प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सेमीकॉन इंडिया 2025 सम्मेलन में कहा कि भारत जल्द ही दुनिया का सेमीकंडक्टर सुपरपावर बनेगा। इस आयोजन में 40 से अधिक देशों के विशेषज्ञ और प्रतिनिधि मौजूद थे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की युवा शक्ति और इनोवेशन क्षमता दुनिया का विश्वास जीत रही है और आने वाले समय में भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में नेतृत्व करेगा।
दुनिया भारत पर भरोसा कर रही है
पीएम मोदी ने कहा, “भारत में नवाचार और युवा शक्ति दोनों हैं। यही संयोजन संदेश देता है कि दुनिया भारत पर भरोसा करती है और भारत के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है।” उन्होंने यह भी बताया कि तकनीक के प्रति उनका जुनून उन्हें बार-बार इस तरह के आयोजनों में खींच लाता है।
जापान-चीन यात्रा पर पीएम मोदी की चुटकी
कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि वह अभी-अभी जापान और चीन की यात्रा से लौटे हैं। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने मुस्कुराते हुए चुटकी ली – “गया था इसलिए तालियां बजा रहे हो या लौटा हूं इसलिए?” इस पर पूरा हॉल ठहाकों और तालियों से गूंज उठा।
वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का दम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने अप्रैल-जून तिमाही में 7.8% की वृद्धि दर्ज की है। यह प्रदर्शन सभी अनुमानों से बेहतर है।
उन्होंने बताया कि साल 2021 से अब तक 10 सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को मंजूरी मिली है जिनमें करीब 18 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ है। साथ ही भारत महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर काम कर रहा है ताकि दुर्लभ खनिजों की वैश्विक मांग पूरी की जा सके।
विक्रम 32-बिट प्रोसेसर: आत्मनिर्भर भारत की उपलब्धि
सम्मेलन के दौरान केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीएम मोदी को “विक्रम 32-बिट प्रोसेसर” और चार स्वीकृत परियोजनाओं के परीक्षण चिप्स भेंट किए।
यह प्रोसेसर पूरी तरह मेक-इन-इंडिया है और इसे इसरो सेमीकंडक्टर लैब ने विकसित किया है। इसे विशेष रूप से प्रक्षेपण यानों की कठोर परिस्थितियों में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह चिप भारत की स्वदेशी तकनीक और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
भारत की दिशा – तकनीकी महाशक्ति
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब केवल तकनीक का उपभोक्ता देश नहीं रहेगा बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन का अहम निर्माता बनेगा। उन्होंने कहा, “छोटी सी चिप भारत की सुपरपावर यात्रा का आधार बनेगी। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत का विज़न आत्मनिर्भर भारत और डिजिटल इंडिया मिशन को नई ऊर्जा देगा।”