पुणे का शनिवार वाड़ा केवल पत्थरों से बनी एक ऐतिहासिक इमारत नहीं है, बल्कि यह मराठा स्वाभिमान, हिंदू गौरव और पेशवाओं की उस...
लखनऊ की धरती से जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है, तो वो…”—तो यह...
बिहार एक बार फिर भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव-चुनाव का साक्षी बनने जा रहा है। लेकिन, इस बार की गूंज सिर्फ पटना...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 के मंच पर खड़े हुए, तो उनके शब्दों में केवल अर्थव्यवस्था का बयान नहीं था,...
भारत और अमेरिका के बीच हाल के दिनों में टैरिफ, तेल व्यापार और रणनीतिक रिश्तों को लेकर खींचतान चल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति...
बिहार की राजनीति फिर एक बार चुनावी उफान पर है। सत्ता के समीकरण बन रहे हैं, टूट रहे हैं और फिर से नए...
90 का दशक बीतते बीतते लालू बिहार की सियासत में जबरदस्त मज़बूत नज़र आने लगे थे। बिहार के जातिगत समीकरण और पार्टी से...
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र...
देश में लोकतंत्र को अक्सर “जन की शक्ति” कहा जाता है। लेकिन, क्या यह शक्ति इतनी उदार होनी चाहिए कि वह उन्हीं लोगों...
जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ मिस्र के शर्म-अल-शेख़ में आयोजित शांति सम्मेलन के मंच पर खड़े होकर शांति और स्थिरता का उपदेश...
1947 के बाद कांग्रेस ने भारत की शिक्षा व्यवस्था, मीडिया और सांस्कृतिक संस्थाओं पर पूरा नियंत्रण जमा लिया। इतिहास को इस तरह दोबारा...
दत्तोपंत ठेंगड़ी का जीवन और उनका कार्य केवल एक विचारधारा या संगठन की सीमाओं में नहीं बंधा। वे केवल एक ट्रेड यूनियनिस्ट नहीं...


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