ग़ालिब का एक शेर है- “हमको मालुम है जन्नत की हकीकत लेकिन, दिल बहलाने को ग़ालिब खयाल अच्छा है”। ये शेर दरअसल पाकिस्तान पर बिल्कुल फिट बैठता है। पाकिस्तान को पता है कि ऑपरेशन सिंदूर में उसके साथ क्या हुआ है, लेकिन वो जनता को बता नहीं सकता- लिहाजा मनोहर कहानियां गढ़ कर और सब्ज बाग दिखा कर जनता का दिल बहला रहा है। कभी उसने सन 65 और कारगिल में जीत की मनोहर कहानियां गढ़ कर जनता का दिल बहलाया था तो वहीं इस बार ऑपरेशन सिंदूर में बुरी तरह पिटने के बाद उसने अपनी मनोहर कहानियों के नायक जनरल आसिम मुनीर को प्रमोट कर फील्ड-मार्शल बना दिया।
लेकिन मनोहर कहानियां, कितनी भी मनोहर क्यों न हों– होती मनोहर ही हैं और इसीलिए भारतीय वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने पाकिस्तान का सच से सामना करवा दिया है। एयरचीफ मार्शल एपी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान मार गिराए थे, जिनमें बड़ी संख्या में अमेरिकी एफ-16 फाइटर भी शामिल हैं।
भारत ने नष्ट किए थे पाकिस्तान के 13-14 विमान
एयर चीफ ने बताया कि इन हमलों में भारत ने पाकिस्तान के जकोबाबाद, भोलारी और सुक्कूर एयरबेस पर हमले में तीन बड़े हैंगर नष्ट किए थे।इन हैंगरों में मौजूद चार से पाँच फाइटर जेट, इसके अलावा एक AWACS और एक C-130 सुपर हर्क्यूलिस जैसे बड़े विमान बर्बाद हो गए। वहीं भारत ने दुश्मन की कई मरडार साइट्स और रणनीतिक रुप से अहम रनवे तबाह करने के साथ पाकिस्तान के जकोबाबाद, भोलारी और सुक्कूर एयरबेस में मौजूद तीन हैंगर्स भी तबाह कर दिए थे। ग़ौरतलब है कि जकोबाबाद और भोलारी में पाकिस्तान के F-16 फाइटर जेट रखे जाते हैं। भोलारी एयरबेस से सामने आई तस्वीरों में तो हैंगर की टूटी हुई छत के नीचे एक बड़ा एयरक्राफ्ट (शायद awacs ) का मलबा भी नज़र आ रहा है।
यही नहीं वायुसेना प्रमुख ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने भी पाकिस्तान के पाँच फाइटर जेट मार गिराए थे, जिसमें कई एफ 16 शामिल थे। इसके अलावा भारत के s 400 एयर डिफेंस सिस्टम ने 300 किलोमीटर की दूरी पर उड़ रहे एक हाईवैल्यू टार्गेट (SAAB- AWACS) को मार गिराया था। हवाई युद्धों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी विमान को इतनी दूरी पर मार गिराया गया हो।
यानी पाकिस्तान ने न केवल अपने लड़ाकू विमानों को गँवाया, बल्कि अपने ‘आसमान की आँख और कान’ भी खो दिए। यानी इंडियन एयरफोर्स की कुछ घंटों की कार्रवाई में ही पाकिस्तान घुटनों के बल आ गया था और भारत के सामने सीज़फायर की गुहार लगाने को मजबूर हो गया था।
‘मनोहर कहानियां’ सुनाने वाले पाकिस्तान का सच से सामना
लेकिन मनोहर कहानियां गढ़ने में माहिर पाकिस्तान ने इस बार भी पाकिस्तानी जनता को भारत के कई जेट मार गिराने की काल्पनिक कहानियां सुनानी शुरू कर दीं। एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने इस पर तंज कसा और कहा — अगर पाकिस्तान ने कुछ गिराया होता, तो तस्वीरें दिखाते। लेकिन दिखाने को उनके पास है ही क्या? यह बयान पाकिस्तान की खोखली सच्चाई को उजागर करता है। उन्होने कहा कि पाकिस्तान की हार के बाद ‘मनोहर कहानियां’ सुना कर जनता का दिल बहलाने की आदत है, लेकिन दुनिया जानती है कि जब बात सबूतों की आती है तो पाकिस्तान के पास सिर्फ़ बयानबाज़ी बचती है, जबकि भारत ने अपने हमलों और निशानों के स्पष्ट सबूत दुनिया के सामने रखे।
ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि जंग कैसे लड़ी जाती है?
एयरचीफ मार्शल ने कहा कि भारतीय सेना को स्पष्ट संदेश दिया गया था कि दुश्मन को ऐसा सबक सिखाना है कि इतिहास में दर्ज हो जाए। उन्होने कहा कि सेनाओं ने ऐसा ही किया ये एक ऐसा युद्ध था, जो एक निश्चित लक्ष्य के साथ शुरू किया गया था और इसे बिना ज्यादा खींचे तुरंत खत्म कर दिया गया। उन्होने कहा कि इज़राइल–हमास और रूस–यूक्रेन युद्ध से उलट हमने अपनी लड़ाई को उस स्थिति तक पहुंचाया, जहां दुश्मन कुछ घंटों के अंदर ही युद्धविराम की मांग करने लगा। उन्होने कहा कि , “मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जो दुनिया को हमसे सीखने की जरूरत है।”
एयर चीफ ने बताया कि इस युद्ध में राजनीतिक इच्छाशक्ति ने अहम भूमिका निभाई। सरकार ने सेना को ऑपरेशन चलाने की खुली छूट दी थी इसी का नतीजा रहा कि तीनों सेनाओं (थल, जल और वायु) ने बेहतरीन समन्वय दिखाया और 80-90 घंटे के भीतर पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी। पाकिस्तान इतना बुरी तरह पस्त हुआ कि अंततः उसे युद्धविराम के लिए हाथ जोड़ने पड़े।