ऑस्ट्रियाई सैन्य विमानन विशेषज्ञ टॉम कूपर का दावा है- पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना द्वारा बताई गई संख्या से ज़्यादा विमान खो दिए हैं

लेकिन तब तक भारत की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी, इसलिए अब IAF का यह बयान पहले से अनुमानित बात की मजबूत पुष्टि है।

ऑस्ट्रियाई सैन्य विमानन विशेषज्ञ टॉम कूपर का दावा है- पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना द्वारा बताई गई संख्या से ज़्यादा विमान खो दिए हैं

ऑस्ट्रियाई रक्षा विशेषज्ञ टॉम कूपर ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान पर भारतीय वायु सेना (IAF) के हालिया खुलासे का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह वही जानकारी है जिसे रक्षा विशेषज्ञों ने पहले ही मई में समझ लिया था, और अब इसे IAF की ओर से औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया है। ANI से बातचीत में कूपर ने बताया कि उन्होंने पांच से भी ज्यादा पाकिस्तानी विमानों को गिराए जाने और कई को जमीन पर नष्ट किए जाने के सबूत पहले ही देखे थे। लेकिन तब तक भारत की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी, इसलिए अब IAF का यह बयान पहले से अनुमानित बात की मजबूत पुष्टि है।

कूपर, जो कई सालों से दक्षिण एशिया की सैन्य विमानन गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं, ने कहा कि भारत के हवाई हमले ने दूरी के मामले में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने इसे एक बड़ी रणनीतिक, ऑपरेशनल और सैन्य सफलता बताया। कूपर ने बताया कि भारत ने S-400 मिसाइल सिस्टम से 300 किलोमीटर दूर उड़ रहे एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW\&C) विमान को मार गिराया, जो अब तक का सबसे लंबी दूरी से किया गया सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल हमला है।

ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय वायु सेना की आधिकारिक पुष्टि

यह पुष्टि एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने बेंगलुरु में 16वें एयर चीफ मार्शल एलएम कत्रे मेमोरियल लेक्चर के दौरान की। उन्होंने बताया कि 7 से 10 मई 2025 के बीच, भारत के S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम ने पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एक बड़े AEW&C विमान को नष्ट किया। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद हुआ था, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी।

अमर प्रीत सिंह ने कहा, “यह अब तक का सबसे लंबी दूरी का सतह से हवा में मार गिराने वाला हमला था।” उन्होंने बताया कि S-400 की 40N6 मिसाइल, जिसकी पहुंच 380 किलोमीटर है, ने पाकिस्तानी विमानों को अपनी हथियार छोड़ने की सीमा से बाहर रखा।

AEW\&C विमान, जो संभवतः Saab 2000 Erieye था, उसे भोलारी एयरबेस के हैंगर के अंदर ही निशाना बनाकर नष्ट किया गया। एयर चीफ मार्शल सिंह ने यह भी पुष्टि की कि जैकबाबाद के शाहबाज़ एयरबेस पर मौजूद एफ-16 लड़ाकू विमानों को भी नुकसान पहुंचा। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया कि भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता न केवल हवा में बल्कि जमीन पर भी बहुत सटीक है।

पाकिस्तान में लक्ष्य और नुकसान

पुष्टि किए गए छह हवाई हमलों के साथ-साथ, भारतीय हमलों ने पाकिस्तान के:

पाकिस्तान के ड्रोन और दूसरे हथियारों का जो मलबा मिला है, उसका विश्लेषण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पाकिस्तान की मिसाइल और ड्रोन तकनीक कितनी मजबूत है।

अमर प्रीत सिंह ने बताया कि S-400 की लंबी दूरी की रोकथाम के कारण पाकिस्तान के लंबी दूरी के ग्लाइड बॉम्ब नहीं छोड़े जा सके, क्योंकि उनके वाहक विमान भारतीय हवाई रक्षा के दायरे में आने के कारण खतरे में थे।

AEW&C विमान के नुकसान का महत्व

AEW\&C विमान पाकिस्तान की हवाई लड़ाई में बहुत अहम भूमिका निभाता है। यह लड़ाकू विमानों की गतिविधियों को नियंत्रित करता है, खतरों को पहचानता है और पूरे हवाई क्षेत्र की निगरानी करता है। इस विमान के नष्ट होने से पाकिस्तान की जुड़ी हुई हवाई सुरक्षा प्रणाली लगभग अंधी हो गई और उसे सिर्फ जवाबी कार्रवाई करने तक सीमित रहना पड़ा।

कूपर ने इसे “दूरी के हिसाब से एक ऐतिहासिक उपलब्धि” कहा, क्योंकि आज के समय के युद्धों में ऐसे हमले बहुत कम होते हैं। यह हमला पाकिस्तान की सीमा के बहुत पास किया गया था, जहां S-400 सिस्टम खुद भी पाकिस्तानी तोपों की मार में था। यह एक जोखिम भरा लेकिन सोच-समझकर उठाया गया कदम था, ताकि सभी जरूरी ठिकानों को ठीक से निशाना बनाया जा सके।

AEW\&C विमान के नष्ट होने के बाद, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों की उड़ानों में बड़ी गिरावट आई, जिससे पूरे युद्ध की स्थिति पर असर पड़ा।

ऑपरेशन सिंदूर: समय और मतलब

ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया, जिसका संबंध पाकिस्तान आधारित समूहों से जोड़ा गया था। यह ऑपरेशन 7 से 10 मई 2025 तक चला और भारत की S-400 प्रणाली का पहला बड़ा ऑपरेशनल उपयोग था।

मुख्य बिंदु:

कूपर की अमेरिकी नीति पर टिप्पणी

कूपर ने अमेरिका की आलोचना की कि वह पाकिस्तान की आतंकवाद में भूमिका और परमाणु तकनीक फैलाने की बातें भूलता जा रहा है। उन्होंने कहा, “अमेरिका भी बाकी देशों की तरह है, जो पाकिस्तान के आतंकवाद और परमाणु तकनीक को फैलाने की बातों को जल्दी भूल जाता है, जैसे मछली की याददाश्त होती है। पाकिस्तान एक तरह से जिहाद का आयात-निर्यात कर रहा है।”

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के हाल के कूटनीतिक कदम सिर्फ दिखावे के लिए हैं और इससे पाकिस्तान की असली नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है।

रणनीतिक संदेश

ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को हुए नुकसान की पुष्टि सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है, बल्कि यह भारत की मजबूत होती हवाई रक्षा ताकत और उसे सही समय पर इस्तेमाल करने की क्षमता का भी संकेत है।

भारतीय वायु सेना ने लंबी दूरी तक मार करने वाली S-400 मिसाइल सिस्टम को एक बड़ी रणनीति के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करके दिखा दिया कि वह अपनी सीमा से बाहर भी हवाई लड़ाई को कंट्रोल कर सकती है। यह ऑपरेशन यह भी दिखाता है कि आधुनिक और सटीक हवाई हमलों से दुश्मन के देश के अंदर मौजूद अहम हवाई संसाधन भी सुरक्षित नहीं रहते।

पाकिस्तान के लिए इतने कम समय में कई फाइटर जेट और AEW\&C विमान खोना उनकी सैन्य ताकत और हौसले दोनों के लिए बड़ा झटका था।

कूपर ने कहा कि मई 2025 की ये घटनाएं पहले से ही रक्षा जानकारों द्वारा समझी जा चुकी थीं, और अब भारतीय वायु सेना की आधिकारिक पुष्टि ने इस जानकारी को पूरा कर दिया है।

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