सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुई घटना ने सबका दिल दहला दिया है ,इस घटना के आरोपी का भारतीय पासपोर्ट वाले कनेक्शन पर तेलंगाना पुलिस ने खुलासा किया है। तेलंगाना पुलिस ने एक नोट जारी करते हुए कहा है कि धुआधार फायरिंग करने वाले शख्स 50 वर्षीय साजिद अकरम हैदराबाद का रहने वाला है।
मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला शख्स अकरम 27 वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था । इस हमले में 15 निर्दोष लोगों की मौत हो गई है. ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने इसे आतंकवादी हमला घोषित किया है।
27 साल में 6 बार आय़ा भारत
बता दें कि इस हमले को साजिद अकरम और उनके बेटे नवीद अकरम ने अंजाम दिया था। वहीं साजिद पुलिस की फायरिंग में मारा गया और बेट नवीद का इलाज चल रहा है। तेलंगाना से आई जांच रिपोर्ट के अनुसार अकरम ने हैदराबाद से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की थी, वह 27 साल पहले नंवबर 1988 को रोजगार के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां उसने यूरोपी महिला से शादी कर वहां का स्थाई नागरिक बन गया, जबकी साजिद आज भी भारतीय पासपोर्ट धारक है। पुलिस के मुताबिक पिछले 27 वर्षों में अपने हैदराबाद के रिश्तेदारों से संपर्क बहुत सीमित था। पिछले 27 सालों में सिर्फ 6 बार वह भारत आया था, अपने संपत्ति के मामले में. यहां तक की वह अपने पिता की मृत्यु पर भी भारत नहीं आया था।
कट्टरपंथी बने बाप बेटे
साजिद के जांच में पता चला है कि बेटे को कट्टरपंथी बनाने में तेलंगाना और हैदराबाद से कोई जुड़ाव नहीं है, इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है, हमले से पहले बाप बेटे की जोड़ी फिलीपींस गई थीं। वह 1 से 28 नवंबर के बीच फिलीपींस मिलिट्री की ट्रेनिंग के लिेए गए थें, जहां साजिद ने भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल किया वहीं बेटे ने ऑस्ट्रेलिया के पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था ।
दोनों देशों की पुलिस इस मामले की जांच में लगातार जुटी हुई है।
