ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान में मिसाइल हमले किए, जिससे इस्लामाबाद की परमाणु ताक़त दिखाने की रणनीति हिलकर रह गई। इस बीच सबसे बड़ी चर्चा किराना हिल्स को लेकर हुई, जिसे पाकिस्तान का परमाणु भंडारण स्थल माना जाता है। शुरुआत में इसे केवल पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने पर भारत के हमले की अफ़वाह माना गया था। लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि भारत ने अनजाने में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में छुपाए गए एक गुप्त अमेरिकी परमाणु भंडार को ही नष्ट कर दिया।
यह सनसनीखेज दावा किसी और ने नहीं बल्कि भारत के पूर्व राजदूत श्री दीपक वोहरा ने किया है। उनका कहना है कि हाल ही में अमेरिका का भारत को लेकर असामान्य असंतोष सिर्फ़ सीमा पार की कार्रवाई को लेकर नहीं, बल्कि उस गुप्त अमेरिकी परमाणु ज़खीरे पर हमले को लेकर है, जिसे रूस को निशाना बनाने के लिए छुपाकर रखा गया था।
किरणा हिल्स
किराना हिल्स पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा ज़िले में बसा एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाका है। इसकी भूरी-पथरीली ज़मीन की वजह से लोग इसे अक्सर “ब्लैक माउंटेन्स” भी कहते हैं। यह रब्वा कस्बे और सरगोधा शहर के बीच फैला हुआ है। कहा जाता है कि यहाँ से गहरी सुरंगें सीधे मुशफ़ एयरबेस तक जाती हैं। इसी कारण इसे पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम की सबसे अहम जगहों में से एक माना जाता है।
मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने जवाबी हमला किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर धुएँ की तस्वीरें वायरल हो गईं और खबर फैल गई कि भारत ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने को निशाना बनाया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी के हवाले से लिखा कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी चिंता यही है कि उसका परमाणु कमांड सिस्टम पूरी तरह खत्म न हो जाए।
डेमियन साइमोन का कहना
हालांकि भारतीय सेना ने उस समय किरणा हिल्स पर हमला करने से साफ़ इनकार कर दिया था। लेकिन जुलाई 2025 में डेमियन साइमोन नाम के एक विशेषज्ञ जो सैटेलाइट तस्वीरों और खुले स्रोतों से जानकारी इकट्ठा करने में माहिर हैं, ने गूगल अर्थ की जून 2025 की तस्वीरों का विश्लेषण किया। उन्होंने इसमें कुछ नई बातें या हलचल दिखाई जो पहले नहीं दिख रही थीं।
उन्होंने कहा, “जून 2025 की नई सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि मई 2025 में भारत का हमला किरणा हिल्स पर ही हुआ था।”
साइमोन ने यह भी कहा कि यह हमला छोटा था और ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया गया। लेकिन इसके बावजूद यह दिखाता है कि अगर ज़रूरत पड़ी, तो भारत पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर भी हमला कर सकता है। किराना हिल्स ही नहीं, भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कई अहम एयरबेस पर हमले किए, जिनमें रावलपिंडी के पास नूर खान एयरबेस भी शामिल था। यह जगह पाकिस्तान की परमाणु कमान के मुख्य केंद्र के बहुत करीब है।
इन हमलों से पाकिस्तान की वह रणनीति कमजोर पड़ी, जिसमें वह भारत को परमाणु हमले की धमकी देकर डराने की कोशिश करता था।
अमेरिका और किरणा हिल्स का कनेक्शन
कहानी में बड़ा मोड़ तब आया जब श्री दीपक वोहरा ने कहा कि यह हमला सिर्फ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए भी बड़ा झटका था।
उनका कहना था कि किरणा हिल्स में सिर्फ पाकिस्तान के परमाणु हथियार नहीं थे, बल्कि वहाँ अमेरिका का एक गुप्त परमाणु भंडार भी छुपाकर रखा गया था। इसे शीत युद्ध के समय रूस पर हमला करने के इरादे से वहाँ रखा गया था, और बाद में भी वहीं बना रहा।
अगर यह बात सच है, तो इसका मतलब है कि भारत के इस हमले से न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि अमेरिका के गुप्त सैन्य हितों को भी नुकसान पहुँचा। शायद यही वजह है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से, मजबूत रिश्तों के बावजूद, अमेरिका भारत को लेकर थोड़ा असहज दिखाई दे रहा है।
सरकारी रुख और बढ़ता झगड़ा
फिलहाल आधिकारिक तौर पर तीन बातें सामने आई हैं-
- भारतीय सेना का कहना है कि उसने किरणा हिल्स को निशाना नहीं बनाया।
- OSINT विशेषज्ञों के मुताबिक, हमला सिर्फ ऊपर-ऊपर से हुआ था और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
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लेकिन अब जब सीनियर भारतीय राजनयिक दीपक वोहरा ने इशारा किया है कि इस हमले से अमेरिका का परमाणु रहस्य भी उजागर हो सकता है, तो यह मामला सिर्फ भारत-पाकिस्तान के बीच की बात नहीं रहा। अब यह एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन गया है।