जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे यह तीन बड़े बदलाव।
23 April 2024
देश में मोदी सरकार ने कई ऐसे आकस्मिक निर्णय लिए हैं, जिसने देशवासियों को आश्चर्य चकित किया है। तो वहीं विपक्षी पार्टियों की ओर से कई तरह के सवाल भी उठे हैं। नोटबंदी का फैसला और पाकिस्तान को सबक सिखाने हेतु सर्जिकल स्ट्राइक भी इसी सूची में शामिल है। अब ...
बीते दिन शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने का ऐलान किया। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। लगभग 1 साल तक इस कानून को बनाए रखने के बाद एकाएक चिर निद्रा से ...
बिचौलिये, दलाल, एजेंट या मिडिलमैन इन नामों से आप अपनी ज़िंदगी में अवगत हुए ही होंगे। बिचौलियों का काम किसी भी वस्तु या सेवा के वितरण या लेनदेन की शृंखला को सुगम बनाना और बिना किसी मेहनत के मुनाफा कमाना है। ये व्यवस्था में दीमक की तरह होते हैं। भ्रष्टाचार ...
किसान आंदोलन का सबसे प्रमुख कारण APMC (एपीएमसी) के एकाधिकार को मिली चुनौती है। पहली बार देश के वास्तविक अन्नदाताओं को सरकार ने जमींदारों के शोषण के विरुद्ध कृषि कानून नामक सुरक्षा कवच प्रदान किया है। APMC (एपीएमसी) इन्हीं जमींदार या सामंती किसानों का समूह है जिसे पूर्ववर्ती राज्य सरकारों ने विधिक ...
एक कहावत है कि राजनीति में दिखावे के लिए कुछ भी चलता है, लेकिन अक्सर राजनीतिक पार्टियां दिखावे के नाम पर अपना मजाक बनवा लेती हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति केरल एलडीएफ सरकार की भी है जहां केंद्र द्वारा कृषि कानूनों को अप्रभावी बनाने का ढोंग करने के केरल की ...
जिनके खुद के घर शीशे के बने हों, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। ये कहावत आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर बिल्कुल फिट बैठती है। एबीपी न्यूज की एंकर रुबिका लियाकत ने अपने डिबेट शो में संजय को कृषि कानूनों के मुद्दे पर झूठी बयानबाज़ी ...
पूर्वानुमान कितने घातक साबित हो सकते हैं इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। कुछ ऐसा ही पूर्वानुमान केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को लेकर भी लगाया जा रहा है। नतीजा ये कि पंजाब में इसका बेवजह विरोध हो रहा है। जबकि यह कानून अभी जहां भी आंशिक ...
कौशलेन्द्र कुमार तो याद है न आपको? हाँ वही आईआईएम अहमदाबाद के परास्नातक, जो अपनी लाखों की नौकरी छोड़कर अपने राज्य बिहार लौटे थे, ताकि कृषि उद्योग में अपना नाम कमा सके। लेकिन जिस उद्देश्य से उन्होंने अपना वैभव से परिपूर्ण जीवन का परित्याग किया था, अब उसी उद्देश्य को ...
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय खाद्य निगम पूर्ण रूप से अपनी अक्षम कार्यशैली के लिए जाना जाता है। नुकसान से लेकर भ्रष्टाचार और बर्बादी के सारे खिताब इसके नाम हैं। इसके अंतर्गत 22,000 से अधिक लोग और कई लोगों को अनुबंध पर नियुक्त करता है, ...
पिछले कुछ दिनों में कृषि बिल को लेकर विपक्ष की जो प्रतिक्रिया देखने को मिली है, उसे देखकर इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हमारे देश की राजनीति किस दिशा में जा रही है। विपक्ष का काम होता है सत्ताधारी पक्ष के निर्णयों के गलत पक्ष पर उंगली ...
मोदी सरकार लगता है चैन से बैठने वाली नहीं है। जब से वुहान वायरस ने भारत में पैर पसारे हैं, तब से मोदी सरकार लोगों को और स्वास्थ्य व्यवस्था को बचाने के साथ साथ अब अर्थव्यवस्था का भी ख्याल रख रही है। पहले श्रम सुधारों को बढ़ाव दिया गया, फिर ...
एक बार फिर से बीजेपी के लिए समय अच्छा नहीं चल रहा था इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पार्टी के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर उभरे। फड़नवीस ने अपने प्रभाव से महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए एक बड़ा बदलाव लाया है। गठबंधन सरकार चलाते हुए उन्होंने अपने ...