लाल किले से पीएम मोदी की हुंकार: स्वदेशी सुदर्शन चक्र बनेगा भारत की सुरक्षा ढाल

पीएम मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले से फहराया तिरंगा, देश को संबोधित करते हुए कई घोषणाएं भी कीं। देशवासियों से की स्वदेशी को बढ़ावा देने की अपील।

लाल किले से पीएम मोदी की हुंकार: स्वदेशी सुदर्शन चक्र बनेगा भारत की सुरक्षा ढाल

लाल किले से देश को संबोधित करते पीएम मोदी।

भारत आज अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया। इसके बाद लाल किले की प्राचीर से उन्होंने देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर, आत्मनिर्भर भारत, जीएसटी में बदलाव समेत तमाम मुद्दों का जिक्र किया। उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य को नमन भी किया। इस दौरान उनका फोकस स्वदेशी पर ही रहा। उन्होंने लोगों से स्वदेशी चीजों का ही उपयोग करने की अपील भी की।

सुरक्षा के साथ करेगा पलटवार भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से भगवान श्रीकृष्ण का नाम लेते हुए कहा कि अब देश मिशन सुदर्शन चक्र लॉन्च करेगा। यह सुदर्शन चक्र एक ताकतवर वेपन सिस्टम होगा, जो दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही, कई गुना तेज पलटवार भी करेगा। उन्होंने कहा कि हमने मिशन सुदर्शन चक्र के लिए कुछ मूलभूत बातें भी तय की हैं, हम 10 साल में उसे पूरी तेजी से आगे बढाना चाहते हैं। उसकी मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पूरी रिसर्च देश में देश के लोगों द्वारा ही हो।

देशवासियों से मांगा आशीर्वाद

स्वतंत्रता दिवस पर देश के नाम अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा को लेकर बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि मैंने एक संकल्प लिया है, इसके लिए मुझे देशवासियों का आशीर्वाद चाहिए, क्योंकि समृद्धि कितनी ही हो, लेकिन सुरक्षा के साथ न हो तो इसका महत्व नहीं होता। मैं लाल किले से कह रहा हूं कि आने वाले 10 साल में यानी 2035 तक राष्ट्र के सभी अहम स्थलों जिनमें सामरिक के साथ साथ सिविलियन क्षेत्र भी शामिल हैं। जैसे अस्पताल, रेलवे, आस्था के केंद्र हों, उन्हें तकनीक के नए प्लेटफॉर्म द्वारा पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा। ये सुरक्षा का कवच लगातार विस्तृत होगा।’

लगातार विकसित होगा सुरक्षा चक्र

पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त भी किया। उन्होंने कहा कि मैंने एक संकल्प लिया है, इसके लिए मुझे देशवासियों का आशीर्वाद चाहिए। क्योंकि समृद्धि कितनी ही हो, लेकिन सुरक्षा के साथ न हो तो इसका महत्व नहीं होता। मैं लाल किले से कह रहा हूं कि आने वाले 10 साल में यानी 2035 तक राष्ट्र के सभी अहम स्थलों जिनमें सामरिक के साथ साथ सिविलियन क्षेत्र भी शामिल हैं। जैसे अस्पताल, रेलवे, आस्था के केंद्र हों, उन्हें तकनीक के नए प्लेटफॉर्म द्वारा पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा। ये सुरक्षा का कवच लगातार विस्तृत होगा। उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे, किसी भी तरह की तकनीक आ जाए, हमारी तकनीक उसका मुकाबला करने में सक्षम हो। मैं 2035 तक इसके लिए राष्ट्रीय कवच को विस्तार देना चाहता हूं।

जब श्रीकृष्ण ने रोक दिया था सूर्य का प्रकाश

पीएम मोदी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जो सुदर्शन चक्र था, हमने उस चक्र की राह को ही चुना है। जब महाभारत की लड़ाई चल रही थी, श्रीकृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य के प्रकाश को रोक दिया था और दिन में ही अंधेरा कर दिया था। तब अर्जुन ने जो शपथ ली थी जयद्रथ का वध करने की, उसे वे पूर्ण कर पाए थे, यह सुदर्शन चक्र की वजह से ही हुआ था। अब देश मिशन सुदर्शन चक्र लॉन्च करेगा। यह सुदर्शन चक्र एक ताकतवर वेपन सिस्टम दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही बल्कि दुश्मन पर कई गुना तेज पलटवार भी करेगा। हमने मिशन सुदर्शन चक्र के लिए कुछ मूलभूत बातें भी तय की हैं, हम 10 साल में उसे पूरी तेजी से आगे बढाना चाहते हैं। वॉरफेयर के हिसाब से उसका हिसाब-किताब लेकर हम इस पर प्लस वन की नीति से काम करेंगे। सुदर्शन चक्र की एक खासियत थी कि उसका जो निशाना होता था, वहीं तक जाता था, और फिर वापस आ जाता था। हम भी सुदर्शन चक्र की तरह टारगेट के आधार पर आगे बढ़ेंगे।

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