नई पीढ़ी की भी होनी चाहिए आपातकाल के अत्याचारों की जानकारी, जानें और क्या बोले सुनील आंबेकर

आरएसएस की तीन दिवसीय प्रांत प्रचारक बैठक के बाद उठाया सवाल, किन परिस्थितियों में बदला गया संविधान

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आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर

देश की नई पीढ़ी को भी आपातकाल के दौरान किये गए अत्याचारों की जानकारी होनी चाहिए। उन्हें भी इसके बारे में जानने का हक है। ये बातें आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहीं। वे राजधानी दिल्ली में आयोजित आरएसएस के प्रांत प्रचारकों की बैठक समाप्त होने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

होनी चाहिए विस्तृत चर्चा

सुनील आंबेकर ने कहा कि आपातकाल के दौरान देश में किस प्रकार का दमन चक्र चला यह तो सभी को जानना चाहिए। किस प्रकार पूरे देश को खुली जेल में तब्दील कर दिया गया और लोगों को यातनाएं दी गईं, इसे जानने का हक सभी को है। श्री आंबेकर ने सवाल उठाते हुए कहा कि अखिर किन परिस्थितियों में देश का संविधान बदला गया, पूरे विपक्ष को जेलों में डाला गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया, इस पर तो चर्चा होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जेलों में लोगों पर अत्याचार हुआ, ठीक उसी प्रकार संविधान के साथ भी अत्याचार हुआ। इसके बारे में नई पीढ़ी को भी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पर विस्तृत चर्चा भी होनी चाहिए।

इससे पहले उन्होंने अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि देशभर से आए प्रचारकों ने बैठक के दौरान अपने अनुभव और विचार सबके सामने रखे। उन्होंने आॅपरेशन सिंदूर के बारे में भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि पहलगाम पर्यटकों पर किया गया हमला काफी क्रूर था। इसके बादे में हमने पूरे देश की प्रतिक्रिया जानी। उन्होंने कहा कि आॅपरेशन सिंदूर के बारे में देशवासियों की प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही। हर कोई इसके बारे में जानने को तत्पर रहा। देश के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ इसका स्वागत भी किया। इस दौरान उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में युद्ध के दौरान लोगों के अनुभव भी बताए। इसके साथ ही युद्ध की स्थिति में स्वयंसेवकों की भूमिका पर भी चर्चा की।

100 साल पूरे करेगा संघ

श्री आंबेकर ने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर को संघ अपने 100 साल पूरे कर लेगा। उन्होंने बताया कि संघ की शताब्दी वर्ष मनाने के लिए देश भर में जगह-जगह हिंदू सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे। घर-घर जाकर लोगोें को संघ के काम के बारे में जानकारी दी जाएगी। ​साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को संघ से जोड़ने के लिए भी प्रयास किये जाएंगे।

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