तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने एक बार फिर हिंदू धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। टीटीडी ने छोटे हिंदू मंदिरों को रियायती दरों पर मूर्तियां और जरूरी धार्मिक सामग्री देने की घोषणा की है। इसका मकसद सनातन हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ छोटे और आर्थिक रूप से कमजोर मंदिरों को सशक्त बनाना है।
इस योजना के तहत टीटीडी मंदिरों को माइक्रोफोन सेट, छतरियां, शेष वस्त्र (पवित्र वस्त्र), पत्थर की मूर्तियां और पंचधातु की मूर्तियां उपलब्ध कराएगा। इन सभी वस्तुओं पर भारी सब्सिडी दी जा रही है, ताकि मंदिरों को पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यक्रमों में किसी तरह की परेशानी न हो।
सब्सिडी की बात करें तो अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के मंदिरों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। ऐसे मंदिरों को 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं पिछड़ा वर्ग और अन्य श्रेणियों के मंदिरों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी का लाभ मिलेगा। खास तौर पर ऑडियो सिस्टम यानी माइक्रोफोन सेट पर काफी छूट दी जा रही है।
टीटीडी के अनुसार, एक माइक्रोफोन सेट की कुल कीमत 25,000 रुपये है। SC/ST वर्ग के मंदिरों को इसके लिए केवल 2,500 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि अन्य श्रेणियों के मंदिरों को 12,500 रुपये देने होंगे। यह सुविधा खासकर उन मंदिरों के लिए उपयोगी होगी, जहां आर्थिक संसाधन सीमित हैं।
टीटीडी का कहना है कि यह पहल न सिर्फ धार्मिक गतिविधियों को मजबूत करेगी, बल्कि छोटे मंदिरों के प्रबंधन को भी बेहतर बनाएगी। धार्मिक अनुष्ठान, भजन, प्रवचन और अन्य कार्यक्रम अब बेहतर ढंग से आयोजित किए जा सकेंगे।
इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र आवेदकों को निर्धारित नियमों के अनुसार आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र के साथ डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) कार्यकारी अधिकारी, टीटीडी प्रशासनिक भवन, के.टी. रोड, तिरुपति के पते पर जमा करना होगा। योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए श्रद्धालु 0877-2264276 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, टीटीडी की यह पहल सनातन हिंदू धर्म के संरक्षण और प्रचार की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है, जिससे छोटे मंदिरों को जरूरी संसाधन मिल सकेंगे और उनकी धार्मिक गतिविधियां और मजबूत होंगी।
पत्थर की मूर्तियां
श्री वेंकटेश्वर स्वामी और श्री पद्मावती अम्मावरु की 5 फीट तक की पत्थर की मूर्तियां नि:शुल्क प्रदान की जाएंगी। अन्य देवी-देवताओं की पाषाण प्रतिमाओं पर 75% की सब्सिडी दी जाएगी, जिसके लिए 25% लागत का भुगतान करना होगा। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों को पाषाण प्रतिमाएं निशुल्क मिलेंगी। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों को पंचलोहा प्रतिमाएं 90% की सब्सिडी के साथ मिलेंगी। अन्य श्रेणियों को ये प्रतिमाएं 75% की सब्सिडी के साथ मिलेंगी।
