पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा से किए गए वीभत्स रेप के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 25 जून की इस घटना के बाद देशभर में आक्रोश है और हर दिन पीड़िता के साथ की गई दरिंदगी के नए-नए साक्ष्य सामने आ रहे हैं। इस विचलित करने वाली घटना से जुड़ा एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इस फुटेज में इस मामले का मुख्य आरोपी और इसी कॉलेज का पूर्व छात्र व राजनीतिक छात्र संगठन का पूर्व नेता मनोजीत मिश्रा पीड़िता को घसीटते हुए दिख रहा है। पीड़िता के साथ दरिंदगी कर रहा यह मनोजीत कभी महिलाओं को हितैषी बनने का दावा करता था। करीब एक वर्ष पहले आरजी कार मेडिकल कॉलेज में हुए रेप के मामले में वो दोषियों के लिए फांसी की सज़ा की मांग कर रहा था।
आरजी कर मामले पर मनोजीत मिश्रा ने क्या कहा था?
बीते वर्ष 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में TMC सरकार और कॉलेज पर गंभीर आरोप लगे और सुप्रीम कोर्ट तक ने इस मामले में सरकार को खूब फटकारा। इस घटना के बाद देशभर में गुस्सा था और अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए थे। कोलकाता में भी ऐसी कई विरोध प्रर्दशन हुए थे। इसी दौरान मनोजीत मिश्रा ने भी फेसबुक पर एक पोस्ट कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप करने वाले आरोपियों के लिए फांसी की मांग की थी।
मनोजीत ने 16 अगस्त को फेसबुक पर पोस्ट किया जिसमें घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का एक वीडियो डाला गया था। इस पोस्ट में मिश्रा ने लिखा था, “मैं चाहता हूं कि बलात्कारी को फांसी दी जाए। मुझे न्याय चाहिए, ड्रामा नहीं। मुझे तुरंत न्याय चाहिए। मैं चाहता हूं कि दोषियों को फांसी दी जाए।” अब एक बार फिर मिश्रा का यह पोस्ट वायरल हो रहा है और लोग इस पोस्ट पर खूब कमेंट भी कर रहे हैं। दुनिया को न्याय का पाठ पढ़ाने वाला कैसे इतना दरिंदा हो सकता है, यह सोचकर ही लोग हैरान हैं।
क्या है लॉ कॉलेज रेप का मामला?
पुलिस के मुताबिक, यह घटना मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे से लगभग रात 10:50 बजे के बीच हुई। पीड़िता को कॉलेज परिसर में जबरन ले जाकर, वहां बने सुरक्षा गार्ड के कमरे में उसके साथ रेप किया गया। इस अपराध में चार लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है-
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मनोजीत मिश्रा (मुख्य आरोपी, कॉलेज का पूर्व छात्र और छात्र संगठन से जुड़ा हुआ)
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प्रमित मुखर्जी (मौजूदा छात्र)
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ज़ैब अहमद (मौजूदा छात्र)
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पिनाकी बनर्जी (कॉलेज का सुरक्षा गार्ड)
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इनमें से एक व्यक्ति, यानी कॉलेज का गार्ड, जिसने सुरक्षा देनी थी, वही इस अपराध में मदद करता पाया गया।
CCTV फुटेज में सामने आई सच्चाई
पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने इस घटना से जुड़ा 7 घंटे का CCTV फुटेज खंगाला है। इसमें कुल 42 क्लिप्स हैं, जिनमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पीड़िता को कैसे जबरदस्ती परिसर में घसीटते हुए ले जाया गया। इन फुटेज ने पीड़िता की कहानी की पूरी तरह पुष्टि की है।
मिले हैं कई सबूत
घटनास्थल से जांचकर्ताओं को कई अहम सबूत भी मिले हैं —
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शराब की खाली बोतलें
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पीड़िता के बालों के गुच्छे
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एक हॉकी स्टिक, जो संभवतः डराने-धमकाने या मारने के लिए इस्तेमाल की गई
इसके अलावा, पुलिस के हाथ एक मोबाइल फोन भी लगा है जिसमें एक छोटी वीडियो क्लिप मिली है। माना जा रहा है कि इस वीडियो में घटना का एक हिस्सा रिकॉर्ड किया गया है, और इसका इस्तेमाल शायद पीड़िता को ब्लैकमेल करने या चुप कराने के लिए किया गया हो।
मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा की आपराधिक पृष्ठभूमि
सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि कॉलेज में एक ऐसा व्यक्ति कैसे खुलकर घूम रहा था, जिसके खिलाफ पहले से ही 7 से 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं? पुलिस के मुताबिक, 2013 से 2024 के बीच मनोजीत मिश्रा पर छेड़छाड़, मारपीट, चोरी, और धमकी जैसे गंभीर आरोप लग चुके हैं। इसके बावजूद, वह कॉलेज में छात्र राजनीति का बड़ा चेहरा बना रहा और एडमिशन से लेकर चुनाव तक में दखल देता रहा। कॉलेज के कई छात्र बताते हैं कि मनोजीत राजनीतिक कनेक्शन और धमकियों के जरिए कैंपस में दबदबा बनाए रखता था।