अशनीर ग्रोवर को भारतपे से हटाने की ओछी कॉरपोरेट राजनीति…
वो समय बहुत पीड़ा से भरा होता है जब आप एक बीज बोते हैं और उसके फलदायक होने पर आपको उसे छोड़ने के लिए विवश कर दिया जाता है। कुछ ऐसा ही भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक और...
वो समय बहुत पीड़ा से भरा होता है जब आप एक बीज बोते हैं और उसके फलदायक होने पर आपको उसे छोड़ने के लिए विवश कर दिया जाता है। कुछ ऐसा ही भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक और...
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना उन कांग्रेसियों से सीखना चाहिए जो आका के सामने नंबर बनाने के चक्कर में कुछ भी बोल देते हैं। कांग्रेस की हालत कुछ ऐसी ही है जहां गुलाम नबी आज़ाद जैसे नेता...
आग लगी भी नहीं और धुआं उठ गया। कुछ ऐसा ही हाल इस समय वामपंथी मीडिया समूहों का है जब से उन्होंने यह सुना है कि NDTV अब अडानी का होने को है। यह स्थिति तब ऐसी...
मजबूरी इंसान से क्या-क्या नहीं करा देती है। अब जरा इस बात को समझिए कि किसी देश के लिए उसकी सेना, उसके जवान अति महत्वपूर्ण तो होते ही हैं साथ ही देश के अन्य नागरिकों के लिए...
यह सबसे बड़ी नासमझी होती है कि आप अपने घर की सुरक्षा उसके हाथ में दे दो जो स्वयं आपके दुश्मनों के दयाभाव पर आश्रित हो। भारत ने आज़ादी का अमृत महोत्सव तो मना लिया पर क्या...
ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं। कश्मीर में हुए नृशंस नरसंहार के जख्मों को मार्च में आई 'द कश्मीर फाइल्स' ने पर्दे पर लेकर जीवंत कर दिया था। वहीं नब्बे के दशक में हुई उस क्रूरता...
मतलब कहीं का ईंट, कहीं का रोडा भानुमति का कुनबा जोडा। आज मीडिया का व्यवहार कुछ ऐसा ही है जहां वो तथ्यों को साईड कर, तथ्यों को तोड़ मरोड़कर अपनी कलाकारी में मदमस्त है। जो बात वास्तव...
देश के किसी भी प्रमुख नेता, व्यक्ति, या संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की सुरक्षा उतनी ही ज़रूरी है जितनी इस देश की सीमाओं की सुरक्षा। उस पद पर बैठे व्यक्ति की देश के प्रति कई जवाबदेही...
सब मिले हुए हैं जी... अरविंद केजरीवाल की यह लाइन आज उन सभी के लिए कही जानी चाहिए जो राफेल की तर्ज़ पर एक और आधारहीन मुद्दे पेगासस और उसके माध्यम से की जा रही जासूसी को...
अपना पेट भरते-भरते नेता यह भूल जाते हैं कि आजकल तंत्र मजबूत है, पकडे जाने की संभावना भी उतनी ही प्रबल है और आज नहीं तो कल सबका हिसाब होना है। जिस झारखंड में हमेशा से खनन...
चाटुकारिता की सीमा को पार करने वाला कौन? अशोक गहलोत! वंशवादी राजनीति का हितैषी कौन? अशोक गहलोत! हर वक्त मैडम-बाबा करने वाला कौन? अशोक गहलोत! जी हां आज अशोक गहलोत ने फिर से साबित कर दिया कि...
सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। कांग्रेस के लिए सांप है वो परिवारवाद का ठप्पा जिसने उसे दशकों की सत्ता से बाहर कर दिया। वहीं लाठी है वो एकाधिकार की शक्ति जो गांधी परिवार...
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