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जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: कैसे समरकन्द का भगोड़ा बना मुगल साम्राज्य का संस्थापक

जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: कैसे समरकन्द का भगोड़ा बना मुगल साम्राज्य का संस्थापक

जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: जब NCERT ने मुगलों के उल्लेख को इतिहास के पुस्तकों से हटाया, तो कई लोग द्रवित थे, और आप विश्वास नहीं मानोगे, उन लोगों में मैं भी सम्मिलित था। इसलिए नहीं कि मुगल महान थे, अपितु मुझे चिंता इस बात की अधिक थी कि मुगलों का वास्तविक ...

स्यमन्तक मणि और कोहिनूर

स्यमंतक मणि यानी कोहिनूर की कथा, जो भारत के सिर्फ इसी क्षेत्र में शांति से रह सकती है

कुछ रत्न बहुमूल्य इसलिए नहीं होते कि वह बहुमूल्य पदार्थों से बने होते हैं अपितु इसलिए होते हैं क्योंकि वह अपने स्वामी स्वयं चुनते हैं। ऐसा ही एक बहुमूल्य रत्न है कोहिनूर, जिसकी पुनः प्राप्ति की मांग के लिए अनेक भारतीय सदियों से मांग उठाते आए हैं और जो अनेकों ...

cji lalit

CJI के रूप में एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं जस्टिस उदय उमेश ललित

देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस यूयू ललित पूरी तरह से एक्शन मोड़ में नजर आ रहे हैं। CJI के रूप में उनका कार्यकाल केवल 74 दिनों का ही हैं। मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यभारत संभालते ही जस्टिस यूयू ललित जिस तरह एक के बाद एक लंबित मामलों का ...

‘शरद पवार के चरणों में हैं उद्धव ठाकरे’, भोजपुरी, हिंदी, मराठी में दहाड़े देवेंद्र फडणवीस

‘शरद पवार के चरणों में हैं उद्धव ठाकरे’, भोजपुरी, हिंदी, मराठी में दहाड़े देवेंद्र फडणवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के गोरेगाँव स्थित नेस्को मैदान में आयोजित ‘हिंदी भाषी महासंकल्प सभा’ में जमकर दहाड़ लगाई. देवेंद्र फडणवीस ने इस दौरान हिंदी, मराठी और भोजपुरी तीनों भाषाओं में उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोला. देवेंद्र ...

Mandal vs Kamandal

‘कमंडल’ की राजनीति के आगे धराशाई हो गई ‘मंडल’ की राजनीति

जातीय समीकरण के चक्रव्यूह में फंसे उत्तर प्रदेश की राजनीति को योगी सरकार ने भेद दिया है। अंततोगत्वा, कमंडल की राजनीति मंडल की राजनीति पर भारी पड़ गई। भले ही आम जनमानस को यह लगता हो कि विधि व्यवस्था को सही करने के लिए योगी सरकार सिर्फ माफियाओं पर ही ...

जेएनयू बाबरी

JNU के भोले छात्रों के हसीन सपने – बाबरी मस्जिद दोबारा बनानी चाहिए

“कसम बाबर की खाते हैं, मस्जिद वहीं बनायेंगे!” अजीब प्रतीत होता है न, परन्तु यही सत्य है. कुछ लोग अभी भी ऐसा सोचते हैं कि सरकार से लेकर प्रशासन तक, सब उनके क़दमों तले होगी और उनकी जयजयकार करते हुए उनके ‘हुक्म की तामील करेगी’, यानि उनके अनुसार काम करेगी. ...

कल्याण सिंह

कल्याण सिंह : वह शूरवीर जिनके लिए संस्कृति से बढ़कर कुछ नहीं था

“मुझे आज भी ढांचे के गिरने का कोई अफ़सोस नहीं है। वो मेरी इच्छा नहीं थी, परन्तु आज भी मुझे अपने किये पर कोई पश्चात्ताप नहीं। नो रिग्रेट, नो रिपेंटेन्स, नो सॉरी, नो ग्रीफ, और ढाचें का विध्वंस राष्ट्रीय शर्म का नहीं, राष्ट्रीय गर्व का विषय है!” ये शब्द थे ...

Babri Masjid

कथा बाबरी के विध्वंस की – कैसे श्रीराम जन्मभूमि परिसर को मुक्ति मिली

मर्यादा पुरुषोत्तम राजा राम भारतीयों के व्यक्तित्व के संविधान हैं। उनका “राम राज्य" एक शासक के लिए सर्वोत्तम आदर्श है। परन्तु, मानवता के लिए 14 वर्ष का वनवास भोगने वाले प्रभु राम को हम लोगो ने 450 वर्षों का वनवास दिया। अंततः “होईहि सोई जो राम रची राखा” की कहावत ...

अढ़ाई दिन का झोंपड़ा

अजमेर का ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ कहने को मस्जिद है परंतु वास्तविकता तो सनातन संस्कृति की ओर संकेत देती है

शाही ईदगाह मस्जिद, जामी मस्जिद, ज्ञानवापी मस्जिद, कमल मौला मस्जिद, इन सब में समान बात क्या है? शायद आप एक बार को भ्रमित हो जायें, परन्तु बाबरी मस्जिद का नाम जुड़ते ही आपके समस्त भ्रम दूर हो जाएंगे और ऐसी ही एक इमारत है अजमेर में स्थित अढ़ाई दिन का ...

सुल्ताना बेगम

मुगलों के वंशज आज भी भारत में हैं, पेंशन ले रहे हैं, सरकारी नौकरी कर रहे हैं और लाल किला हथियाने की धमकी भी दे रहे हैं

भारत में मुगलों का इतिहास बाबर के 1526 में आने के साथ आरंभ हुआ था, परंतु आज भी उसके वंशज भारत में रहते हैं। वो सिर्फ भारत में रहते ही नहीं, बल्कि पेंशन का लाभ भी उठाते हैं। कुछ वर्ष पहले तो यह भी खबर आई थी कि वो लाल ...

जिन्ना टावर

आंध्र प्रदेश के गुंटूर में स्थित ‘जिन्ना टावर’ को ध्वस्त करना अवश्यंभावी है

'जिन्ना टावर' गुंटूर : विश्वास करिए, वो तो सनातन संस्कृति के शौर्य और संस्कार हैं, जिन्होंने आपके अंदर मानवता के उच्च आदर्शों और अपनी संस्कृति के प्रति प्रेम को जिंदा रखा। वरना इस समस्त विश्व में ऐसी कोई कौम, समुदाय, धर्म या राष्ट्र नहीं है, जो सतत इस्लामी आक्रमण, धर्मांतरण, ...

कल्याण सिंह

कल्याण सिंह: वो मुख्यमंत्री जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर के लिए लखनऊ की सत्ता को ठोकर मार दी

1993 में राष्ट्रपति शासन हटने के पश्चात जब उत्तर प्रदेश में चुनाव हुए तो तत्कालीन शासन में रही भारतीय जनता पार्टी को पराजय प्राप्त हुई। मुलायम सिंह यादव और कांशीराम के विजयी गठबंधन ने इस बात का न केवल जश्न मनाया, अपितु हिंदुओं को अपमानित करते हुए नारे भी लगवाए, ...

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