भारत के आंतरिक मामलों में क्यों दखल दे रहा अमेरिका?
29 March 2024
"अरुण ये मधुमय देश हमारा, जहां पहुंच अंजान क्षितिज को मिलता एक सहारा" यदि इस छंद को आपने पढ़ा हो तो समझ लीजिए कि आपने अपने स्कूल टाइम में हिंदी को गंभीरता से लिया है। अब हिंदी साहित्य वो कला है जिसमें रचनात्मकता और विविधता की कोई कमी नहीं होती, ...
भारत के प्राचीन इतिहास में 16 महाजनपद हुआ करते थे, जिन्हें आज भी उनकी सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक समृद्धि के लिए याद किया जाता है। इन्हीं 16 महाजनपदों में से एक था मगध साम्राज्य जिसकी सीमाएं उत्तर में गंगा से दक्षिण में विंध्य पर्वत तक, पूर्व में चम्पा से पश्चिम ...
योग एक ऐसी आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिससे आप अपने शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का प्रयास करते हैं, अर्थात इसमें जुड़ाव महसूस करते हैं। योग शास्त्रों के अनुसार योग का किसी भी मानव के मस्तिष्क और शरीर के बीच वैसा ही सीधा संबंध है जिस प्रकार मानव का प्रकृति ...
भारत अपनी ऐतिहासिक धरोहर, प्राचीन संस्कृति, रहन सहन और खान-पान के लिए दुनियाभर में लोकप्रिय हैं। परंतु देखा जाये तो आज के समय में हम अपनी ऐतिहासिकता, अपनी पहचान को पीछे छोड़ पश्चिम द्वारा थोपी गई तथाकथित आधुनिकता की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं, जिसका इतिहास भारत की तुलना ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती थी कि इस अमर क्रांतिकारी को कौन अधिक अपमानित करेगा, जिसमें ...
भारत के गौरवशाली अतीत को इतिहास के पन्नों में पहले तो जगह ही नहीं मिली, अगर किसी जुनूनी भारतीय ने इसकी कोशिश भी की तो उसे सजा दी गई। उन पन्नों को जला दिया गया या फिर पूरी किताब को ही छिपा दिया गया। कई ऐसी घटनाएं हैं और कई ...
ब्रिटिश शासन के दौरान हुए सामाजिक शोषण के बाद जब देश 1947 में आज़ाद हुआ तब देश दो टुकड़ों में विभाजित हो गया था। भारत से जो दूसरा देश टूट कर अलग हुआ, वो था आतंक परस्त पाकिस्तान।आज़ादी के बाद जब भारत के भीतर संवैधानिक ढांचे का निर्माण हुआ तो ...
जब इतिहास को तोड़ने मरोड़ने की बात आती है तो वैश्विक इतिहासकारों में ऑड्रे ट्रुशके का नाम काफी ज़ोर शोर से सामने आता है। औरंगज़ेब का दिन रात जाप करने वाली इस फर्जी इतिहासकार को इसी कारण से सोशल मीडिया पर लोग ग्लोबल डिस्टोरीयन की उपाधि भी दिए हैं यानी ...
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा, सुर की नदियाँ हर दिशा से बहते सागर में मिलें बादलों का रूप ले कर बरसे हल्के हल्के, मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा, मिले सुर मेरा तुम्हारा …मिले सुर मेरा तुम्हारा भारतीय शास्त्रीय संगीत भारतीय संगीत की दुनिया में ...
पूरे भारतीय इतिहास में, बच्चों को एक विशेष दर्जा प्राप्त है। छोटी सी आयु में राजा भरत शेरों के दांत गिना करते थे। भारत में, बचपन को एक व्यक्ति के जीवन की आनंददायक समयावधि माना जाता है, इसलिए बच्चों को परिवार और आस-पास के बड़े वृद्ध परिजनों द्वारा सबसे अधिक ...
राणा राज सिंह – जिसके नाम से ही मुग़ल शासन त्राहिमाम कर उठता था! एक राजकुमारी ने कहा, "ये चित्र तो बहुत देखे। किसी अनुपम राजकुमार का चित्र तो बताइए!" वृद्ध दासी - "यह हिंदुस्तान के बादशाह आलमगीर हैं! मुकम्मल हिंदुस्तान में इनका कोई सानी नहीं है!" वह राजकुमारी खिलखिलाकर ...
धार्मिक पतन की पराकाष्ठा देखिये। समाज किस तरफ उन्मुख हो रहा है ज़रा ये सोचिए। सिंघू सीमा पर एक दलित सिख लखबीर सिंह को बेरहमी से मार दिया गया जिसके पीछे का कारण गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करना बताया गया। राष्ट्रीय स्तर पर जब इस विभत्स घटना का विरोध ...