'हिन्दू' के लिए खोज परिणाम

सिर्फ कट्टरपंथियों का शहर नहीं हैदराबाद

यह लेख खासकर मैं उन लोगो के लिए लिख रहा हूं जिन्होंने आज तक इस शहर की हवा और नब्ज को कभी महसूस नहीं किया है या फिर उनकी मानसिकता में यह शहर एक “मुस्लिम कट्टरपंथियों” का शहर मात्र ...

संग्रहालय तो ठीक है पर मंदिर कब बनायेंगे?

कुछ एकाध दशक पुरानी बात है जब भाजपा वाले गर्व से भर कर गलियों में चिल्लाते हुए दिखते थे, "बच्चा बच्चा राम का, जन्मभूमि के काम का", "कल्याण सिंह कल्याण करो, मंदिर का निर्माण करो", इत्यादि। जब भाजपा सरकार ...

आखिर इन हिंदी भाषी राज्यों की हालत इतनी चिंताजनक क्यों है?

एक और हिंदी पट्टी प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, अरे भई अपने उत्तर प्रदेश में. सभी पार्टियों के बयान सुनकर तो लग रहा हैं क़ि चुनाव 90 के दशक के यूपी चुनाव की तरह लड़े जायेंगे. सभी पार्टियां ...

कोलकाता की इशरत और कट्टर मुस्लिम प्रथाओं की लड़ाई में किसकी होगी जीत ?

हमारे देश में 'धर्म' को लेकर खूब बवाल मचता है, इसी के नाम पे वोट बैंकों की राजनीति खूब फलती-फूलती है और नफरत और उन्माद फैलाना तो बहुत छोटी बात है। हमारे यहाँ हिंदुत्व की कुरीतियां उजागर कर, बतलाकर, ...

बारह साल के बच्चियों की बोली लगाने वाली बसपा की घिनौनी राजनीति

आज कल की मीडिया कालिख से ढके उस तवे की तरह है जिसका असली रंग तब तक नहीं दीखता जब की उसे अच्छी तरह से खुरच खुरच के साफ़ नहीं किया जाए. ठीक वैसे हीं, आज कल जितनी भी ...

उत्तर प्रदेश चुनाव 2017: किसमे कितना है दम ?

जैसा मैं हमेशा से कहता हूँ उलझा हुआ उत्तर प्रदेश, इतना उलझा कि बड़े-बड़े चुनावी विश्लेषकों को यहाँ के मतदाताओं का मूड समझ में नहीं आता। उत्तर प्रदेश सभी राजनीतिक दलों के लिए चुनौती रहा है, चाहे वो राष्ट्रीय ...

आखिर दारुल उलूम देवबंद ने “भारत माता की जय” बोलने के खिलाफ फतवा क्यों जारी किया?

भारत माता की जय के खिलाफ फ़तवा जारी हाल ही में दारुल उलूम देवबंद ने "भारत माता की जय ' बोलने के खिलाफ एक फतवा जारी किया था। इससे पहले विभिन्न मुस्लिम संगठनों और व्यक्तियों ने "वंदे मातरम" का ...

आप Indian हैं, Hindu हैं या फिर Indian Hindu हैं?

Indian, Hindu या फिर Indian Hindu - ‘देश और धर्म में भिन्नता’ एक छलावा राजस्थान की पूण्य भूमि पर एक वीर सपूत जन्मा था। नाम था राजा कान्हड़ देव (जालोर, राजस्थान)। सन 1297 की बात है अलाउद्दीन ख़िलजी ने ...

ना तो कोई ‘वाद’ था ना ही कोई ‘पंथ’ भगत सिंह का

कम उम्र में साहित्यिक प्रबुद्धता व दर्शनशास्त्र की जिज्ञासा भगत सिंह के बहुआयामी व्यक्तित्व का एक हिस्सा मात्र है। भगत सिंह का झुकाव किस विचारधारा की ओर था?, ये सवाल उनकी वज्र के समान हौंसले, वीरता और निष्काम देशप्रेम ...

विश्व सूफी मंच पर प्रधान मंत्री जी की चिकनी चुपड़ी बातें और भारत माता की जय

कल नयी दिल्ली में 4 दिवसीय विश्व सूफी मंच की शुरुआत हुई । प्रधानमंत्री ने भी विश्व सूफी मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और उसी गलती करने वालो की फेहरिस्त में भी अपना नाम दर्ज करवाया जो सच ...

मदर टेरेसा – एक असंत को कैसे लिबरलों ने संत बना दिया!

कल की प्रमुख खबरों में से 1 थी की मदर टेरेसा को संत मान लिया गया हैं और सितम्बर महीने में उनको पोप संत की आधिकारिक पदवी देंगे। संत घोषित होने के लिए किसी भी नन या पादरी या ...

वामपंथ ही आधुनिक युग का ब्राह्मणवाद है

वामपंथ ही आधुनिक युग का ब्राह्मणवाद है बचपन से ही हम पढ़ते आ रहे हैं कि सदियों पहले से भारत एक ऐसा भू-खंड रहा है जो अपने प्राकृतिक संसाधनो एवं जलवायु विविधता कारण विदेशियों को आकर्षित करता रहा है ...

पृष्ठ 156 of 157 1 155 156 157

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team