रितिका फोगट की खुदखुशी ने हमे चेताया है, भारत में खिलाड़ियों को केवल शारीरिक प्रशिक्षण की नहीं, मानसिक मार्गदर्शन की भी आवश्यकता है
हमने अक्सर देखा है कि खिलाड़यों की किसी खेल में जब हार होती है, तो उनका मनोबल टूट जाता है, यही नहीं उनकी हार को लेकर जरूरत से ज्यादा होती चर्चा उन्हें मानसिक रूप से कमजोर करती...