कोटा देश की आत्महत्या राजधानी क्यूँ बन गयी है?
कल शाम को कानपुर की कोचिंग नगरी काकादेव इलाके से गुज़रा और IIT परीक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्रो का नाम बड़े बड़े पोस्टर्स और बैनर्स पर देखा। अच्छा लगा। फिर घर आया और किसी टीवी चैनल पर कोटा को ...
कल शाम को कानपुर की कोचिंग नगरी काकादेव इलाके से गुज़रा और IIT परीक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्रो का नाम बड़े बड़े पोस्टर्स और बैनर्स पर देखा। अच्छा लगा। फिर घर आया और किसी टीवी चैनल पर कोटा को ...
Patanjali Ayurved – A 5500 Crore Business Empire एक कहावत आप लोगों ने जरूर सुनी होगी कि "घर का जोगी जोगना, दूर गाँव का सिद्ध" मतलब यह कि अपने घर का गुणी आदमी भी निर्गुण व व्यर्थ प्रतीत होता ...
105 वर्ष पूर्व जर्मनी के एक समाजवादी द्वारा प्रारंभ किया गया पर्व ‘नारी दिवस’ लगभग 40 वर्षों से पुरे विश्व में महिलाओं को बराबरी का हक दिलवाने के लिए मनाया जाता है। आज महिला सशक्तिकरण के 'जुमले' के इस ...
क्या है रे तू मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ या लोकतंत्र के आस्तित्व पर एक कटाक्ष उपालंभ तू निर्भय है या लज्जाहीन तू स्वतंत्र है या पराधीन तू नैतिकता का तराजू है या नैतिकता का अभिनय करता है तू ...
वक़्त के साथ-साथ अगर कुछ सबसे तेजी से बदला है तो वो है हमारी त्योहारों की परिभाषा। आज की महानगरों की भाग-दौड़ भरी दुनिया में अब त्यौहार नहीं आते, बस आती हैं तो केवल छुट्टियाँ। फ़ेसबुक के स्टेटस अपडेट ...
ज़ालिम ज़माने की मार से तंग आकर दिनोंदिन बढती महंगाई से घबरा कर हमने आत्महत्या की सोची फिर सोचा - ज़िन्दगी भूख में कटी है, अब भूखे क्यों मरें जब मरना ही है तो कुछ खाकर क्यों न मरें ...
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