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श्रीहरिकोटा में ISRO ने जड़ा शतक, शून्य से लेकर सौवें प्रक्षेपण तक का गौरवशाली इतिहास

एक समय था जब भारत के वैज्ञानिक सैटेलाइट्स को साइकिल पर ढोकर लॉन्च पैड तक ले जाते थे, और आज वही भारत GSLV-F15 जैसे अत्याधुनिक प्रक्षेपण यान के जरिए अंतरिक्ष में धाक जमा रहा है। कभी अमेरिका और पश्चिमी ...

अमेरिका, चीन और रूस के बाद SpaDeX की दौड़ में भारत: जानें, BAS के लिए क्यों महत्वपूर्ण है इसरो का यह मिशन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज रात 10 बजे श्रीहरिकोटा से अपने बहुप्रतीक्षित Spadex (Space Docking Experiment) को लॉन्च करेगा। इसरो ने x पर ट्वीट कर इस ऐतिहासिक मिशन की जानकारी साझा की है। इसरो का यह मिशन भारतीय ...

41 वर्ष बाद इस देश जाएगा कोई भारतीय प्रधानमंत्री।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 और 10 जुलाई को आस्ट्रिया की ऐतिहासिक यात्रा पर जा रहे हैं, जिससे वह 41 वर्षों में इस देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नेता बन जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी पहले रूस की यात्रा करेंगे ...

चंद्रयान 3 की टीम को इस देश ने दिया शीर्ष पुरस्कार।

भारत ने चंद्रयान 3 मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया और अब इससे जुड़ी एक और बड़ी खुशखबरी आई है। चंद्रयान 3 मिशन को सफल बनाने वाली टीम का अमेरिका में डंका बजा है। चंद्रयान 3 मिशन टीम को अंतरिक्ष ...

जानिये भारत के “सूर्य मिशन” के बारे में!

सूर्य मिशन: चंद्रयान-3 की अपार सफलता के पश्चात् इसरो  प्रमुख एस सोमनाथ ने 26 अगस्त 2023 को बताया कि शीघ्र ही सूर्य के अध्ययन हेतु  आदित्य एल-1 नामक मिशन भेजा जाएगा। सोमनाथ ने कहा कि सूर्य से संबंधित भारत ...

दाने दाने को मोहताज यूके चंद्रयान पर लेक्चर दे रहा!

चंद्रयान ३ प्रक्षेपित हुआ भारतवर्ष के श्रीहरिकोटा से, परन्तु अग्नि भभक रही हैं लंदन के अंग अंग से! ये कोई कविता नहीं, वास्तविकता का वो अंश है, जिसे अब तक अंग्रेज़ पचा नहीं पा रहे. इस लेख में चलिए ...

जब आप सो रहे थे, ISRO इतिहास रच रहा था, 36 सैटेलाइट के साथ सबसे भारी रॉकेट लॉन्च

ISRO वनवेब : नया भारत हर रोज एक नयी कहानी लिखता जा रहा है। आज आप देखेंगे कि भारत हर क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाड़ रहा है। बात अंतरिक्ष की करें तो भारत ने इसमें कई कीर्तिमान स्थापित ...

भारत की SLV-3 से विश्व स्तरीय GSLV Mk III तक सफल यात्रा की कहानी

20 नवंबर 1967 को भारत में विकसित पहला रॉकेट, RH-75(ROHINI-75), थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (TERLS) से लॉन्च किया गया। थुम्बा को इसलिए चुना गया क्योंकि यह चुंबकीय भूमध्य रेखा के करीब है इसलिए हमारे वैज्ञानिकों को इस कार्यक्रम ...

भारत अपना खुद का ‘स्पेस-एक्स’ बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के बोपाल में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) के मुख्यालय का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी थे। इस कार्यक्रम ...

‘सस्ता, सुंदर, टिकाऊ’, ISRO बना रहा है भारत का अपना स्पेस शटल

अपनी उड़ान और ऊँची करने के उद्देश्य से अब भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी अपनी उड़ान में नए पंख जोड़ने की तैयारी कर रही है. जल्द ही इसरो स्वदेशी स्पेस शटल का परीक्षण करने वाली है. अगर सब कुछ ठीक रहा ...

ISRO ने हासिल की वर्ष 2022 की पहली सबसे बड़ी उपलब्धि, यहां वह सब कुछ है जो आपको जानना चाहिए

वर्ष 2022 के पहले सफल प्रक्षेपण में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सोमवार को पीएसएलवी रॉकेट के माध्यम से एक ऑल-वेदर अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट EOS-04 और दो अन्य उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा। इस लॉन्च के साथ ही ...

सतीश धवन- एक ऐसे वैज्ञानिक, जिनकी वजह से जमीन से छलांग मारकर आसमान तक पहुंचा भारत

अगर आपसे यह पूछा जाए कि अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़े सबसे बड़े वैज्ञानिक का नाम क्या है तो आपका उत्तर क्या होगा? संभवत: आप भारत के वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम का नाम लेंगे, लेकिन क्या आपको ...

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