पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
Rahul Gandhi NRI speech: भारतीय राजनीति के भव्य रंगमंच में, कुछ पात्र ऐसे हैं जो विस्मित करने से कभी नहीं चूकते। इन आकर्षक हस्तियों के बीच राहुल गांधी की अपनी अलग पहचान है। राष्ट्रीय महत्व के मामलों पर राहुल का अनूठा दृष्टिकोण वास्तव में निरंतर विस्मय का स्रोत है। चाहे ...
आरिफ मोहम्मद खान बयान: सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) देश की एकता के प्रतीक माने जाते हैं। आजादी के बाद भारत के एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अतुलनीय रहा। देश की 562 रियासतों को भारत संघ में मिलाने का काम सरदार पटेल ने ही किया था और ...
कहने को भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ था परंतु ये अधूरा सत्य है। हम 565 रियासतों में बंटे हुए एक खंडित राष्ट्र थे, जिन्हें एकीकृत करने का बेड़ा सरदार वल्लभभाई पटेल ने उठाई थी और इस महायज्ञ की पूर्णाहुति तब हुई, जब 17 सितंबर 1948 को हैदराबाद प्रांत ...
क्या आपने कभी सोचा है कि जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री होते हुए भी अपने गृहमंत्री से इतने असहज क्यों रहते थे? कभी सोचा है कि देश के मुकुट समान राज्य कश्मीर का विध्वंस करने के लिए पाकिस्तान इतना लालायित क्यों रहता है? कभी सोचा है कि निज़ाम शाही का विध्वंस करने ...
ऑपरेशन पोलो और सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के ‘लौहपुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल को हमारे देश के वीर सैनिकों पर कितना विश्वास था ये आप इन शब्दों से समझ सकते हैं। “आपको लगता है हमारी सेना दस दिनों तक उनका सामना कर पाएगी?” “दस दिन? जनरल साहब, मैं शर्त लगाता ...
जिस सोमनाथ मंदिर का बार-बार विध्वंस विध्वंस किया गया, जिस सोमनाथ मंदिर के पुनरुत्थान के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा, अब वही सोमनाथ मंदिर और वही तीर्थस्थल, एक आदर्श धार्मिक पर्यटन हॉटस्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। सरदार पटेल और आचार्य केएम मुंशी ...
15 अगस्त 1947, इस दिन हमारा देश तो स्वतंत्र हुआ था, परंतु उसके साथ ही साथ 565 रियासतें और रजवाड़े भी स्वतंत्र हुए थे। उन्हें एक देश में पिरोने का दायित्व तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं उनके विश्वसनीय सेक्रेटरी और चर्चित आईसीएस ऑफिसर वीपी मेनन को सौंपा गया ...
जब 15 अगस्त 1947 को अंग्रेज़ भारत छोडकर गये, तो देश भले स्वतंत्र हो चुका था, परंतु उसके साथ ही देश के अंतर्गत 565 रियासतें भी स्वतंत्र हो गये थे। ऐसे में देश को एक सूत्र में बांधने का जिम्मा देश के प्रथम गृहमंत्री, सरदार वल्लभभाई झवेरभाई पटेल को दिया ...
‘रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद’ फिल्म कितनी मर्मस्पर्शी होगी, इसकी सहज कल्पना की जा सकती है। फिर भी, वर्तमान और भावी पीढ़ियों को हैदराबाद मुक्ति संघर्ष के बारे में जानकारी देने का यह एक गंभीर प्रयास नजर आता है। हैदराबाद मुक्ति संघर्ष उस इतिहास से जुड़ा है, जिसे छद्म ...
डॉ. भीमराव अंबेडकर एक ऐसा नाम है जो हर वर्ग के लोगों में तीव्र भावनाएं जागृत करता है। कुछ लोग अटूट श्रद्धा के साथ उनका आदर करते हैं, जबकि कई लोग उनसे अत्यंत क्रोधित भी हैं। इन चरम सीमाओं के बीच के विशाल विस्तार में मध्यम मार्ग के लिए शायद ...
Accurate historical Indian movies: ऐसे उद्योग में जहां रचनात्मक स्वतंत्रता को अक्सर प्राथमिकता दी जाती है, वहां कुछ ऐतिहासिक फिल्में हैं जो ताज़ी हवा के झोंके सामान निकली। वे ऐतिहासिक सटीकता के महत्व को प्रदर्शित करते हैं, न केवल प्रामाणिकता के लिए, बल्कि दर्शकों को उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के ...
जब से OTT पे क्रांति आई है, तब से सभी लोग इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमाने के लिए लालायित है। अब सिनेमा और डिजिटल कॉन्टेन्ट के बीच की दीवार धीरे धीरे मिटने वाली है, और ऐसे में रिलायंस के प्रबंधकों को विचार आया, “ये सुअवसर क्यों हाथ से जाने ...