आज के समय में लोग खुद को सुंदर दिखाने के लिए शरीर और चेहरे पर कॉस्मेटिक सर्जरी करवा रहे हैं। यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन उत्तर कोरिया ने हाल ही में इस पर सख्त कदम उठाया है और हमें इससे सीख लेने की जरूरत है।
उत्तर कोरिया ने क्या किया?
उत्तर कोरिया ने कॉस्मेटिक सर्जरी, खासकर ब्रेस्ट इम्प्लांट्स, पर रोक लगाने के लिए नई मुहिम शुरू की है। अधिकारियों का कहना है कि यह समाज के खिलाफ और विदेशी प्रभाव वाली आदतें हैं। यह कदम सरकार की कोशिशों का हिस्सा है, जो लोगों के रूप-सौंदर्य और दिखावे पर नियंत्रण रखना चाहती है।
सारिवोन में सार्वजनिक ट्रायल
यह मामला तब सामने आया जब सारिवोन शहर में एक सार्वजनिक ट्रायल हुआ। सारिवोन प्योंगयांग से लगभग 75 किलोमीटर दूर है। रिपोर्ट के अनुसार, एक डॉक्टर और दो युवा महिलाएं ब्रेस्ट सर्जरी कराने और करने के आरोप में ट्रायल की गईं।
बताया गया कि डॉक्टर ने मेडिकल स्कूल छोड़ दिया था और डिग्री नहीं ली थी, फिर भी अपने घर पर सर्जरी करता था। इसमें उसने चीन से लाया गया सिलिकॉन इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने सिलिकॉन, मेडिकल उपकरण और नकद सबूत के रूप में पेश किए।
गवाहों ने बताया कि डॉक्टर सिर झुका कर खड़ा था, और महिलाओं ने कहा कि उन्होंने अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए सर्जरी कराई। अभियोजकों ने कहा कि ये महिलाएं अमीरों की आदतों से प्रभावित हैं। जज ने कहा कि उनके काम से समाजवादी सोच कमजोर हो रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुरक्षा वालों ने उन महिलाओं की भी जांच की, जिन पर सर्जरी का शक था। इससे वहां मौजूद लोग डर और बेचैनी महसूस करने लगे।
राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई
ट्रायल के बाद, उत्तर कोरिया की पुलिस ने कॉस्मेटिक सर्जरी पर कड़ा नियम बना दिया। प्योंगयांग और बड़े शहरों में टीम भेजी गई है जो अवैध सर्जरी देख रही हैं। पड़ोस के लोग भी बताएंगे कि कौन-कौन ब्रेस्ट सर्जरी या डबल-आयलिड सर्जरी करवा रहा है। जिनकी पहचान होगी, उन्हें जांच के लिए अस्पताल भेजा जा सकता है।
सजा के तौर पर डॉक्टर और मरीज दोनों जेल जा सकते हैं, अपराध का मामला बन सकता है, या उन्हें मजदूरी वाले शिविर में भेजा जा सकता है। इस कारण शहरों की युवा महिलाओं में डर और तनाव बढ़ गया है।
भारत को क्या सीखना चाहिए?
भारत में भी कॉस्मेटिक सर्जरी और ब्यूटी इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, खासकर बड़े शहरों में। अगर सर्जरी गलत तरीके से की जाए तो यह सेहत और समाज दोनों के लिए खतरनाक हो सकती है। इसलिए भारत को कुछ कदम उठाने चाहिए, जैसे उत्तर कोरिया ने किया। सिर्फ पंजीकृत और अच्छे ट्रेनिंग वाले डॉक्टर ही सर्जरी करें। लोगों को सुरक्षित सर्जरी और जिम्मेदारी के बारे में जानकारी दें। स्कूल और कॉलेज में युवाओं को शरीर की प्राकृतिक सुंदरता और आत्म-स्वीकृति के बारे में सिखाया जाना चाहिए।
अवैध डॉक्टर और सर्जरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उत्तर कोरिया ने दिखाया कि ज्यादा और अवैध सर्जरी पर रोक कैसे लगाई जा सकती है। भारत को भी अपनी युवा पीढ़ी की सेहत और मानसिक सुरक्षा के लिए ऐसा कदम उठाना चाहिए। असली सुंदरता सिर्फ दिखावे में नहीं है, बल्कि सेहत, आत्मविश्वास और समाज के प्रति जिम्मेदारी में होती है।