कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

इस बुलडोजर एक्शन को लेकर विपक्ष ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। वामपंथी दल CPM ने इसे अल्पसंख्यक विरोधी कार्रवाई बताते हुए कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है।

निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

Flickrनिर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कांग्रेस सरकार की बुलडोजर कार्रवाई ने सियासी माहौल गरमा दिया है। राज्य सरकार ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है। इनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम परिवारों के मकान शामिल बताए जा रहे हैं।

कर्नाटक सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है और जिन मकानों को तोड़ा गया है, वे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए थे। प्रशासन के अनुसार, संबंधित लोगों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे।

हालांकि इस बुलडोजर एक्शन को लेकर विपक्ष ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। वामपंथी दल CPM ने इसे अल्पसंख्यक विरोधी कार्रवाई बताते हुए कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है।

मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब पड़ोसी राज्य केरल के मुख्यमंत्री ने भी कर्नाटक सरकार की इस कार्रवाई की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है, लेकिन किसी एक समुदाय को निशाना बनाकर की गई कार्रवाई लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

इस बीच प्रभावित परिवारों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं दिया गया और अचानक हुई कार्रवाई से वे बेघर हो गए हैं। स्थानीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं।

बुलडोजर कार्रवाई के बाद कर्नाटक की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है और यह मुद्दा अब राष्ट्रीय राजनीति में भी चर्चा का विषय बनता जा रहा है।

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