भारतीय नेवी का ‘स्टिच्ड शिप’ पहली समुद्री यात्रा पर निकलेगा, दुनिया को दिखेगी भारत की समुद्री विरासत

नौसेना के अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य केवल नौवहन नहीं, बल्कि दुनिया को यह दिखाना है कि भारत प्राचीन काल से ही एक समुद्री महाशक्ति रहा है

दुनिया को दिखेगी भारत की समुद्री विरासत

दुनिया को दिखेगी भारत की समुद्री विरासत

भारत की प्राचीन समुद्री परंपरा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के उद्देश्य से भारतीय नौसेना का ऐतिहासिक ‘स्टिच्ड शिप’ अब अपनी पहली समुद्री यात्रा पर निकलने जा रहा है। यह विशेष जहाज 29 दिसंबर को गुजरात के पोरबंदर से ओमान की राजधानी मस्कट के लिए रवाना होगा।

यह स्टिच्ड शिप आधुनिक धातु या वेल्डिंग तकनीक से नहीं, बल्कि प्राचीन भारतीय विधि के अनुसार सिलाई (stitching) तकनीक से तैयार किया गया है। इसका निर्माण भारत की हजारों साल पुरानी समुद्री और जहाज निर्माण परंपरा को जीवंत रूप में सामने लाता है।

🇮🇳 भारत की मेरीटाइम हेरिटेज का जीवंत प्रदर्शन

नौसेना के अधिकारियों के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य केवल नौवहन नहीं, बल्कि दुनिया को यह दिखाना है कि भारत प्राचीन काल से ही एक समुद्री महाशक्ति रहा है। मस्कट यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों और संवादों के माध्यम से भारत की समुद्री विरासत को अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के सामने रखा जाएगा।

🌏 दूसरी यात्रा बाली तक

मस्कट यात्रा के बाद इस स्टिच्ड शिप की दूसरी समुद्री यात्रा इंडोनेशिया के बाली तक करने की भी योजना है। यह यात्रा भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के ऐतिहासिक समुद्री संपर्कों को रेखांकित करेगी।

🏛️ यात्रा के बाद म्यूजियम में होगा स्थापित

अपनी सभी नियोजित समुद्री यात्राएं पूरी करने के बाद इस ऐतिहासिक स्टिच्ड शिप को म्यूजियम में संरक्षित किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां भारत की समृद्ध नौसैनिक परंपरा को प्रत्यक्ष रूप से देख और समझ सकें।

भारतीय नौसेना का यह प्रयास न केवल इतिहास को जीवित करने की पहल है, बल्कि यह संदेश भी है कि भारत अपनी जड़ों से जुड़ते हुए भविष्य की ओर बढ़ रहा है।

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