Prashant Srivastava

Prashant Srivastava

Columnist, TFI Media. Love to write, curious about new things, Day dreamer but sometimes achiever

लद्दाख: चालबाज चीन की चाल से बचे भारत, सुरक्षा में कटौती हो सकती है घातक

पाकिस्तान और चीन, भारत के दो ऐसे पड़ोसी हैं जो भारत के प्रति अपनी कुंठा के चक्कर में अपना सबकुछ बर्बाद कर रहे हैं। आतंकपरस्त पाकिस्तान तो पहले ही बर्बाद हो चुका है लेकिन चीन अभी भी...

दिवालिया हुई लीडो लर्निंग, क्या यह भारत में एडटेक के अंत की शुरुआत है?

कहते हैं शिक्षा उस शेरनी का दूध है जिसने पिया उसने दहाड़ा है. इसी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए बड़े ज़ोर शोर से एडटेक कंपनियां शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के उद्देश्य से उतरी थी...

‘बेंगलुरु बाढ़’ पर बवाल मचाने वाले ही उसकी इस हालत के लिए जिम्मेदार हैं

मनुष्य ने जब जब अपने विकास के क्रम में प्रकृति पर नियंत्रण करने कि कोशिश की है, तब तब प्रकृति ने लताड़ लगाते हुए उसे उसकी असली जगह दिखायी है. ऐसे तमाम उदाहरण आपको मिल जायेंगे जहां...

आर्कटिक के जरिए पश्चिमी आधिपत्य को एकसाथ बेअसर करेंगे भारत और रूस

भारत एवं रूस दो ऐसे देश हैं जिसने सदैव एक दूसरे की मदद की है। मौजूदा समय में भी रूस के साथ भारत की दोस्ती एक नए आयाम के साथ आगे बढ़ रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर...

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मंगोलिया यात्रा ने चीन को अंदर तक झंकझोर दिया है

चीन दुनिया का सबसे बेकार, कुंठित, कपटी और दोगला राष्ट्र है। इसकी विस्तारवादी नीति से पूरी दुनिया परिचित है। पहले यह छोटे देशों को ऋण जाल में फंसाता है, उन्हें जमकर लोन देता है और न चुका...

साइरस मिस्त्री की मौत: भारत की सड़कों को सुरक्षित बनाने में लग गए हैं गडकरी

भारत विकास के पथ पर जोर शोर से अग्रसर है। रोज़गार, लोगों का जीवन स्तर, अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा इन सभी के क्षेत्र में भारत ने क्रमिक विकास करते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मोदी सरकार...

Historic: भारत से तेल खरीद रहा है ‘चौधरी’ अमेरिका

एक कहावत है कि जब परिस्थिति न बदल सके तो मन की स्थिति बदल लीजिए, यह पंक्तियां अमेरिका के ऊपर बिल्कुल सटीक बैठती है। ध्यातव्य है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पूरे विश्व में महंगाई की मार...

एक तरफ यूरोपीय देश आर्थिक रूप से डूब रहे हैं तो वहीं भारत विकास की ओर अग्रसर है

कहते हैं समय जब करवट लेता है तो बड़े-बड़े राजाओं को रंक बनाकर छोड़ता है, समय की बलवानता किसी से छिपी नहीं है, इसको लेकर एक अवधारणा यह भी है कि जो समय के साथ नहीं चलता...

प्रिय अश्विनी वैष्णव जी, डेटा लोकलाइजेशन का समय पहले निकल चुका है परंतु देर अब भी नहीं हुई है

प्राइवेसी की अवधारणा आजकल भारत के अंदर काफ़ी प्रचलित हो चुकी है, हर कोई अपने से जुड़े व्यक्तिगत डेटा के प्रति काफ़ी सजग है। सो कॉल्ड इलीट क्लास से लेकर एक गरीब व्यक्ति तक, व्यक्तिगत डेटा हर...

बोरिस जॉनसन 2.0 हैं ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस

ब्रिटेन का नाम सुनते ही जो पहला विचार मन में आता है वह है अच्छी अर्थव्यस्था, राजनीतिक स्थिरता, बेहतर रोज़गार आदि लेकिन स्थिति आपकी सोच से परे है। वक्त की मार कुछ ऐसी पड़ी है कि ब्रितानिया...

कार्बन उत्सर्जन कम करने पर ज्ञान बांट रहे पश्चिम को अनदेखा कर भारत को अनवरत विकास करते रहना चाहिए

झूठ और पाखंड को अपने चरित्र में समेटे पश्चिमी देश जब विकाशील देशों को उपदेश देने के मूड में आते हैं तो आदर्श और नैतिकता का ज्ञान बांटने लगते हैं। लेकिन जब इसी ज्ञान को स्वयं आत्मसात...

Commercial Drones के लिए बहुत बड़ा बाजार है भारत, लेकिन दुख है कि कोई execution नहीं

भारत न केवल विकास के क्रम में स्वयं को बेहतर बना रहा है अपितु नवीन तकनीक को लेकर भी उसकी महत्वाकांक्षाएं काफ़ी बड़ी हैं। वह जेनेटिक इंजिनीयरिंग, आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स, स्पेस स्टेशन के साथ ही ड्रोन के क्षेत्र...

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