वडोदरा में गणेशोत्सव की तैयारियों के बीच मंगलवार को मदर मार्केट इलाके में हिंदू युवाओं के एक समूह पर, जो भगवान गणेश की मूर्ति लेकर जुलूस निकाल रहे थे, कुछ लोगों ने अंडे फेंके। इस घटना से इलाके में काफी गुस्सा और तनाव फैल गया।
पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर ली है। आरोपी के रूप में सूफयान सलीम मंसूरी, शाहनवाज़ मोहम्मद इरशाद कुरैशी और एक नाबालिग लड़का पकड़ा गया है। सभी को घटना के कुछ घंटों के भीतर हिरासत में लिया गया। पुलिस की संयुक्त आयुक्त लीना पाटिल ने बताया कि जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं और कोई आरोपी तो शामिल नहीं।
जांच में पुलिस की सक्रिय भूमिका
इस मामले में पुलिस ने स्थानीय खुफिया जानकारी, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच का सहारा लेकर आरोपितों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार किया। घटना उस इलाके में हुई, जहां अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। इसके बाद हिंदू संगठन मौके पर जमा हो गए और आरोपियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की।
वडोदरा विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री विष्णु प्रजापति ने इसे एक “पूर्व नियोजित साजिश” बताया और कहा कि अंडे दोनों तरफ से फेंके गए, जबकि पुलिस भी मौजूद थी। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। साथ ही चेतावनी दी कि अगर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो ऐसे गलत काम करने वाले लोगों की हिम्मत बढ़ेगी।
गणेश चतुर्थी का महत्व और उत्सव
इसी बीच, पूरे देश में गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी भी कहते हैं, 27 अगस्त को मनाई जा रही है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की सुंदर मूर्तियां स्थापित करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। भक्त बड़े ही श्रद्धा और भक्ति से यह त्योहार मनाते हैं। वे मंत्रों का जाप करते हैं, पूजा पंडालों में जाते हैं और भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं। पूजा में लाल चंदन, गेंदे और गुड़हल के फूल, नारियल, गुड़ और खास तौर पर मोदक चढ़ाया जाता है, जो गणेश जी को बहुत पसंद है। लोग आमतौर पर 21 मोदक, लड्डू और दूसरी मिठाइयाँ भी बनाते हैं।
सुरक्षा और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि वे इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। अभी जांच चल रही है और आगे भी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस घटना की वजह से इलाके में तनाव है, इसलिए प्रशासन और पुलिस दोनों चौकन्ना हैं। पुलिस ने कहा है कि ऐसी गलत हरकतों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और जो भी दोषी होंगे, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।