EX-EMPLOYEE

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नितीश जी, आप हमें बिहारी नहीं बाहरी लगते हैं

नितीश जी प्रणाम, ये एक बिहारी का अपने मुख्यमंत्री को प्रणाम है, इसलिए नहीं किये हैं की आप एक बेहतरीन मुख्यमंत्री हैं। हम तो ई लागी प्रणाम किये कि आजतक आप से बड़का अहंकारी व्यक्ति हम नहीं...

तो क्या खत्म हो जायेगी रेल बजट की परम्परा ?

यह लगभग तय माना जा सकता है कि अगले साल से संसद के बजट सत्र में रेल बजट का कोई नमो-निशान ही ना रह जाए। जैसा की पिछले कई वर्षो से चली आ रही चर्चाओं पे गौर...

कोटा देश की आत्महत्या राजधानी क्यूँ बन गयी है?

कल शाम को कानपुर की कोचिंग नगरी काकादेव इलाके से गुज़रा और IIT परीक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्रो का नाम बड़े बड़े पोस्टर्स और बैनर्स पर देखा। अच्छा लगा। फिर घर आया और किसी टीवी चैनल पर...

पतंजलि आयुर्वेद: सारे बिज़नस गुरु एक तरफ, रामदेव एक तरफ

Patanjali Ayurved – A 5500 Crore Business Empire एक कहावत आप लोगों ने जरूर सुनी होगी कि "घर का जोगी जोगना, दूर गाँव का सिद्ध" मतलब यह कि अपने घर का गुणी आदमी भी निर्गुण व व्यर्थ...

कोहिनूर तो कभी लूटा ही नहीं गया, फिर हंगामा क्यूँ?

Kohinoor: भारत सरकार ने अपने हलफनामे में कोहिनूर को ब्रितानिया हुकूमत को बतौर तोहफा दिए जाने का ज़िक्र क्या किया, सभी सेक्युलर जमात वालो को अपनी भारतीय अस्मिता का एहसास हो उठा, जिसका ह्रास अंग्रेज़ो ने किया...

आप Indian हैं, Hindu हैं या फिर Indian Hindu हैं?

Indian, Hindu या फिर Indian Hindu - ‘देश और धर्म में भिन्नता’ एक छलावा राजस्थान की पूण्य भूमि पर एक वीर सपूत जन्मा था। नाम था राजा कान्हड़ देव (जालोर, राजस्थान)। सन 1297 की बात है अलाउद्दीन...

ना तो कोई ‘वाद’ था ना ही कोई ‘पंथ’ भगत सिंह का

कम उम्र में साहित्यिक प्रबुद्धता व दर्शनशास्त्र की जिज्ञासा भगत सिंह के बहुआयामी व्यक्तित्व का एक हिस्सा मात्र है। भगत सिंह का झुकाव किस विचारधारा की ओर था?, ये सवाल उनकी वज्र के समान हौंसले, वीरता और...

विश्व सूफी मंच पर प्रधान मंत्री जी की चिकनी चुपड़ी बातें और भारत माता की जय

कल नयी दिल्ली में 4 दिवसीय विश्व सूफी मंच की शुरुआत हुई । प्रधानमंत्री ने भी विश्व सूफी मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और उसी गलती करने वालो की फेहरिस्त में भी अपना नाम दर्ज करवाया...

मदर टेरेसा – एक असंत को कैसे लिबरलों ने संत बना दिया!

कल की प्रमुख खबरों में से 1 थी की मदर टेरेसा को संत मान लिया गया हैं और सितम्बर महीने में उनको पोप संत की आधिकारिक पदवी देंगे। संत घोषित होने के लिए किसी भी नन या...

जब तक माल्या है, तब तक मार्क्स और मार्क्सवाद है

एक 14 वर्ष के चरवाहे लड़के ने जब अपने पिता से पूछा कि पिता जी ये बारिश क्यों और कैसे होती है? तो पिता ने वैज्ञानिक कारण का ज्ञान होते हुए भी उसे एक काल्पनिक कहानी बतानी...

भारत – पाकिस्तान सम्बन्ध:शांति तब तक जब तक भारत ज्यादा शक्तिशाली है

पाकिस्तान दक्षिण एशिया की शांति और अस्तित्व के लिए 1 नासूर हैं और जब तक अस्तित्व में रहेगा तब तक नासूर ही रहेगा। यहाँ अस्तित्व का अर्थ उसके वर्तमान वैचारिक दृष्टिकोण से हैं की जब तक यह...

Happy Women’s Day परन्तु हमारी महिला सशक्तिकरण की परिभाषा गलत है

105 वर्ष पूर्व जर्मनी के एक समाजवादी द्वारा प्रारंभ किया गया पर्व ‘नारी दिवस’ लगभग 40 वर्षों से पुरे विश्व में महिलाओं को बराबरी का हक दिलवाने के लिए मनाया जाता है। आज महिला सशक्तिकरण के 'जुमले'...

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