अर्जुन Mk-1A: अगली पीढ़ी का कवच और बेहतर सुरक्षा, भारत के MBT को मिली नई ताकत

अर्जुन Mk-1A में कुल 72 नए तकनीकी सुधार शामिल किए गए हैं। इनमें से 14 बड़े और 58 छोटे सुधार हैं, जो फायर पावर, गतिशीलता, सुरक्षा और विश्वसनीयता से जुड़े हैं

“भारतीय सेना की शान बना अर्जुन Mk-1A

“भारतीय सेना की शान बना अर्जुन Mk-1A

अर्जुन Mk-1A भारत का स्वदेशी रूप से विकसित मुख्य युद्धक टैंक (मेन बैटल टैंक – MBT) है, जो भारतीय सेना की ताकत को नई ऊँचाई देने वाला प्लेटफॉर्म माना जा रहा है। यह टैंक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है और “मेक इन इंडिया” व “आत्मनिर्भर भारत” अभियान का एक मजबूत उदाहरण है। अर्जुन Mk-1A, पहले के अर्जुन Mk-1 का उन्नत संस्करण है, जिसमें सेना की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई अहम सुधार किए गए हैं।

अर्जुन Mk-1A में कुल 72 नए तकनीकी सुधार शामिल किए गए हैं। इनमें से 14 बड़े और 58 छोटे सुधार हैं, जो फायर पावर, गतिशीलता, सुरक्षा और विश्वसनीयता से जुड़े हैं। यह टैंक अत्याधुनिक 120 मिमी राइफल्ड गन से लैस है, जो दिन और रात दोनों समय अत्यंत सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। इसमें आधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम लगाया गया है, जिससे चलते टैंक से भी दुश्मन पर सटीक हमला किया जा सकता है।

सुरक्षा के लिहाज से अर्जुन Mk-1A को और मजबूत बनाया गया है। इसमें अगली पीढ़ी का स्वदेशी कंपोजिट कवच (Kanchan Armour) लगाया गया है, जो दुश्मन के टैंक रोधी हथियारों और गोले से बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें एक्टिव माइन प्रोटेक्शन, बेहतर NBC (न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल) सुरक्षा प्रणाली और आधुनिक अग्नि नियंत्रण उपकरण शामिल हैं।

गतिशीलता की बात करें तो अर्जुन Mk-1A में शक्तिशाली 1400 हॉर्सपावर का इंजन दिया गया है, जो इसे रेगिस्तान और कठिन इलाकों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम बनाता है। इसमें उन्नत सस्पेंशन सिस्टम है, जिससे लंबी दूरी तय करने और युद्ध के दौरान स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलती है।

अर्जुन Mk-1A का एक बड़ा लाभ इसका उच्च स्वदेशीकरण स्तर है। इसमें इस्तेमाल किए गए अधिकतर उपकरण और तकनीकें भारत में ही विकसित की गई हैं। इससे न केवल विदेशी निर्भरता कम होती है, बल्कि देश की रक्षा उद्योग को भी मजबूती मिलती है। भारतीय सेना ने पहले ही इस टैंक को अपनी टैंक रेजिमेंट में शामिल करना शुरू कर दिया है।

कुल मिलाकर, अर्जुन Mk-1A भारत की सैन्य क्षमता को मजबूत करने वाला एक आधुनिक और शक्तिशाली टैंक है। यह न केवल किसी भी समकालीन विदेशी टैंक के बराबर खड़ा नजर आता है, बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और रक्षा क्षेत्र में बढ़ती ताकत का प्रतीक भी है।

अर्जुन Mk-1A की खासियत यह भी है कि इसमें आधुनिक डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम लगाया गया है, जिससे युद्ध के मैदान में बेहतर तालमेल बनता है। टैंक के चालक दल के लिए आराम और सुरक्षा दोनों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके रखरखाव को पहले की तुलना में आसान बनाया गया है, जिससे ऑपरेशन के दौरान इसकी उपलब्धता बढ़ती है। कुल मिलाकर, अर्जुन Mk-1A भारतीय सेना के बख्तरबंद बेड़े को और ज्यादा ताकतवर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।

Exit mobile version