श्रीबांके बिहारी कॉरिडोर का विरोध क्यों?
28 January 2023
एलन मस्क के ट्विटर फाइल्स जारी करने के बाद अमेरिका की राजनीति में हड़कंप मच गया है और लोग दो खेमों में बंटते हुए नजर आ रहे हैं। साथ ही इस बात पर भी लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं कि पहले ट्विटर अमेरिका की वामपंथी विचारधारा के लोगों के ...
दुनियाभर में उपजी समस्याओं की जड़ को यदि देखा जाए तो कहीं न कहीं हमें अमेरिका का हस्तक्षेप दिख जाएगा। फिर चाहे वह आतंकवाद की समस्या हो या अफगानिस्तान जैसे देश का सुरक्षा के नाम पर लगभग 20 साल तक शोषण किया जाता रहा हो। उदाहरण के लिए अभी कुछ ...
एलन मस्क, इन महानुभाव के बारे में हम क्या ही बोलें? वैसे तो एलन मस्क (Elon Musk) का नाम व्यापार जगत के बेहद ही चर्चित लोगों में आता हैं परंतु इसके साथ ही वो कई सारे विवादों से भी अक्सर घिरे ही रहते हैं। कभी वो अपने प्रतिद्वंद्वी से भिड़ते ...
भारत की गिनती आज के समय में सबसे शक्तिशाली देशों के तौर पर होती है लेकिन वैश्विक स्तर पर भारत के पास कुछ ताकतों की अभी भी कमी है। इस कमी में से एक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता है और इसके लिए चीन को छोड़कर लगातार सभी ...
अमेरिका की बिग टेक कंपनियां अपनी मनमानी के लिए जानी जाती रही हैं जो कि आए दिन विवादों में रहती हैं। यह आम है कि तकनीक का मानव जीवन पर काफी प्रभाव होता है इसके अलावा आज के दौर में सोशल मीडिया के माध्यम से भी किसी को भी प्रभावित ...
कुछ साल पहले का समय ऐसा था जब अमेरिका, भारत को दबाने के प्रयास करता था। परंतु अब वक्त बदल चुका है। जब से मोदी सरकार के हाथों में देश की सत्ता आई है भारत की पहचान विश्व में एक मजबूत देश के रूप में होने लगी है। आज भारत ...
इस तस्वीर को ध्यान से देखिए, यह फ़ोटो आज से 28 साल पहले यानी 1994 की है। बैकग्राउंड में दुनिया की सबसे ताक़तर इमारत कही जाने वाली व्हाइट हाउस की बिल्डिंग है। 1994 में व्हाइट हाउस के बाहर पर्यटक की तरह फ़ोटो खिचाते नरेंद्र मोदी। उस बिल्डिंग की बाउंड्री के ...
मज़ाकिया माहौल में जितना बड़ा रोबोट, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बोला जाता है, वो सही तो है लेकिन थोड़ा ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर बोल दिया जाता है जबकि असली रोबोट तो अमेरिका में बैठा है। प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह भले ही रिमोट से चलते थे लेकिन कभी-कभार ...
हिपोक्रेसी का कोई ओलंपिक होता, तो उसमें एक संस्थान निस्संदेह टॉप करता। पिछले कुछ सालों में इस मीडिया हाउस ने कई ऐसी खबरें और भ्रामक रिपोर्ट प्रकाशित किए हैं, जो झूठे निकले और उसके लिए उन्हें जमकर लताड़ भी लग चुकी है। लेकिन इतना सब होने के बावजूद ये सुधरने का ...
संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूस का साथ छोड़ने के लिए भारत को मजबूत करने की कोशिश की। पर, जब अमेरिका को समझ में आया कि भारत जिसके साथ खड़ा होता है चट्टान की तरह अटल रहता है, तब वह हताश हो गया। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने कई बार ...
अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर के पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर के हिस्से का दौरा करने और पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान से मिलने के एक दिन बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका ने पुष्टि की है कि उमर की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की यात्रा अनौपचारिक और व्यक्तिगत थी। अमेरिकी ...
जब से जो बाइडन अमेरिका की सत्ता पर काबिज हुए हैं अमेरिका ने अपने सहयोगियों के लिए मुसीबतें बढ़ाई हैं। ताजा उदाहरण युक्रेन संकट है जहां अनावश्यक रूप से रूस को आक्रोशित करके यूक्रेन को उसके हाल पर छोड़ दिया गया। ताइवान के साथ चीन के बढ़ते तनाव के बीच ...