कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद

राम मंदिर आंदोलन के मुख्यमंत्री के पद को भी ठुकराने वाले स्वर्गीय कल्याण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर देश भर में जगह जगह श्रद्धांजलि दी गई। सभी ने उनके योगदान को याद किया।​

कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद

राम मंदिर आंदोलन के लिए युगों तक याद किये जाएंगे कल्याण सिंह।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर पूरे देश में उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दी गई। दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने भी उन्हें श्रद्धां​जलि दी। कपिल मिश्रा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्री, प्रखर राष्ट्र नेता और हिंदुत्व के सच्चे प्रहरी श्री कल्याण सिंह जी को उनकी पुण्यतिथि पर सत् सत् नमन। “बाबूजी” ने संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए जो संघर्ष किया, वह अमर रहेगा। श्रीराम मंदिर निर्माण में आपका योगदान सदा स्मरणीय रहेगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया परम रामभक्त

‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित ‘बाबूजी’ की चौथी पुण्यतिथि पर उन्हें पूरे देश में याद किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक संदेश में कल्याण सिंह को “परम रामभक्त” और एक असाधारण व्यक्तित्व बताया, जिन्होंने अपने मूल्यों और आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया। योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में कहा कि कल्याण सिंह ने अपनी प्रशासनिक दक्षता से देश और प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दी। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

राम मंदिर के लिए दिया अविस्मरणीय योगदान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी कल्याण सिंह को याद किया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल, श्रद्धेय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रगति, सुशासन, गरीब कल्याण के साथ आपने संपूर्ण विश्व के हिंदुओं की आस्था के केंद्र श्रीराम मंदिर के लिए अविस्मरणीय योगदान दिया, जो कभी विस्मृत न हो सकेगा। इसके अलावा कई वरिष्ठ नेताओं ने भी श्री सिंह को याद किया।

राम मंदिर आंदोलन के महानायक

कल्याण सिंह, जिन्हें लोग प्यार से ‘बाबूजी’ कहते थे, सिर्फ एक कुशल प्रशासक ही नहीं, बल्कि राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख महानायकों में से एक थे। उन्होंने इस आंदोलन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जन्म 5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ के मढ़ौली गांव में हुआ था। उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत 1967 में अतरौली से विधायक के रूप में हुई। वे दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे और बाद में राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी सेवा दी। भारतीय राजनीति में उनके योगदान और उत्तर प्रदेश में उनके द्वारा किए गए प्रशासनिक व सामाजिक सुधारों को आज भी याद किया जाता है।

अलीगढ़ में ‘हिंदू गौरव दिवस’ का भव्य आयोजन

कल्याण सिंह की पुण्यतिथि को इस वर्ष ‘हिंदू गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है। उनकी जन्मभूमि अलीगढ़ में भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक समेत कई गणमान्य नेता शामिल होंगे। यह आयोजन कल्याण सिंह के आदर्शों और उनके योगदान को याद करने का एक बड़ा मंच साबित होगा।

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