असम के स्कूल में बच्चों को कुरान का अध्याय फातिहा पढ़ाने का वीडियो वायरल, दो शिक्षकों को किया गया सस्पेंड

यह वीडियो 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के दिन सामने आया और तेजी से वायरल हो गया। इसके बाद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू की।

असम के स्कूल में बच्चों को कुरान का अध्याय फातिहा पढ़ाने का वीडियो वायरल, दो शिक्षकों को किया गया सस्पेंड

सोशल मीडिया पर एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें छात्र सुबह की प्रार्थना में कुरान का पहला अध्याय फातिहा पढ़ते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो असम के बोंगाईगांव जिले के एक सरकारी स्कूल का है, जहां अब दो शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है, यह वीडियो 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के दिन सामने आया और तेजी से वायरल हो गया। इसके बाद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू की। शुरुआती जानकारी में कहा गया कि बच्चों ने 15 अगस्त को राष्ट्रगान के बजाय फातिहा पढ़ा, लेकिन जांच में पता चला कि यह घटना वास्तव में 8 अगस्त की है।

दो शिक्षकों पर कार्रवाई

जिन दो शिक्षकों को सस्पेंड किया गया है, उनमें स्कूल के प्रधानाध्यापक जहेरुल इस्लाम और क्लस्टर रिसोर्स सेंटर कोऑर्डिनेटर (CRCC) निर्मल कुमार चौधरी शामिल हैं। जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पल्लबी मेधी ने बताया कि सरकारी स्कूलों में धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना नियमों के खिलाफ है। इस नियम के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए दोनों शिक्षकों को शनिवार को सस्पेंड कर दिया गया।

मुस्लिम बहुल इलाके में स्थित स्कूल

यह स्कूल – नंबर 619 पश्चिम भद्रागांव लोअर प्राइमरी स्कूल –एक ऐसे इलाके में है जहां ज्यादातर लोग मुस्लिम समुदाय से हैं, और यहां के अधिकतर बच्चे भी अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस स्कूल में काफी समय से यह परंपरा चली आ रही थी, जहां प्रार्थना सभा के दौरान ‘फातिहा’ का पाठ किया जाता था। पता चला कि CRCC निर्मल चौधरी इस घटना में सीधे शामिल नहीं थे, लेकिन प्रशासन ने प्रधानाध्यापक को ज़िम्मेदार माना।

जिस शिक्षिका ने वीडियो रिकॉर्ड किया था, उनका हाल ही में तबादला हो चुका है। उन्होंने वीडियो पहले ही बना लिया था, लेकिन यह तब वायरल हुआ जब वे स्कूल से स्थानांतरित हो चुकी थीं।

मुख्यमंत्री ने दी जानकारी, कहा-कट्टरता बर्दाश्त नहीं

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस मामले की जानकारी खुद एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने कहा, “स्कूल के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है। हम अपने स्कूलों में किसी भी प्रकार की कट्टरता को रोकने के लिए पूरी सख्ती से कदम उठाएंगे।”

शिक्षा विभाग ने दी सख्त चेतावनी

शिक्षा विभाग ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और आगे से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी सरकारी स्कूलों में सिर्फ सरकार द्वारा तय प्रार्थनाएं, राष्ट्रगीत या राष्ट्रगान ही गाया जाए। किसी भी धार्मिक ग्रंथ का पाठ स्कूल की सभा में नहीं किया जाएगा।

 

 

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