‘बजरंगबली भक्त’ केजरीवाल को हिंदुओं और पुजारियों से इतनी घृणा क्यों है?
हम में राम, तुम में राम, सबमें राम समाया...कुछ भी कहिए लेकिन केजरीवाल की 'रील राजनीति' इसी के इर्द गिर्द टिकी हुई है और यही बोल बोलकर उन्होंने बहुत कुछ कमाया है! अब यह कमाई वोट बैंक की हो ...