कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के शताब्दी समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया। संभवतः नीतीश कुमार ने पहली बार मुस्लिम टोपी से दूरी बनाई गई है। इसको लेकर बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है।

अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना।

बिहार के राजनीतिक इतिहाश में शायद यह पहली बार है कि सीएम नीतीश कुमार अल्पसंख्यक समाज के किसी कार्यक्रम में पहुंचें और टोपी नहीं पहनीं। जी हां, यह सच है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के शताब्दी समारोह पर राजधानी पटना में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इस दौरान बिहार के अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान ने मुख्यमंत्री को मुस्लिम टोपी पहनाने का प्रयास किया गया, लेकिन नीतीश कुमार ने वह टोपी खुद पहनने की जगह जमा खान को ही पहना दी।

जब नरेंद्र मोदी ने नहीं पहनी थी टोपी तब दिया था ‘ज्ञान’

वाकया लगभग 12 साल पहले का है। जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बने थे, उस समय नीतीश कुमार ने मुस्लिम टोपी को लेकर उन पर कटाक्ष किया था। नीतीश ने मोदी की कथित सांप्रदायिक राजनीति का विरोध करते हुए यह बात कही थी। इन सालों में बहुत कुछ बदल गया है। नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक सफर में कई बार 180 डिग्री का यू टर्न लिया है। एक समय वे अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में मंत्री थे, लेकिन जब मोदी को पार्टी का नेता बनाया गया, तो उन्होंने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। उन्होंने इसके पीछे 2002 के गुजरात दंगों का हवाला दिया था, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

नीतीश ने कहा था- टोपी और तिलक सबके साथ

2013 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान, नीतीश ने जोर देकर कहा था कि भारत के नेता को टोपी और तिलक दोनों (मुस्लिम और हिंदू समुदायों के प्रतीक) पहनने चाहिए। उन्होंने तब किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन यह स्पष्ट रूप से तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के उस कदम पर निशाना था, जिसमें उन्होंने एक मुस्लिम मौलवी द्वारा दी गई टोपी पहनने से इनकार कर दिया था।

तेजस्वी यादव ने लगाया ये आरोप

अब इस घटना को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक समाज के लोगों को धोखा देने का काम किया है। राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार अपने चरित्र के अनुसार हमेशा सभी को ठगने का काम करते हैं। नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि सीएम के सामने अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने नारेबाजी की, जिससे घबराकर मंत्रियों को स्टेज छोड़कर भागना पड़ा।

हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सामने कुछ मदरसा टीचरों ने हंगामा किया था और सैलरी नहीं मिलने की बात कही थी। तेजस्वी ने भी इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है। हालांकि, टीएफआई तेजस्वी द्वारा शेयर वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

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