असम के चार जिलों में AFSPA 6 महीनों के लिए बढ़ाया गया।
29 March 2024
उत्तर प्रदेश में बाहुबली युग के एक और चेहरे का हुआ अंत।
29 March 2024
निरंतर हमें वामपंथियों ने अपमानित करने हेतु हमारी संस्कृति को पितृसत्तात्मक यानि patriarchal एवं रूढ़िवादी, एवं अंधविश्वास से परिपूर्ण ठहराने का परिपूर्ण, भले ही खुद में लाख कमियाँ छुपी हो। परंतु उन्हे निरुत्तर करने के लिए हमारे पास अधिकतम ठोस तर्कों और उदाहरणों की ‘कमी’ होती थी। ऐसा नहीं था ...
कुछ महानुभावों को लगता है कि अंग्रेज़ न होते, तो भारत में सभ्यता दूर दूर तक नहीं थी। परंतु अंग्रेज़ों के आगमन से पूर्व भारत एक गणतांत्रिक राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर था, जहां जनता के समर्थन से सबसे शक्तिशाली साम्राज्य को विभिन्न प्रांतों में बाँटा गया था। यह मराठा ...
अगर हमारे भी भव्य इतिहास और संस्कृति को भव्यता से और पूरी वास्तविकता के साथ चित्रित किया गया होता तो हमारे पास भी ‘वाइकिंग्स’, ‘लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ जैसे भव्य हॉलीवुड कलाकृतियों का उत्तर होता। परंतु निराश मत होइए- उत्तर है और इसके लिए बॉलीवुड के बैसाखियों की आवश्यकता भी ...
भारत मे रचनात्मक और सांस्कृतिक उद्योग तेजी से आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं के प्रमुख घटक बनते जा रहे हैं। विकास पर उनका प्रभाव आर्थिक और गैर-आर्थिक दोनों ही है। सांस्कृतिक स्थलों पर सेवाओं के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है तथा यह आजीविका और निवेश को भी आकर्षित करते हैं। संस्कृति ...
यहां मौत मातम नहीं है, जश्न है, सौभाग्य है एकांत माया है यहां और कोलाहल ही वैराग्य है। बनारस को स्वर्ग नहीं, स्वर्ग से ऊपर मानते हैं सिर्फ पुण्यात्मा नहीं, यहां साक्षात शिव निवास करते हैं।। बनारस के बारे में लिखीं यह पंक्तियां कोई काव्य नहीं बल्कि खरा सच है, ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन 13 दिसंबर 2021 को किया जाएगा। काशी विश्वनाथ की भव्यता को पुनः प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट की नींव रखी गई थी। किंतु काशी विश्वनाथ की कहानी भारत के संघर्ष की गाथा है, जिसका एक अध्याय अब भी लिखा ...
जिस सोमनाथ मंदिर का बार-बार विध्वंस विध्वंस किया गया, जिस सोमनाथ मंदिर के पुनरुत्थान के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा, अब वही सोमनाथ मंदिर और वही तीर्थस्थल, एक आदर्श धार्मिक पर्यटन हॉटस्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। सरदार पटेल और आचार्य केएम मुंशी ...
सौराष्ट्र में वेरावल के निकट प्रभास पाटन पर सोमनाथ मंदिर एक ऐसा स्थान है जो आज धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में स्थित है, यह एक ऐसा मंदिर है जो यह दर्शाता है कि बुराई की ताकत कितनी भी अधिक हो, जीत धर्म की ही होगी। टूटकर, जलकर, ...