रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
2024 के लिए विश्व खुशहाली रिपोर्ट बुधवार 20 मार्च को जारी की गई, जिसमें फिनलैंड ने लगातार सातवें साल सूचकांक में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित वार्षिक रिपोर्ट में खुशी सूचकांक में भारत को पिछले वर्ष की तरह 126वें स्थान पर रखा गया है। खुशी रैंकिंग ...
रूस और यूक्रेन के बीच की जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। युद्ध कब खत्म होगा किसी को पता नहीं है। लेकिन ये युद्ध परमाणु युद्ध में तब्दील क्यों नहीं हुआ इसका खुलासा अमेरिकी मीडिया ने कर दिया। रूस यूक्रेन युद्ध से जुड़े अमेरिकी ऑफिसर्स ...
कल्पना कीजिए एक ऐसे देश की, जहां न ढंग का जीवनयापन है, न वहाँ के नेताओं में कोई विजन, परंतु फिर भी उसकी नौटंकियों को कई महाशक्तियाँ अपने लाभ के लिए उपयोग में लाती है। न, न न न, हम पाकिस्तान की बात नहीं कर रहे हैं, जबकि लक्षण पूरे ...
पाकिस्तान ब्रह्मांड का एक ऐसा अनोखा राष्ट्र है, जिसके कटोरा लेकर भीख मांगने की दक्षता को अलग रखे, तो न कोई दूरदृष्टि है, न कोई प्रतिष्ठा, और आत्मसम्मान के बारे में पूछिए ही मत। ये विश्व में वो राष्ट्र है, जो जहां भी जाता है, वहां से मुँह की खा ...
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत ने जो स्टैंड लिया उसके विरोध में पश्चिम देशों ने खूब बवाल मचाया लेकिन कभी आपने विचार किया है कि क्यों यूक्रेन भारत को लेकर आलोचनात्मक नहीं हुआ? क्यों यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की निरंतर प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करते रहे? क्यों यूक्रेन इस बात को ...
24 फरवरी, 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में एक स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया. उसके बाद से निरंतर दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है. इस युद्ध के साथ-साथ वैश्विक राजनीति में कई बड़े बदलाव हमें देखने को मिल रहे हैं. युद्ध की शुरूआत ...
भारत एक महाशक्ति: रूस-यूक्रेन का युद्ध जब शुरू हुआ तो पश्चिमी देशों ने एक अभियान चलाया। अभियान था रूस के विरुद्ध दुनिया के देशों को लामबंद करने का, रूस के विरुद्ध दुनिया के देशों को एकजुट करने का। अमेरिका ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी लेकिन भारत को रूस के ...
रूस और यूक्रेन युद्ध इसी साल फरवरी में शुरू हो गया था और इस तरह जल्द ही इस युद्ध को होते हुए एक वर्ष हो जाएगा। लंबे समय से चल रहा यह युद्ध शांत नहीं हो पा रहा है बल्कि आए दिन युद्ध से जुड़ी कोई न कोई नई सूचना ...
जीवन अनिश्चितताओं से भरा होता है, कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता है। हजारों की संख्या में जो भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए थे, उन्हें कहां मालूम था कि युद्ध के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी कि उन्हें बीच में ही अपनी ...
झुकती है दुनिया... झुकाने वाला चाहिए। यह शब्द वैसे तो सुनने में साधारण से लगते हैं किंतु यदि वैश्विक कूटनीति को लेकर भारत का रुख देखें तो यह कहा जा सकता है कि भारत ने स्वयं को आर्थिक से लेकर तकनीक के क्षेत्र में इस तरह स्वयं को मजबूत किया ...
यूक्रेनी बलों ने स्कूलों और अस्पतालों सहित आबादी वाले रिहायशी इलाकों में अपने मिलिट्री ठिकाने स्थापित करके और हथियार प्रणाली चलाकर नागरिकों को जोखिम में डाला है। इस तरह की रणनीति अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन करती है और नागरिकों को खतरे में डालती है क्योंकि वे नागरिक स्वामित्व वाली ...
कहते है कि किसी देश की कमान अगर मजबूत हाथों में हो तो देश नित नए ऊंचाईयों पर पहुंचता है। वहीं, अगर कोई कमजोर व्यक्ति देश का नेतृत्व करने लग जाए तो उसका बेड़ागर्क होने से कोई नहीं बचा सकता। आज के समय में देखें तो यूक्रेन दूसरी वाली स्थिति ...