा। उनकी टेनिस एकेडमी, जो महज़ 200 मीटर की दूरी पर है, अब बंद पड़ी है और गली में सन्नाटा है। लोगों का कहना है कि राधिका एक मिलनसार और मेहनती इंसान थीं, और वह हमेशा मुस्कुराते हुए बात करती थीं। उनके पिता को लेकर लोगों ने जरूर कहा कि वह गुस्सैल प्रवृत्ति के थे और छोटी-छोटी बातों पर भड़क जाते थे।

बेटी की कमाई खाने की कहानी में कितना दम?

एक दावा जो राधिका के पिता ने किया है वो यह है कि उन पर बेटी की कमाई खाने के आरोप लगाए जाते थे। लेकिन तथ्यों को देखें तो दावा इसके उल्ट नज़र आता है। NDTV की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि दीपक यादव हर महीने 15 से 17 लाख रुपये किराये से कमाते हैं और उनके पास गुरुग्राम में कई प्रॉपर्टीज़ और एक लग्ज़री फार्महाउस भी है। दीपक यादव के एक परिचित ने दावा किया है कि जब किसी के पास इतना पैसा हो तो कौन कहेगा कि वो बेटी के पैसों पर गुज़ारा कर रहा है। परिचित ने कहा, “उसने अपनी बेटी के लिए दो लाख रुपए के टेनिस रैकेट ख़रीदे थे। वो अपनी बेटी से बहुत प्यार करता है। हत्या के पीछे टेनिस या टेनिस अकादमी नहीं, बल्कि कोई निजी वजह हो सकती है।” इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में ACP यशवंत के हवाले से कहा गया है कि राधिका यादव की टेनिस ट्रेनिंग पर उनके पिता ने 2.5 करोड़ रुपए खर्च किए थे।

आगे की राह

पुलिस इस हत्याकांड की तह में जाने की कोशिश कर रही है। सोशल मीडिया अकाउंट्स, वीडियो की भूमिका, जीशान अहमद और इनामुल से राधिका के रिश्ते, मोबाइल चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स समेत हर पहलू की जांच इसमें की जाएगी। जांच की दिशा अब इस ओर बढ़ रही है कि कहीं यह हत्या केवल ‘मान-सम्मान’ का मामला नहीं बल्कि एक सुनियोजित अपराध था। राधिका की मौत से कई सवाल उठे हैं। जिनमें उसके वायरल वीडियो, जिशान के साथ रिश्ते को लेकर भी सवाल हैं।

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